7. चक्कर आना (Dizziness)
सिर्फ चक्कर आना गर्भावस्था का प्रारंभिक लक्षण नहीं माना जा सकता है। गर्भावस्था के किसी भी अन्य लक्षण के साथ चक्कर आना प्रेग्नेंसी की ओर दर्शाता है। चक्कर आने की यह समस्या सेकंड ट्राइमेस्टर तक होती है लेकिन, इसके बाद धीरे-धीरे यह परेशानी कम होने लगती है।
8. सुस्त होना (Being lazy)
शरीर में जब प्रोजेस्ट्रॉन का स्तर बढ़ जाता है, तो थकान महसूस होने लगती है। हालांकि कुछ महिलाओं को यह सब महसूस नहीं होता है, जबकि कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के सिर्फ एक सप्ताह के बाद ही थकान महसूस होने लगती है।
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9. स्वभाव में बदलाव (मूड स्विंग्स)
यही नहीं स्वभाव में बदलाव (मूड स्विंग्स) भी तेजी से होता है। गर्भवती महिला को कब क्या पसंद आ जाए या कौन सी चीज अच्छी न लगे? यह निश्चित नहीं होता है।
10. गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण में अधिक बॉडी टेम्प्रेचर
प्रेग्नेंसी की शुरुआत के साथ-साथ बॉडी टेम्प्रेचर में भी बदलाव आता है। इस दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है। शरीर के तापमान का बढ़ना प्रेग्नेंसी की शुरुआती लक्षण है। अगर आपको सिर्फ शरीर के तापमान में ही वृद्धि महसूस हो रही है तो ये जरूरी नहीं है कि आप प्रेग्नेंट हो। बेहतर होगा कि आप एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट कराएं।
11. सिरदर्द होना (Having a headache)
प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण में सिरदर्द भी शामिल है। दरअसल गर्भावस्था के साथ ही ब्लड वॉल्यूम भी बढ़ने लगता है। इसी कारण सिरदर्द की परेशानी शुरू हो जाती है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षणों में शुरू हुई सिरदर्द की समस्या अपने आप कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।
12. सांस लेने में परेशानी होना
प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण में सांस लेने में समस्या हो सकती है। दरअसल शरीर द्वारा ऑक्सिजन की बढ़ती मांग कुछ महिलाओं को सांस लेने में कमी महसूस कर सकती है। क्योंकि गर्भ में पल रहे शिशु को आहार और पोषण के साथ-साथ ऑक्सिजन भी मां से ही मिलता है। हालांकि गर्भावस्था के बाद के चरणों में यह लक्षण अधिक सामान्य है।
उपरोक्त दिए गए लक्षणों में हो सकता है कि आपको एक या दो लक्षण ही नजर आएं या फिर सारे लक्षण नजर आएं। कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान उल्टी का एहसास नहीं होता है। ऐसे में महिला को पीरियड मिस होने के बाद ही प्रेग्नेंसी के बारे में पता चलता है। कई बार हार्मोन में कुछ बदलाव के कारण भी पीरियड मिस हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से जांच के बाद आपकी शंका दूर हो सकती है।
इन लक्षणों पर ध्यान देने से प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण की जानकारी पीरियड्स रुकने के पहले ही समझी जा सकती है। ऐसे लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से जल्द से जल्द संपर्क करें और खुद का और गर्भ में पल रहे शिशु का ध्यान रखें। लाइफ पार्टनर और परिवार के अन्य सदस्यों को भी गर्भवती महिला का ध्यान रखना चाहिए। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।