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अस्थमा रोग से हमेशा के लिए पाएं छुटकारा, रोजाना करें ये आसन

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Sidharth Chaurasiya द्वारा लिखित · अपडेटेड 16/08/2020

    अस्थमा रोग से हमेशा के लिए पाएं छुटकारा, रोजाना करें ये आसन

    अस्थमा (Asthma) की बीमारी आजकल काफी आम हो गई है। इसके लिए लोग कभी इन्हेलर तो कभी अन्य दवाओं का भी सेवन करते हैं। यह समस्या अगर बढ़ जाए, तो व्यक्ति को जान का खतरा भी हो सकता है। ऐसे में योग आपके अस्थमा को दूर करने में मदद कर सकता है। योग करने से अस्थमा काफी हद तक ठीक हो जाता है। आपको बता दें कि अस्थमा के पेशेंट को सांस लेने में काफी दिक्कत होती है। सांस नली में रुकावट आने के कारण अस्थमा के पेशेंट को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बीमारी सांस नली से ही संबंधित है। इस बीमारी में सांस फूलने लगता है और खांसी होती है। यह बीमारी किसी को भी हो सकता है, लेकिन बीमारी के लक्षणों का पता चलते ही योग शुरू कर दिया जाए, तो इस बीमारी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है। जानिए अस्थमा के लिए योगा कौन-कौन से हैं।

    जानिए अस्थमा के लिए योगा कौन से हैं?

    इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे योगा आसन के बारे में बताएंगे जो अस्थमा पेशेंट्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। हालांकि इन आसन को करने से पहले एक बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है वो यह कि कोई भी योगासन को ट्राय करने से पहले अपने डॉक्टर से उचित सलाह जरूर लें और इसके बाद ही इसकी शुरुआत करें।

    1. अस्थमा के लिए योगा – भस्त्रिका प्राणायाम

    भस्त्रिका प्राणायाम से अस्थमा रोग में काफी लाभ मिलता है। इस योग से प्रदूषण, धूम्रपान, संक्रमण, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी, सांस संंबंधी अन्य बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। भस्त्रिका प्राणायाम करने से सबसे ज्यादा लाभ हमारे फेफड़ों को मिलता है। अस्थमा में मरीज के फेफड़ों में सूजन की शिकायत होती है और इस आसन को करने से फेफड़ों में सूजन कम होती है। यहीं कारण है कि अस्थमा पेशेंट्स को भस्त्रिका प्राणायाम करने की सलाह दी जाती है।

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    कैसे करें

    सबसे पहले फर्श पर मैट बिछा लें और उस पर सुखासन अवस्था में बैठ जाएं। फिर रीढ़ की हड्डी को सीधा कर लें और गर्दन को भी सीधा रखें। अब नाक से पूरी तरह सांस लें, और कुछ सेकंड बाद नाक के दोनों छिद्रों से सांस को छोड़ दें। नाक से सांस लेने और छोड़ने की स्पीड तेज होनी चाहिए। लेकिन, ध्यान रहे। जब आप यह आसान करें। दोनों हाथ घुटने पर ज्ञान मुद्रा में होने चाहिए और आंखें बंद। यदि आप इस आसन को पहली बार करने वाले हैं तो बेहतर होगा कि आप किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही इसे ट्राय करें।

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    2. अस्थमा के लिए योगा – अनुलोम विलोम

    अनुलोम विलोम कॉमन है। जिसे लगभग सभी लोग कर सकते हैं। इससे फेफड़े मजबूत होते हैं। यह एक तरह का सांस से जुड़ा आसन है। इसमें नाक के सिर्फ एक छिद्र के जरिए सांस ली जाती है और दूसरे छिद्र द्वारा छोड़ी जाती है। इस आसन को करने से फेफड़ों से गंदगी दूर हो जाती है, जिससे फेफड़े अच्छे से काम कर पाते हैं। अस्थमा के मरीजों के लिए अनुलोम विलोम आसन को बेहद फायदेमंद माना जाता है।

    कैसे करें

    सबसे पहले अपनी सुविधानुसार पद्मासन, सिद्धासन, सुखासन में बैठ जाएं। फिर दाहिने हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छेद को बंद कर लें, और नाक के बाएं छेद से चार तक की गिनती में सांस लें। फिर नाक के बाएं छेद को अंगूठे के बगल वाली दो उंगलियों से बंद कर लें। फिर नाक के दाएं छेद से अंगूठे को हटा दें और आठ तक की गिनती में सांस बाहर निकालें। ये करने के बाद नाक के दाएं छेद से सांस भरें और नाक बंद कर दें। फिर नाक के बाएं छेद से उंगली हटाकर आठ तक की गिनती में सांस बाहर निकालें।

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    3. अस्थमा के लिए योगा – शवासन योग

