निमोनिया के इलाज का सबसे प्रभावी तरीका आराम करना और ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ पीना है। यह कफ और बलगम को पतला करने और इसे खांस कर निकालने में मदद करने के साथ मरीज को हाइड्रेटेड रखता है। अगर निमोनिया के रोगियों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो या वे किसी दूसरी गंभीर बीमारी से ग्रसित हों, तो उनके अस्पताल में भर्ती होने की आशंका बढ़ जाती है।
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निमोनिया के जोखिम को कैसे कम करें?
निमोनिया एक कम्यूनिकेबल डिजीज है जिससे बचने के सबसे आम तरीकों में से एक उन लोगों से बचना जरूरी है, जो इस बीमारी से इंफेक्टेड हैं। निमोनिया को फैलने से रोकने के लिए कुछ निर्देश इस तरह से हैंः
- हर मौसम में निमोनिया का टीका और नियमित फ्लू शॉट्स लें। यह इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- स्वस्थ और स्वच्छ जीवन जीना निमोनिया जैसे बीमारी से बचने की कुंजी है। नियमित रूप से साबुन से हाथ धोएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम करके और स्वस्थ और पौष्टिक भोजन खाकर एक स्वस्थ जीवन शैली को फॉलों करें।
- अपने आसपास नियमित रूप से फिनायल से सफाई करें। फर्श, खिड़की के शीशे, टेबल और बर्तनों को साफ करने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल वस्तुओं को दूषित करने वाले किसी भी बैक्टीरिया को मार देते हैं। ऐसा करने से बैक्टीरिया को फैलने से रोका जा सकता है।
- धूम्रपान से बचें। धूम्रपान फेफड़ों को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से उनकी बैक्टीरिया से खुद की रक्षा करने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
- निमोनिया के इलाज के लिए जेनफ्लोक्स ओजेड टैबलेट भी दी जा सकती है।
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निमोनिया से जुड़े मिथ और फैक्ट्स क्या हैं?
इससे जुड़े मिथ और फैक्ट्स निम्नलिखित हैं। जैसे-
मिथ: निमोनिया होने की संभावना काफी हद तक कम होती है।
फैक्ट: निमोनिया के लक्षण समझ आने से पहले फ्लू शॉट लेने से इससे बचा जा सकता है। फ्लू शॉट इसके खतरे को कम कर सकता है। वैसे लोग जिन्हें निमोनिया है उन्हें भी जल्द से जल्द वैक्सीन लेने से राहत मिल सकती है।
मिथ: निमोनिया किसी को भी हो सकता है?
फैक्ट: कुछ लोगों में निमोनिया होने की संभावना ज्यादा होती है। निमोनिया के लक्षण जैसे बुखार आना, कफ की समस्या, अत्यधिक ठंड लगना, कमजोरी महसूस होना और सामान्य से ज्यादा तेज सांस लेने से निमोनिया होने की संभावना ज्यादा होती है।
मिथ: निमोनिया के 30 से ज्यादा अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
फैक्ट: बैक्टीरिया, वायरस और कवक जैसे कई रोगाणु निमोनिया का कारण बन सकते हैं। निमोनिया के लक्षण को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि निमोनिया का उपचार कारणों को समझकर ही किया जाता है।
मिथ: यह जानलेवा हो सकता है।
फैक्ट: निमोनिया अत्यधिक गंभीर भी हो सकता है और मृत्यु का कारण भी बन सकता है। निमोनिया की जटिलताओं में सांस लेने में परेशानी, सेप्सिस और फेफड़े की परेशानी होने के कारण व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। बड़े वयस्कों, छोटे बच्चों में कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों और अन्य चिकित्सा समस्याओं वाले लोगों को प्रभावित करने की अधिक संभावना होती है।
अगर आप निमोनिया से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।