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2. स्तनपान में सुधार के लिए सेवन करें स्टिंगिंग नेटल (Stinging nettle)

स्टिंगलिंग नेटल गहरे हरे रंग की पत्ती होती है। इसमें आयरन की प्रचुर मात्रा उपलब्ध होती है। इसके साथ ही इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी और विटामिन-के भी मौजूद होता है। बेबी डिलिवरी के बाद स्टिंगलिंग नेटल का सेवन किया जाता है। इसके सेवन से खून की कमी दूर होती है, थकान महसूस नहीं होती है और ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई भी बढ़ता है। हालांकि जो महिलाएं ब्लड थिनर, ब्लड प्रेशर की दवा, ड्यूरेटिक्स और डायबिटीज जैसी दवाओं का सेवन करती हैं उन्हें स्टिंगलिंग नेटल का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर स्तनपान करवाने वाली महिलाएं इसका सेवन करना चाहती हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही करना शारीरिक दृष्टिकोण से सही होगा।
हर्ब की लिस्ट में शामिल स्टिंगलिंग नेटल का सेवन कम से कम करना चाहिए। क्योंकि इससे नुकसान भी हो सकता है। इसलिए इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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3. स्तनपान में सुधार के लिए सेवन करें अल्फाल्फा (Alfalfa)

शरीर को फिट रखने के लिए अल्फाल्फा का सेवन करना चाहिए यह तो हमसभी जानते हैं। हेल्दी रहने के साथ-साथ ब्रेस्टफीडिंग में सुधार लाने के लिए भी अल्फाल्फा का सेवन करना चाहिए। इसका इस्तेमाल होमीओपैथिक दवाओं के साथ-साथ आयुर्वेदिक में भी किया जाता है। अल्फाल्फा में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अत्यधिक होने के साथ-साथ इसमें एंटीऑक्सिडेंट भी मौजूद होता है। अल्फाल्फा को अपने नियमित डायट में शामिल कर ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाया जा सकता है। यू.एस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए अल्फा अल्फा का सेवन सुरक्षित माना गया है लेकिन, इसका संतुलित मात्रा में ही सेवन किया जाना चाहिए।
अल्फा अल्फा के ज्यादा सेवन से नुकसान भी हो सकता है। इसलिए स्तनपान में सुधार लाने के लिए इस जड़ी-बूटी के सेवन से पहले एक्सपर्ट से सलाह लें।
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ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को किन-किन खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए?
ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को निन्मलिखित खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। जैसे-
- आजकल हर्बल टी का चलन तेज होता जा रहा है। कई लोग दिनभर में कई बार ग्रीन टी या ऐसे ही अन्य चाय का सेवन कर लेते हैं। ऐसे में ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को एक या दो कप से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- अगर आप चाय या कॉफी पीना भी पसंद करती हैं, तो इसका सेवन कम से कम करें। क्योंकि इन पेय पदार्थों के सेवन से हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो सकती हैं। इसके साथ ही कोशिश करें पांच या छह बजे शाम के पहले ही चाय या कॉफी पीने की आदत डालें। देर शाम इनके सेवन से नींद नहीं आने की परेशानी हो सकती है।
- स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को एल्कोहॉल और स्मोकिंग नहीं करना चाहिए। इसके सेवन से मां और शिशु दोनों को ही नुकसान पहुंचेगा।
- ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को ब्रोकली का सेवन नहीं करना चाहिए या इसका सेवन कम से कम करना चाहिए। इसके सेवन से मां और शिशु दोनों को ही एसीडिटी की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को मछली का सेवन खासकर हाई मरक्यूरी फिश का सेवन नहीं करना चाहिए। ठीक इसी तरह अगर आप स्तनपान करवा रहीं हैं, तो ऐसे वक्त में भी हाई मरकरी फिश का सेवन न करें। कुछ रिसर्च के अनुसार इससे शिशु के ब्रेन डेवलपमेंट में बाधा पहुंच सकती है।