प्रेग्नेंसी में एल्कोहॉल के सेवन की मनाही होती है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि पहले ट्राइमेस्टर में न्यूनतम मात्रा में इसका सेवन महिलाओं के लिए नुकसानदायक नहीं है। इसको लेकर कई अध्ययन भी किए जा चुके हैं। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह और कितनी भी मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करना सुरक्षित नहीं माना जाता। जर्नल ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनेकोलॉजी प्रकाशित तथ्यों के अनुसार पहले ट्राइमेस्टर में न्यूनतम मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करना कम नुकसानदायक होता है। इसमें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और प्रीमैच्योर डिलिवरी का खतरा कम देखा गया है। साथ ही बच्चे का वजन कम होने के संकेत भी नहीं मिले हैं। “हैलो स्वास्थ्य” के इस आर्टिकल में जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में एल्कोहॉल का सेवन करना सही है या नहीं? क्या इसकी कुछ मात्रा निर्धारित है?
प्रेग्नेंसी में एल्कोहॉल का सेवन कितना सही कितना गलत?
गर्भवती महिला के ब्लड में एल्कोहॉल मिलकर गर्भनाल (umbilical cord) के माध्यम से शिशु तक पहुंचती है जो शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती है। गर्भावस्था के दौरान शराब पीने से गर्भपात, स्टिलबर्थ (still birth) और आजीवन शारीरिक, व्यवहारिक और बौद्धिक अक्षमता हो सकती है। इन असामान्यताओं को भ्रूण एल्कोहॉल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (FASDs) के रूप में जाना जाता है। यह एक साइंटिफिक टर्म है जिसका उपयोग एल्कोहॉल की वजह से गर्भ में पल रहे शिशु के साथ होने वाली समस्याओं के लिए करते हैं। भ्रूण एल्कोहॉल स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर वाले शिशुओं में निम्नलिखित विशेषताएं और व्यवहार हो सकते हैं: