शिशु के अच्छे स्वास्थ्य में मां के दूध की क्या भूमिका है। यह सभी जानते हैं, लेकिन फिर भी ऐसे बहुत से ऐसे कारण होते हैं, जिसके चलते कई बार मां शिशु को अपना ब्रेस्टफीड नहीं करा पाती हैं, जैसे कि कोई हेल्थ प्रॉब्लम या हार्ड एंटीबॉयोटिक दवाओं के सेवन के कारण, उन्हें स्तनपान रोकना पड़ता है। इसके अलावा कई वर्किंग मॉम्स भी कुछ कारणों के चलते शिशु को ब्रेस्टफीड की जगह बॉटल फीड कराने का निणर्य लेती हैं। ऐसे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन अगर कुछ दिनों या महीनों के अंतराल के बाद दोबारा शिशु को ब्रेस्टफीड कराने का प्लान करती हैं, तो उसे रिलैक्टेशन कहते हैं। यानि कि जब एक अंतराल के बाद मां शिशु को फिर से स्तनपान कराने का सोचती हैं, तो उसे रिलैक्टेशन (Relactation) कहते हैं। पांच से छ महीने के अंतराल के बाद दोबारा ब्रेस्फीड कराने पर मां कोई तरह की दिक्कतें भी आ सकती हैं। अगर आप भी रिलैक्टेश का प्लान कर रही हैं, तो जानें किन बातों का रखें ध्यान।