के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एथेरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारे शरीर में मौजूद धमनियों के अंदर रूकावट पैदा होने लगती है। धमनियां वो रक्त वाहिकाएं होती हैं जो आपके दिल केे साथ-साथ शरीर के तमाम अंगों तक ऑक्सिजन युक्त खून पहुंचाती हैं। वहीं इनमें जो रूकावट पैदा होती है वह फैट यानी वसा, कोलेस्ट्रॉल, कैल्शियम और खून में मौजूद अन्य तत्वों के जमाव से होती है। समय के साथ-साथ यह जमाव धमनियों के अंदर का रास्ता सकरा कर देता है। इसकी वजह से ऑक्सिजन युक्त खून का हमारे शरीर के विभिन्न अंगों तक बहाव धीमा पड़ जाता है। एथेरोस्क्लेरोसिस की वजह से हार्ट अटैक (Heart attack), स्ट्रोक (Stroke) और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
एथेरोस्क्लेरोसिस उम्रदराज लोगों में अक्सर पाई जाने वाली समस्या है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपको एथेरोस्क्लेरोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है। आपकी उम्र बढ़ने के साथ-साथ अनुवंशिकी और जीवनशैली के अनुसार धमनियों में रूकावट पैदा होने लगती है। जैसे-जैसे आप मध्यम उम्र से अधेड़ होने लगते हैं जमाव बढ़ता जाता है। इसके लक्षण साफ दिखाई देने लगते हैं। पुरुषों में 45 साल की उम्र के बाद और महिलाओं में 55 साल की उम्र के बाद एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, कई तरह से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर्स से संपर्क कर सकते हैं।
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एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या एकाएक जन्म नहीं लेती, यह शरीर में धीरे-धीरे पनपती है। माइल्ड एथेरोस्कलेरोसिस (Mild Atherosclerosis) यानी जब एथेरोस्क्लेरोसिस शुरुआती अवस्था में होता है तब इसके कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। जब तक धमनियों की रूकावट अंगों तक खून के बहाव को धीमा न करने लगे, तबतक एथेरोस्क्लेरोसिस के लक्षण नजर नहीं आते। कई बार खूने के थक्के पूरी तरह तरह से खून के बहाव को रोक देते हैं, जिसके वजह से हार्ट अटैक या स्ट्रोक आ जाता है।
अगर आपको ऐसी धमनियों में एथेरोस्क्लेरोसिस है जो दिमाग तक जाती हैं, तो आपको पैरों के अचानक सुन्न और कमजोर पड़ने, बोलने में परेशानी, आंखों में धुंधलापन और चेहरे की मांसपेशियों में अजीब से बदलाव जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
अगर आपको ऐसी धमनियों में एथेरोस्क्लेरोसिस है जो आपके हाथ या पैर तक जाती हैं, तो आपको चलने-फिरने में तकलीफ हो सकती है।
अगर आपको ऐसी धमिनयों में एथेरोस्क्लेरोसिस है जो आपकी किडनी तक जाती हैं, तो आप हाई ब्लड-प्रेशर का शिकार हो सकते हैं और आपकी किडनी भी फेल हो सकती है।
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एथेरोस्क्लेरोसिस धमनियों में रुकावट की वजह से होता है जो खून के बहाव को रोकती है। इससे शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन युक्त खून ठीक से नहीं पहुंच पाता।
धमनियों में रूकावट आने या उसके ठोस होने के निम्न कारण हैं-
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इस बारे दिल्ली के क्लीनिक्ल जनरल फीजिश्यन डॉक्टर अशोक रामपाल का कहना है कि एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा कई कारणों से बढ़ जाता है। इनमें से कुछ से बचाव संभव है वहीं कुछ से नहीं। एथेरोस्क्लेरोसिस का समय पर निदान आपको हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि गंभीर खतरों से बचा सकता है। इसलिए सबसे बेहतर है कि आप ऐसी स्थिति में जितना जल्दी हो सके डॉक्टरी सलाह अवश्य लें। अगर आपको उपरोक्त में से कोई भी लक्षण नजर आते हैं, या आपके मन में इसे लेकर कोई भी सवाल हैं जो अपने डॉक्टर की मदद लें।
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। हमेशा अपने डॉक्टर की मदद जरूर लें।
एथेरोस्क्लेरोसिस का निदान कैसे किया जाता है? (Atherosclerosis diagnosis)
आपके शारीरिक परीक्षण के दौरान डॉक्टर धमनियों में रूकावट के लक्षणों को पकड़ सकता है
एथेरोस्क्लेरोसिस का इलाज कई तरह से संभव है। अपनी जीवनशैली में बदलाव, खासतौर पर खानपान में फैट वाले भोजन में कमी करना और कोलेस्ट्रॉल को कम करने की हिदायत दी जाती है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। इस सबके साथ निम्न चीजों की मदद ली जाती है, जैसे-
एथेरोस्क्लेरोसिस रोकने के लिए कई तरह की दवाईयां प्रभावी हैं जैसे-
कई मामलों में एथेरोस्क्लेरोसिस गंभीर स्थिति में होता है, जिसके लिए सर्जरी की आवश्यक्ता पड़ती है।
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