- प्रोटीन 100 ग्राम (41 कैलरी)
- वसा 100 ग्राम (930 कैलरी)
- और कार्बोहाइड्रेट 400 ग्राम (1,640 कैलरी), कुल कैलोरी लगभग 3000
बच्चों में पोषण की कमी से होने वाली समस्याएं :
बच्चों में पोषण की कमी के कारण अवसाद और घबराहट (Depression and anxiety)
अवसाद और घबराहट मानसिक स्थितियां हैं। लेकिन, आश्चर्य की बात यह है कि इनसे जुड़ी अधिकांश मामलों में इन समस्याओं की वजह शिशु में पोषक तत्वों की कमी (nutritional deficiencies) होती है। जब बच्चों को पोषण तत्वों की पर्याप्त मात्रा नहीं मिल पाती है तो उसे घबराहट और बेचैनी महसूस होने लगती है। जिसके कारण उनमें चिड़चिड़ापन आ जाता है।
यह भी पढ़ें: बच्चों के मानसिक तनाव को दूर करने के 5 उपाय
हाइपरएक्टिविटी (Hyperactivity) भी बच्चे में पोषण की कमी का संकेत
बहुत से बच्चे कभी शांत और आराम से नहीं बैठते हैं। उनका मस्तिष्क बहुत ज्यादा एक्टिव होता है। आपने भी देखा होगा कि इस तरह के बच्चे हर समय दौड़ते और कूदते हुए रहते हैं। हालांकि यह स्थिति बहुत हद तक आनुवंशिकी होता है लेकिन, कई बच्चे कई एक्टिव नहीं होते हैं क्योंकि वो अंदर से कमजोर होते हैं। इसलिए उनके भोजन में पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए, जैसे फल, दूध और हरी सब्जियां आदि।
बोलने में देरी की समस्या (Delay in speech)
बच्चों में देर से बोलने की समस्या की मुख्य वजह है विटामिन बी-12 की कमी। इसलिए उन्हें विटामिन बी-12की कमी को पूरा करने के लिए सप्लिमेंट देना उचित नहीं है। बेहतर यह कि हम शिशु के आहार में ऐसे चीजों को शामिल करें जिन में प्रचुर विटामिन बी-12 में पाया जाता है। B12 वाले अहारों में अंडा, मीट, मछली, दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे कि पनीर, छास, दही, इत्यादि है।
यह भी पढ़ें: बच्चे के लिए दूध और दलिया की हेल्दी रेसिपी आईडिया
बच्चों में पोषण की कमी के कारण होता है मोटापा (Obesity and excessive weight problem)
क्या आप यह सोचते हैं कि, पोषक तत्वों की कमी से केवल कुपोषण होता है, जिसमें बच्चे दुबले पतले होते हैं, तो गलत है। आपको यह बात दें कि पोषण की कमी से मोटापा और अत्यधिक वजन की समस्या भी हो सकती है। दरअसल मोटापा और अत्यधिक वजन की समस्या कुपोषण से ही संबंधित है।