पाइन, अजवायन के फूल और टी ट्री ऑयल के साथ ही कई आवश्यक तेल बैक्टीरिया के अतिवृद्धि से लड़ने में अत्यधिक प्रभावी पाए गए। पेपरमिंट (Peppermint), धनिया (Coriander), लेमनग्रास (Lemongrass), लेमन बाम (Lemon balm), रोजमेरी (Rosemary), सौंफ (Fennel) और मैंडरिन (Mandarin) मध्यम रूप से प्रभावी पाए गए।
कुछ आवश्यक तेल कुछ लक्षणों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, फिर भी दूसरों के इलाज में असफल हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, अदरक कुछ लोगों के लिए मतली और मोशन सिकनेस को कम करने में प्रभावी है, लेकिन यह अन्य आईबीएस लक्षणों के इलाज के लिए अप्रभावी हो सकता है।
आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग सुरक्षित है? (Are Essential Oils Safe to Use for IBS?)
एसेंशियल ऑयल का उपयोग जैसा बताया जाता है वैसे ही करें। जब तक ओरल यूज के लिए डिजाइन किए गए सप्लिमेंट्स का उपयोग नहीं करते तब तक ना तो एसेंशियल ऑयल पिएं और ना ही इसे कि प्रोडक्ट में डालकर यूज करें। एसेंशियल ऑयल्स का उपयोग अरोमाथेरिपी के रूप में किया जाना चाहिए। कुछ को निगलने के लिए विषाक्त माना जाता है और यह जानवरों के लिए खतरनाक माना जाता है। अरोमाथेरेपी में तेल का उपयोग करते समय, पालतू जानवरों, बच्चों और अन्य लोगों के बारे में सोचें जो तेलों के प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
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आईबीएस के लिए एसेंशियल ऑयल्स का यूज करने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
टॉपिकली यूज करने से पहले इसे कैरियर ऑयल में जरूर डायल्यूट करें। एसेंशियल ऑयल को पेट या बॉडी के किसी भी दूसरे हिस्से पर तब तक ना रगड़ें तब तक कि इसे कैरियर ऑयल में डायल्यूट ना किया गया हो। किसी भी ऐसे ऑयल का यूज ना करें जिससे एलर्जी हो या हो सकती हो। अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट अवश्य करें।