backup og meta

पोस्टपार्टम रिकवरी को स्पीड अप करने के लिए अपनाएं ये 7 टिप्स

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 31/05/2022

    पोस्टपार्टम रिकवरी को स्पीड अप करने के लिए अपनाएं ये 7 टिप्स

    अक्सर महिलाएं प्रेग्नेंसी के फेज में कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करती हैं, और सोचती हैं कि बस डिलिवरी तक की बात है, लेकिन बता दें कि डिलिवरी के बाद भी महिलाओं को पोस्टपार्टम फेज से गुजरना होता है। जिसमें कई प्रकार की तकलीफें हो सकती हैं। किसी महिला की पोस्टपार्टम रिकवरी टाइमलाइन (Postpartum Recovery Timeline) कैसी होती है इसमें कितना समय लगता है जानने के लिए पढ़ें ये लेख…

    पोस्टपार्टम रिकवरी टाइमलाइन (Postpartum Recovery Timeline)

    आपकी डिलिवरी किसी भी प्रकार से हुई हो पोस्टपार्टम के शुरुआती 6 हफ्तों को रिकवरी पीरियड माना जाता है। भले ही आपकी डिलिवरी बिना किसी परेशानी के हुई हो तब भी रिकवरी के लिए समय देना जरूरी है। इसे पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) कहा जाता है। प्रेग्नेंसी पीरियड के अदौरान बॉडी कई प्रकार के स्ट्रेच और स्ट्रेस से गुजरती है इसलिए इसे रिकवरी की आवश्यकता होती है।

    हर मां अलग होती है इसलिए हर महिला को रिकवरी रेट अलग होता हे और उसके पोस्टपार्टम लक्षण भी अलग होते हैं। कुछ लक्षण एक ही हफ्ते में ठीक हो जाते हैं तो कुछ को जैसे निप्पल पेन, पेरिनल पेन और पीठ में दर्द जैसे लक्षणों को ठीक होने में कई हफ्ते भी लग सकते हैं। वहीं लीकी ब्रेस्ट और पीठ में दर्द की परेशानी बेबी के थोड़े बड़े होने तक भी रह सकती है।

    और पढ़ें: Postpartum cramps: डिलीवरी के बाद पोस्टपार्टम क्रैम्प्स को कैसे कम करें?

    पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) टाइमलाइन और डिलिवरी का प्रकार

    अगर महिला की डिलिवरी नॉर्मल हुई है तो पेरिनियल को हील होने में काफी समय लग सकता है। यदि पेरिनियल टियर (Perineal tear) या एपिसियोटमी (Episiotomy) हुई है तो रिकवरी में तीन सप्ताह से लेकर छह सप्ताह या उससे अधिक तक का समय लग सकता है।

    यदि आपने सी-सेक्शन द्वारा प्रसव कराया है, तो प्रसव के बाद पहले तीन से चार दिन अस्पताल में बिताने होंगे ताकि घाव ठीक से भर सकें। आपको सामान्य होने में चार से छह सप्ताह लगेंगे। इस पर निर्भर करते हुए कि आपने कितना और कितनी देर तक पुश किया था। आप कुछ दिन पेरिनियल पेन होने की भी उम्मीद कर सकते हैं।

    और पढ़ें: Best Postpartum Underwear: जानिए 7 बेस्ट पोस्टपार्टम अंडरवियर के बारे में!

    डिलिवरी के बाद कितनी ब्लीडिंग होना सामान्य है? (How much bleeding is normal after delivery?)

    बर्थ के बाद पोस्टपार्टम ब्लीडिंग 6 महीने तक हो सकती है। यह बचे हुए ब्लड, यूटेरस के टिशूज और म्यूकस होता है। ब्लीडिंग 3 से 10 दिन तक बहुत हैवी हो सकती है। इसके बाद ये कम होने लगती है और ब्लड का रंग लाल से गुलाबी से भूरे से पीला होता जाता है। यदि ब्लड क्लॉट्स दिखाई देते हैं या हर घंटे एक से अधिक पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो प्रसवोत्तर रक्तस्राव से बचने के लिए तुरंत अपने डॉक्टर को बुलाएं।

    पोस्टपार्टम रिकवरी की प्रॉसेस को स्पीड अप करने के लिए क्या किया जा सकता है?

    यहां बताई जा रही टिप्स पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) की प्रॉसेस को स्पीडअप करने में मदद कर सकती हैं। चलिए जान लेते हैं उनके बारे में।

    1.पेरिनियम हीलिंग में खुद की मदद करें (Help Yourself With Perineum Healing)

    बर्थ के बाद कुछ घंटों के अंतराल में डॉक्टर की सलाह पर बर्फ की सिकाई करें। यूरिन पास करने के पहले और बाद में गुनगुने पानी का स्प्रे करें। इससे यूरिनेशन के दौरान टॉर्न स्किन के इर्रिटेशन को दूर करने में मदद मिलेगी। कुछ दिनों तक सिट्स बाथ लिया जा सकता है। इससे दर्द में राहत मिलेगी। लंबे समय तक खड़ा रहना, बैठना और एक तरफ सोना अवॉइड करें और पोस्टपार्टम रिकवरी की स्पीड को बढ़ाएं।

