
19वां हफ्ता: बच्चे का साइज
19वें हफ्ते में बच्चा आम (mango) की साइज का हो जाता है। इस दौरान बच्चे का वजन 238 ग्राम और लंबाई 6 इंच की हो जाती है। इस स्टेज में आने के बाद गर्भवती महिला को पैरों में क्रैम्प आने लगते हैं और पेट पर दवाब बढ़ने लगता है।

20वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस हफ्ते में बच्चे का साइज केले (banana) की तरह हो जाता है। वह महिला जो दूसरी बार गर्भवती हुई है, वो आसानी से बच्चे की मूवमेंट को समझ सकती हैं। बच्चे का वजन 283 ग्राम और लंबाई 10.5 इंच हो जाती है। कभी-कभी इस स्टेज में सांस संबंधी परेशानी भी गर्भवती महिलाएं महसूस कर सकती हैं।

21 वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस हफ्ते में बच्चे का साइज गाजर (carrot) की तरह हो जाता है। बच्चे का वजन 340 ग्राम और लंबाई 10.58 इंच हो जाती है। इस स्टेज में आने के बाद बेबी बंप आसानी से नजर आने लगता है। गर्भवती महिलाएं इस दौरान पैरों में क्रैम्प महसूस कर सकती हैं। इस दौरान वजायना से डिस्चार्ज होना नॉर्मल माना जाता है।

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22वां हफ्ता: बच्चे का साइज
बच्चे का विकास तेजी से होते रहता है और साइज गाजर (carrot) के तरह ही होता है। डॉक्टर बच्चे की ग्रोथ को ध्यान रखते हैं। इस दौरान बच्चे का वजन 425 ग्राम और लंबाई 11 इंच तक होती है। इस स्टेज में गर्भवती महिला को हार्ट बर्न और शरीर में खुजली की समस्या हो सकती है।

23वां हफ्ता: बच्चे का साइज
23वें हफ्ते में बच्चे का साइज ग्रेपफ्रूट (grapefruit) की तरह हो जाता है और रेड ब्लड सेल्स बोनमेरो में विकसित होने लगती हैं। इस दौरान बच्चे का वजन 498 ग्राम और लंबाई 11.4 इंच होती है। इस हफ्ते के साथ गर्भवती महिला को मसूढ़ों में सूजन की समस्या शुरू जाती है।

24वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस हफ्ते में बच्चा कॉर्न (corn) की साइज का हो जाता है। लंग्स डेवलप हो जाते हैं, लेकिन इस स्टेज में आने के बाद प्रीमैच्योर डिलिवरी की संभावना हो सकती है। बच्चे का वजन 589 ग्राम और लंबाई भी बढ़ जाती है।

25वां हफ्ता: बच्चे का साइज
बेबी एकॉर्न स्क्वैश (acorn squash) की तरह होता है और बच्चे के किक को महसूस किया जा सकता है। इस हफ्ते में बच्चे का वजन 680 ग्राम और लंबाई 13.6 इंच तक होती है। इस स्टेज में प्रेग्नेंट लेडी को नींद ठीक से न आने की परेशानी के साथ टॉयलेट बार-बार जाना पड़ता है।

26वां सप्ताह: बच्चे का साइज
बच्चे काले (Kale) के सिर की तरह डेवलप हो जाते हैं और इस स्टेज में बच्चे का वजन 771 ग्राम और लंबाई 14 इंच तक हो सकती है। इस स्टेज में पहुंचने के बाद गर्भवती महिला को ब्लड प्रेशर नियमित रूप से चेक करवाना चाहिए। मैटरनिटी आउटफिट्स ही पहनना चाहिए क्योंकि यह आरामदायक होता है।

27वां हफ्ता: बच्चे का साइज
27वां हफ्ता इस दौरान बच्चा फूलगोभी (cauliflower) के साइज का हो जाता है। बच्चे का वजन 861 ग्राम और लंबाई 14.4 इंच होती है। गर्भावस्था के दूसरी तिमाही में होने वाली परेशानी तीसरी तिमाही में भी होते रहती है।

28वां हफ्ता: बच्चे का वजन
इस हफ्ते तक पहुंचने पर बच्चे का साइज बड़े बैंगन (large eggplant) की तरह हो जाता है। कभी-कभी इस हफ्ते में बच्चे के हिचकी (hiccups) गर्भवती महिला महसूस कर सकती हैं। बच्चे का वजन 997 ग्राम और लंबाई 15 इंच होती है। पेट पर अत्यधिक दवाब महसूस करना जिस कारण सामान्य से ज्यादा टॉयलेट जाना पड़ता है।

29वां सप्ताह: बच्चे का साइज
29वें हफ्ते में बच्चे का साइज बटरनट स्क्वैश (butternut squash) की तरह हो जाता है। इस स्टेज में ब्रेन तेजी से डेवलप होता है। बच्चे का वजन 1.1 kg हो जाता है और लंबाई 15.2 इंच तक हो जाती है। इस स्टेज में कब्ज, नींद और खुजली की समस्या हो सकती है।

30वां हफ्ता: बच्चे का साइज
30वें हफ्ते में बच्चे का साइज बढ़कर पत्तागोभी (cabbage) की तरह हो जाता है। इस दौरान बच्चे का वजन 1.3 kgs और लंबाई 15.7 इंच हो जाती है। गर्भवती महिला इस स्टेज में शरीर के बढ़ते वजन और प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों की वजह से परेशान रहती हैं।

31वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस स्टेज में बच्चा नारियल की साइज का विकसित हो जाता है। इस स्टेज में बच्चे का वजन 1.4 kgs से ज्यादा होता है और लंबाई 16.2 इंच होती है। गर्भवती महिला इस दौरान सीने में जलन जैसे अन्य परेशानियां महसूस कर सकती है।

32वां हफ्ता: बच्चे का साइज
32वें हफ्ते में बच्चे का साइज चाइनीज कैबेज (Chinese cabbage) के जैसा होता है। इस स्टेज में बच्चे के पैर और अंगुलियों में नाखून आ जाते हैं। बच्चे का वजन 1.7 kg और लंबाई 16.7 इंच होती है। इस हफ्ते में वजायना से डिस्चार्ज हो सकता है वहीं निप्पल का रंग सामान्य से ज्यादा गहरा हो जाता है ब्रेस्ट से लिक्विड का सिक्रीशन होता है।

33वां हफ्ता: बच्चे का साइज
बेबी में हो रही ग्रोथ 33वें हफ्ते में पहुंचने के बाद बच्चा अनानास (pineapple) के जैसा हो जाता है। इस दौरान बच्चे के वजन 1.9 kg और लंबाई 17.2 इंच हो जाता है। इस हफ्ते में गर्भवती महिला सिरदर्द की समस्या से परेशान रहती है।

34वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस हफ्ते में बेबी मेलोन (melon) की तरह हो जाता है। इस समय स्वस्थ बच्चे का वजन 2.1 kg और लंबाई 17.7 इंच हो जाती है। इस स्टेज में आने के बाद बेबी धीरे-धीरे डिलिवरी की पुजिशन में आने लगता है।

35वां हफ्ता: बच्चे का साइज
बेबी 35वें हफ्ते में हनीडीयू मेलोन (honeydew melon) की तरह हो जाता है और अब बेबी का मूवमेंट बढ़ जाता है। बच्चे का वजन 2.4 kg और 18 इंच लंबाई हो जाती है। ब्लैडर (bladder) पर दवाब बढ़ने की वजह से प्रेग्नेंट महिला को बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है।

36वां हफ्ता: बच्चे का साइज
बच्चे का साइज कैनरी मेलोन (canary melon) की तरह होता है। इस हफ्ते में बच्चे के सिर पेल्विस (pelvis) की ओर शिफ्ट हो जाते हैं। 36वें हफ्ते में बच्चे का वजन 2.6 kg और लंबाई 18.6 इंच होता है। इस स्टेज में प्रेग्नेंट लेडी सांस आसानी से ले सकती है क्योंकि बेबी पेल्विस फ्लोर के पास आ जाता है।

37वें हफ्ता: बच्चे का साइज
बेबी इस हफ्ते में स्विस चार्ड पत्ते (Swiss chard leaves) की तरह हो जाता है। इस दौरान बच्चे का वजन 2.8 kg और लंबाई 19 इंच हो जाती है। गर्भवती महिला को इस हफ्ते में वजायनल डिस्चार्ज या स्पॉटिंग की समस्या हो सकती है।

38वां हफ्ता: बच्चा का साइज
38वें हफ्ते में बच्चे का साइज रूबार्ब (rhubarb) के तने की तरह हो जाता है। बच्चे का वजन 3 kg और लंबाई 19.5 इंच होता है। इस दौरान ब्रेक्सटन हिक्स कॉन्ट्रैक्शन (Braxton hicks contractions) को लेबर पेन न समझें। किसी-किसी गर्भवती महिलाओं में एंग्जाइटी की समस्या हो सकती है।

39वां हफ्ता: बच्चे का साइज
इस हफ्ते में बेबी का साइज छोटे वॉटरमेलन की तरह होता है। शिशु के स्किन पर एक नई लेयर स्किन की आ जाती है। बच्चे का वजन 3.1 kg और लंबाई 20 इंच होती है।

40वां हफ्ता: बच्चे का साइज
40वां हफ्ता प्रेग्नेंसी के आखिरी हफ्ता होता है। बेबी बड़े वॉटरमेलन की तरह हो जाता है। अब किसी भी वक्त डिलिवरी हो सकती है। डिलिवरी के वक्त स्वस्थ्य बच्चे का वजन 3.4 kg रहता है और लंबाई 20.2 इंच होती है। गर्भवती महिला डिलिवरी के बाद ज्यादा से ज्यादा आराम करें, पौष्टिक आहार का सेवन करें हल्की-फुल्की एक्सरसाइज कर सकती हैं।

प्रेग्नेंसी के पहले और आखिरी हफ्ते (40वें हफ्ते) के बीच कोई भी परेशानी होने पर जल्द से जल्द से संपर्क करें। इस दौरान डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा, मेडिकल एडवाइज और सलाह प्रदान नहीं करता।
गर्भ में बच्चे का आकार समय के साथ बढ़ता है। बच्चे के विकास के साथ ही मां के शरीर में भी कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं। सभी महिलाओं में प्रेग्नेंसी का एहसास एक जैसा नहीं होता है। आप गर्भ में बच्चे का आकार के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।