जब आप बच्चे को बीन्स के छोटे टुकड़े खाने के लिए देते हैं, तो बच्चा सेल्फ इटिंग यानी कि खुद से खाने की कोशिश करता है। लेकिन इस दौरान आपको ध्यान रखना पड़ता है कि खाने के टुकड़े इतने छोटे हों कि वह आसानी से निगले जा सकें। यदि इस बात का ध्यान ना रखा जाए, तो बच्चे को चोकिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए शिशु के लिए बीन्स (Beans for baby) का चुनाव करने के साथ आपको इसके छोटे-छोटे टुकड़े जरूर करने चाहिए।
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इसी के साथ शिशु के लिए बीन्स (Beans) के चुनाव में आपको कुछ और बातों का ध्यान भी रखना होता है, जिसके बारे में जानना जरूरी है।
बीन्स देने के साथ ध्यान रखें इन बातों को!
जैसे कि आप जानते हैं, बीन्स (Beans) में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, इसकी वजह से कई बार बच्चे का डाइजेस्टिव सिस्टम गड़बड़ा सकता है। कई बार बच्चे को डायरिया की तकलीफ हो सकती है, इसलिए पीडियाट्रिशियन की सलाह के बाद ही शिशु के लिए बीन्स (Beans for baby) की मात्रा का चुनाव करें।
हालांकि बीन्स में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप शिशु के लिए बीन्स के अलावा कोई अन्य खाद्य पदार्थ चुने ही ना। आपको बीन्स (Beans) के अलावा अन्य खाद्य पदार्थों को भी बच्चे को खिलाना चाहिए, जिससे उसे अलग-अलग तरह के न्यूट्रिएंट्स मिलते रहें।
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हालांकि सोयाबीन और मूंगफली इस तरह की बीन्स (Beans) मानी जाती है, जिससे बच्चे को एलर्जी हो सकती है। इसलिए आपको शिशु के लिए बीन्स (Beans for baby) का चुनाव करने के दौरान पीडियाट्रिशियन से बात जरूर करनी चाहिए। जिससे आप बच्चे को एलर्जी से बचा सकें।
शिशु के लिए बीन्स (Beans) एक अच्छा और हेल्दी ऑप्शन साबित हो सकती है, लेकिन बच्चे की उम्र के अनुसार इस की सही मात्रा देना आपके लिए जरूरी साबित होता है। इसलिए हमेशा पीडियाट्रिशियन और एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही आपको शिशु के लिए बीन्स (Beans for baby) का चुनाव करना चाहिए। जो आपके बच्चे की डायट को तो पूरा करेगा ही, साथ ही उसे सही न्यूट्रिशन भी प्रदान करेगा।