मूल बातों को जानें
ल्यूपस (Lupus) क्या है ?
ल्यूपस इम्यून सिस्टम की बीमारी है। इस बीमारी में हमारा इम्यून सिस्टम अपने शरीर के तत्व और बाहरी एंटीजन के बीच अंतर नहीं कर पाता। इसकी वजह से इम्यून सिस्टम अपने ही शरीर की कोशिकाओं के ऊपर आक्रमण करने लगेगा जिससे शरीर को आंतरिक रूप से हानि हो सकती है।
इसके फल स्वरुप आपको क्रोनिक बीमारी हो सकती है जिससे जोड़ों, त्वचा, किडनी, खून की कोशिकाओं, दिमाग और फेफड़ों में परेशानी आ सकती है। क्रोनिक का अर्थ है कि बीमारी के लक्षण छह हफ्तों से ज्यादा रहेंगे।
ल्यूपस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जाता और कुछ लोगों में ल्यूपस डेवेलोप करने की आशंका शुरू से ही होती है और ये किसी भी छोटे बड़े संक्रमण से बढ़ जाती है।
ल्यूपस (Lupus) होना कितना आम है ?
ये स्थिति बहुत आम है। ये पुरुषों से ज्यादा महिलाओं (14 -45 वर्ष )में होती है। ये किसी भी उम्र के व्यक्ति हो सकती है लेकिन इसके कारणों को रोककर आप इससे बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने मिले।
यह भी पढ़ें : Lung Cancer : फेफड़े का कैंसर क्या है?
जानिए इसके लक्षण
ल्यूपस (Lupus) के क्या लक्षण हो सकते हैं ?
ल्यूपस के लक्षण हर व्यक्ति में अलग हो सकते हैं जैसे कि :
- घुटनों में सूजन आना।
- मांसपेशियों में दर्द होना।
- बिना किसी कारण के बुखार होना।
- त्वचा में लाल चक्कते पड़ना।
- गहरी सांस लेने पर छाती में दर्द होना।
- ठंड की वजह से अंगुलियों का नीला पड़ना।
- सूरज की किरणों से एलर्जी होना।
- मुंह में छाले होना।
- ग्लैंड्स में सूजन आना।
- बालों का झड़ना।
किसी भी और लक्षण के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
अपने डॉक्टर से कब मिलें ?
अगर आपको थकान हो रही हो, शरीर पर लाल चिट्टे पड़ रहे हो या फिर तेज बुखार हो तो इन्हें नजरन्दाज न करे , अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
जानें इसके कारण
ल्यूपस का सटीक कारण बता पाना मुश्किल है, मूल रूप से ल्यूपस प्राकृतिक और जेनेटिक कारणों की वजह से होता है। वे लोग जिनमें ल्यूपस का जीन पहले से ही होता है उनमें ल्यूपस प्रकृति के किसी भी एक फैक्टर की वजह से हो सकता है। सूरज की किरणों, संक्रमण, एंटी सीजर दवाएं या फिर ब्लड प्रेशर की दवाओं की वजह से ल्यूपस हो सकता है।
ल्यूपस (Lupus) के कुछ प्रकार हो सकते हैं जैसे कि :
- सिस्टमिक ल्यूपस एरीथेमैटस [Systemic lupus erythematosus (SLE)] आमतौर पर पाए जाने वाले ल्यूपस को कहते हैं। ये बहुत अधिक गहरा और हल्का दोनों ही हो सकता है और शरीर के बहुत से अंगों को प्रभावित कर सकता है।
- डिस्कॉइड ल्यूपस में शरीर में लाल चिट्टे पड़ सकते हैं जो आसानी से नहीं जाएंगे।
- सबऐक्यूट क्यूटेनियस ल्यूपस में आपके शरीर में घाव हो सकते हैं जो लम्बे समय तक नहीं जाएंगे।
- अक्सर कई दवाओं के सेवन से भी ल्यूपस होने का खतरा हो सकता है। दवाओं का सेवन रोकने पर ल्यूपस की स्थिति खत्म भी हो जाती है।
- निओनेटल ल्यूपस नवजात शिशुओं को प्रभावित करेगा और ये मां के शरीर में बनने वाली एंटीबॉडीज की वजह से हो सकता है।
यह भी पढ़ें : Jaundice : क्या होता है पीलिया ? जाने इसके कारण लक्षण और उपाय
खतरों के कारण को जानें
ल्यूपस (Lupus) के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे कि :
- ल्यूपस महिलाओं में आम है।
- ल्यूपस सभी उम्र के लोगों में आम है लेकिन 15 से 40 वर्ष के बीच की महिलाओं में ये सबसे अधिक पाया जाता है।
- ल्यूपस ज्यादातर अफ्रीकन, अमेरिकन, हिस्पैनिक्स और एशियन लोगों में पाया जाता है।
निदान और उपचार
यहां दी गई जानकारी किसी भी चकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। इसलिए सही और सटीक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
ल्यूपस (Lupus) की जांच कैसे की जा सकती है ?