    शवासन योग सिर्फ अस्थमा के लिए फायदेमंद नहीं है। यह खून में शुगर की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाने पर भी उसको कम करता है। इस योग को करना बेहद आसान है। इसे आप कहीं भी खुद से कर सकते हैं। 

    शवासन योग कैसे करें

    सबसे पहले ऐसे स्थान का चयन करें, जहां हवा आती हो और आराम से आसन किया जा सके। इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं, और अपने दोनों घुटनों के बल फासला रखें। फिर दोनों पैरों के पंजे बाहर और एड़ियां अंदर की ओर रखें। फिर दोनों हाथों को शरीर से लगभग कुछ दूरी पर रखें, और अपने दोनों हाथों की उंगलियां मुड़ी हुई, गर्दन सीधी रखें।

    इस अवस्था में आगे बढ़ते हुए अपनी आंखें बंद कर लें और अपने पैर के अंगूठे से लेकर सिर तक का भाग बिल्कुल ढीला छोड़ दें। फिर अपना ध्यान श्वास के ऊपर लगाएं और यह महसूस करें, कि दोनों नाक के छिद्रों से सांस अंदर जा रही है और बाहर आ रही है।

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    4. अस्थमा के लिए योगा – शलभासन योग

    अस्थमा रोग के लिए पहला योग आसन शलभासन है। इसे करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेटना होता है। उसके बाद रीढ़ की हड्डियों को मोड़कर पैरों को आसमान की तरफ उठाना होता है। इस आसन में हाथों की स्थिति, सीने का अगला हिस्सा एंव ठुड्डी जमीन को टच करती हुई हो। उसके बाद पैरों को धीरे-धीरे आसमान की तरफ उठाना होता है, ताकि रीढ़ की हड्डी बीच से मुड़ जाए। इस बीच पैरों के तलवे आकाश की तरफ और एड़ी का अगला भाग सिर की तरफ झुका होना चाहिए।

    इस आसन में सांस अंदर जाती है तब नाक में हल्की ठंडक महसूस होती है, और जब आप सांस बाहर छोड़ते हैं तब हमें गरमाहट महसूस होती है। आपको इस गर्माहट और ठंडक को ही महसूस करना है। यह सभी योग आसन अस्थमा के इलाज के लिए काफी सही है। इन सभी आसन को रोजाना किया जाए, तो इससे अस्थमा से छुटकारा पाया जा सकता है।

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    5. अस्थमा के लिए योगा – पवनमुक्तासन

    पवन मुक्तासन योग से अस्थमा रोग में लाभ मिलता है, क्योंकि इससे हृदय को बल मिलता है और फेफड़ों की सक्रियता बढ़ती है। पवन = वायु , मुक्त = छुटकारा और आसन = मुद्रा, अथार्त इस योग की क्रिया द्वारा दूषित वायु को शरीर से मुक्त किया जाता है। इसी कारण इसे पवन मुक्तासन योग कहते हैं यह आसन पीठ के बल लेटकर किया जाता है।

    6. अस्थमा के लिए योगा – भुजंगासन

    भुजंगासन योग करने से अस्थमा रोग को खत्म किया जा सकता है इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए भुजंग अर्थात सर्प जैसी बनती है, इसलिए इसको भुजंगासन कहा जाता है। इसका दूसरा नाम सर्पासन भी है। अंग्रेजी में इसका नाम Cobra pose है।

    7. अस्थमा के लिए योगा – सेतुबंधासन

    अस्थमा के मरीजों के लिए सेतुबंधासन भी बेहद लाभकारी माना जाता है। इसे नियमित रूप से करने से फेफड़ों और सीने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अस्थमा के मरीजों के लिए यह बेस्ट आसन में से एक है। इसको करने से फेफड़े खुलते हैं, जो उन्हें राहत महसूस कराता है।

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     कैसे करें?

    सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को शरीर के साथ बिल्कुल सीधा रखें। हथेली को जमीन से लगाकर घुटनों को ऐसे मोड़ें कि तलवे जमीन से लगें। अब एक लंबी सांस भरें और कुछ देर तक रोककर रखें। धीरे-धीरे कमर को जमीन से ऊपर उठाएं। अब कोहनी को मोड़ें और हथेलियों को कमर के नीचे ले आएं।

    नोट: योग करते वक्त अस्थमा के मरीजों को कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। किसी भी आसन को करते समय अपने पास हमेशा इन्हेरलर और अपनी जरूरी दवाओं को जरूर रखें। यदि आप इन आसन को पहली बार कर रहे हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से चर्चा जरूर करें। शुरुआत में किसी एक्सपर्ट की देखरेख में योगा करना शुरू करें।

    हमें उम्मीद है कि अस्थमा के लिए योगा की जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

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