प्रेग्नेंसी प्रॉसेस एक जटिल प्रक्रिया है। यह कई चरणों से होकर गुजरती है। इसकी शुरुआत स्पर्म और एग से होती है। स्पर्म सूक्ष्म कोशिकाएं होती हैं। इनका निर्माण टेस्टिकल्स में होता है। स्पर्म में दूसरे फ्लूड्स भी मिले होते हैं, जिनसे मिलकर यह सीमन (semen) बनता है। इजेक्युलेशन के दौरान यह पेनिस से बाहर आता है। एक बार के इजेक्युलेशन में करोड़ों स्पर्म बाहर आते हैं लेकिन, प्रेग्नेंसी में सिर्फ एक ही स्पर्म की एग के संपर्क में आने की जरूरत होती है। ऐसा होने पर महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं।
एग्स ओवरी में बनते हैं। हॉर्मोन मासिक धर्म के साइकल को नियंत्रित करते हैं। इससे कुछ एग्स हर महीने मैच्योर हो जाते हैं। एग्स के मैच्योर होने पर यह फर्टिलाइजेशन के लिए तैयार होते हैं। जब यह एग्स स्पर्म के संपर्क में आते हैं तो फर्टिलाइजेशन होता है। इसके अलावा, यह हार्मोन आपके गर्भाशय के अस्तर को मोटा और स्पोंगी बना देते हैं, जिससे आपकी बॉडी प्रेग्नेंसी के लिए तैयार होती है। जानिए पूरी प्रेग्नेंसी प्रॉसेस।