आर्काइव्स ऑफ इंटर्नल मेडिसिन ट्रस्टेड सोर्स में छपी एक स्टडी के मुताबिक, कैल्शियम सप्लिमेंट्स से मृत्यु का थोड़ा कम जोखिम जुड़ा था, लेकिन आयरन सप्लिमेंट से मृत्यु का बहुत अधिक जोखिम जुड़ा पाया गया। हालांकि, इस रिसर्च का यह मतलब नहीं है कि विटामिन और मिनरल सप्लिमेंट आपके लिए बुरे हैं। दरअसल, हेल्दी रहने के लिए आपको आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए और कुछ खास स्वास्थ्य समस्याओं जैसे एनीमिया के मरीजों के लिए आयरन सप्लिमेंट भी जरूरी है। आर्काइव्स ऑफ इंटर्नल मेडिसिन ट्रस्टेड सोर्स में छपे अध्ययन का मकसद यह बताना है कि किसी स्वस्थ व्यक्ति को अतिरिक्त आयरन सप्लिमेंट्स नहीं लेना चाहिए यह उसको नुकसान पहुंचा सकता है।
एक अन्य रिसर्च के मुताबिक, अधिक मात्रा में विटामिन ई लेने से हार्ट फेलियर और समय से पहले मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक रिसर्च के मुताबिक, अधिक विटामिन ए सप्लीमेंट्स का सेवन आपकी हड्डियों की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
कोई भी विटामिन सप्लिमेंट्स लेने से पहले अपने डॉक्टर से उसके फायदे और उससे जुड़े जोखिम के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
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विटामिन सप्लिमेंट्स आहार का विकल्प नहीं
याद रखिए कि डायट्री सप्लिमेंट्स कभी भी संतुलित आहार की जगह नहीं ले सकते हैं। कई लोगों को लगता है कि मल्टीविटामिन की गोलियां लेना उनके गलत खानपान की आदतों को बैलेंस कर देगा, जबकि सच्चाई यह है कि विटामिन और मिनरल सप्लिमेंट्स कोई जादू नहीं हैं। यदि आपको यह लगता है कि आपको अपने वर्तमान भोजन से पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं, तो अपने आहार में बदलाव करें। डायट्री सप्लिमेंट्स की तुलना में फल, सब्जियां और साबूत अनाज से मिलने वाले पोषक तत्व अधिक फायदेमंद होते हैं।
साबूत अनाज में माइक्रोन्यूट्रिएट्स होता है। कई साबूत अनाज में डायट्री फाइबर की प्रचुरता होती है। फाइबर से भरपूर चीजें खाने कब्ज और हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। कुछ साबूत अनाज में फाइटोकेमिकल्स होता है जो हार्ट डिसीज, कैंसर, डायबिटीज को रोकने में मदद करता है।
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किन लोगों को होती है विटामिन सप्लिमेंट्स की जरूरत?