ल्यूपस के सही कारणों को पता करना बहुत मुश्किल है क्योंकि एक समय के बाद ये बीमारी बाकी बीमारियों को भी पैदा कर सकती है। सही स्थिति को पता करने के लिए कुछ टेस्ट करवाए जा सकते हैं :
- मेडिकल हिस्ट्री
- पूरा फिजिकल एग्जामिनेशन
- खून की जांच
- त्वचा की बायोप्सी (त्वचा के सैम्पल्स को माइक्रोस्कोप में देखना )
- किडनी की बायोप्सी (किडनी के टिशूज को माइक्रोस्कोप में देखना )
ल्यूपस का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
ल्यूपस का कोई सटीक इलाज संभव नहीं है। ल्यूपस का इलाज आपके संकेतों और लक्षणों पर निर्भर करता है। जिन दवाओं का उपयोग ल्यूपस को कम करने के लिए किया जाता है वे ये हैं :
नॉन स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग (NSAIDs) जैसे कि नेप्रोक्सेन सोडियम (Aleve )और आईब्रूफेन (जैसे कि एडविल, मोटरीन ) की मदद से आप ल्यूपस से जुड़े दर्द, सूजन और बुखार का इलाज कर सकते हैं।
एंटी-मलेरियल ड्रग जैसे कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine) से ल्यूपस का इलाज किया जा सकता है। इन दवाओं से कुछ हानिकारक प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे कि पेट खराब होना या फिर आंखों का रेटिना खराब होना।
प्रेड्निसोन (Prednisone ) और भी तरह के कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) ल्यूपस की जलन को कम कर सकते हैं और इसका प्रभाव लम्बे समय तक रहेगा। लम्बे समय तक ये थेरेपी करवाने से या फिर दवाओं के बहुत अधिक मात्रा से और भी कई प्रभाव हो सकते हैं।
ऐसी दवाएं जो इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करती हैं वे भी ल्यूपस के इलाज में कारगर हो सकती हैं। जैसे कि एजेथायोप्रीन ( azathioprine (Imuran, Azasan)), मायकोफेनोलेट {(mycophenolate (CellCept), leflunomide (Arava) and methotrexate (Trexall), belimumab (Benlysta)}
यह भी पढ़ें: महिलाओं के शरीर में दिखें ये 5 लक्षण तो इन्हें न करें नजर अंदाज
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपाय
जीवनशैली में इन बदलावों और घरेलू नुस्खों से आप ल्यूपस का इलाज पा सकते हैं :
- अपने डॉक्टर से समय समय पर मिलते रहे। जिससे की आपको अपनी हेल्थ के बारे में पता हो और अगर आपको कोई बीमारी है तो आप तुरंत उससे छुटकारा पा सके।
- स्वस्थ्य जीवन अपनाए। स्वास्थ्यवर्धक खाना खाए, रोज व्यायाम करें, रागी, जौ, और बाजरे जैसे स्वास्थ्यवर्धक अनाज ही खाए। ज्यादा शराब न पिएं और धूम्रपान न करें।
- ज्यादा धूप में न रहे इससे सनबर्न हो सकता है।
- रात को अच्छी नींद लें और संभव हो तो दिन में भी झपकी ले सकते हैं।
- किसी दोस्त से आपकी मदद करने को कहें।
- किसी सपोर्ट ग्रुप से जुड़े जिससे कि आप दूसरे लोगों से मिल सके जिन्होंने आपके जैसे ही अनुभव किए हैं।
और किसी सवाल या जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी चिकित्सा परामर्श , जांच या इलाज की सलाह नहीं देता है।
और पढ़ें : Piles : बवासीर क्या है?
[embed-health-tool-bmi]