    2.सी-सेक्शन (C-section) घाव की देखभाल करें

    पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) को बढ़ाने के लिए सी-सेक्शन के बाद होने वाले स्टिच की देखभाल करना जरूरी हो जाता है। घावों को डॉक्टर की सलाह पर साफ पानी और माइल्ड सोप से धोना चाहिए। इसके बाद इसे साफ टॉवेल से पोछें इसके बाद एंटीबायोटिक ऑइंटमेंट लगाएं। डॉक्टर्स से इस बारे में भी जरूर पूछें कि घाव को कवर करना है खुला रखना। प्रभावित जगह का नमी का बचाव करें। कठिन एक्सरसाइज से बचें जब डॉक्टर हां ना कहे।

    एब्डोमिनल साउंड

    3.अगर दर्द से परेशान हैं तो

    पोस्टपार्टम रिकवरी में दर्द से राहत प्राप्त करना बेहद जरूरी है। अगर आपको असहनीय दर्द है तो डॉक्टर की मदद से पेन किलर लें। इसके अलावा हॉट शॉवर और हीटिंग पेड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मसाज भी पोस्टपार्टम रिकवरी में मदद कर सकती है, लेकिन एक बार पहले अपने डॉक्टर से इसके बारे में जरूर सलाह ले लें।

    4.बॉवेल मूवमेंट (Bowel movement) को रेगुलर रखना है जरूरी

    पहले पोस्टपार्टम बॉवेल में समय लग सकता है, लेकिन खुद को फोर्स ना करें। बहुत सारे फायबर का सेवन करें। सब्जियां, फल और साबुत अनाज फायबर का अच्छा सोर्स हैं। वॉक पर जाए, जेंटल स्टूल सॉफ्टनर का यूज भी कर सकते हैं। बॉवेल के लिए बहुत ज्यादा प्रेशर ना डालें यह पेरिनियल टियर और सी सेक्शन स्कार के लिए अच्छा नहीं है। इससे पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) कम होने की जगह बढ़ सकता है।

    और पढ़ें: Postpartum Hernia: पोस्टपार्टम हर्निया क्या है? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां!

    5.ब्रेस्ट की केयर करें (Take care of breast)

    पोस्टपार्टम रिकवरी अच्छी हो इसके लिए ब्रेस्ट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। ब्रेस्ट में खुजली की परेशानी के लिए वॉर्म कंप्रेस, आइस पैक या जेंटल मसाज का उपयोग करें। कंफर्टेबल नर्सिंग ब्रा पहनें। क्रेक्ड निप्पल की समस्या से बचने या इसे रोकने के लिए लेनोलिन क्रीम (Lanolin cream) का उपयोग करें।

    6.डॉक्टर अपॉइंटमेंट्स को रेगुलर रखें (Keep Doctor Appointments Regular)

    अपने डॉक्टर से जांच कराना आवश्यक है, क्योंकि इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) अपेक्षित रूप से हो रही है या नहीं। आपका OB/GYN भावनात्मक रूप से भी आपकी मदद कर सकती है और, यदि आवश्यक हो, तो उनसे सुझाव लिया जा सकता है कि एक नई मां बनने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। यदि सी-सेक्शन हुआ था, तो टांके हटाने के लिए अपॉइंटमेंट सुनिश्चित करें, क्योंकि उन्हें बहुत लंबे समय तक ऐसे ही छोड़ने से निशान और भी खराब हो सकते हैं। और निश्चित रूप से अपने डॉक्टर को बताएं अगर कोई लक्षण हैं जो परेशान करते हैं, जैसे बुखार, दर्द या चीरे के आसपास कोमलता।

    7.थकान कम करने और कब्ज से लड़ने के लिए अच्छा खाएं (Eat Well to Reduce Fatigue and Fight Constipation)

    जैसे आपने गर्भावस्था के दौरान किया था, वैसे ही तीन बड़े भोजन के बजाय पूरे दिन में पांच छोटे मील लेने का लक्ष्य रखें। बवासीर को रोकने में मदद करने के लिए ऊर्जा के लिए जटिल कार्ब्स और प्रोटीन के साथ-साथ भरपूर मात्रा में फाइबर (फलों, सब्जियों और साबुत अनाज में पाए जाने वाले) का सेवन करें। पीनट बटर के साथ होल-व्हीट टोस्ट, सब्जियां, या मुट्ठी भर जामुन के साथ दही के बारे में सोचें। प्रतिदिन कम से कम लगभग आठ गिलास पानी पिएं। और एल्कोहॉल और कैफीन को छोड़ने की कोशिश करें, जो आपके मूड को प्रभावित कर सकते हैं और नींद में खलल पैदा कर सकते हैं, जबकि पहले से ही आपके घर में न्यूबोर्न बेबी है।

    और पढ़ें: पोस्टपार्टम एंग्जायटी : नयी मां के लिए खड़ी कर सकती है परेशानी!

    उम्मीद करते हैं कि आपको पोस्टपार्टम रिकवरी (Postpartum Recovery) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

     

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

    फार्मेसी · Hello Swasthya


    Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 31/05/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement