प्रेग्नेंसी: यदि आपको इस प्रकार के भावों का अहसास लगातार हो रहा है तो यह प्रेग्नेंसी के लक्षण हो सकते हैं। लगातार दुखी होने का अहसास डिप्रेशन की समस्या का संकेत हो सकता है। दुनियाभर की करीब 10 प्रतिशत महिलाएं प्रेग्नेंसी के शुरुआत में मेंटल हेल्थ कंडिशन जैसे डिप्रेशन का अहसास करती हैं।
पीएमएस और प्रेग्नेंसी में कब्ज (Constipation on Pregnancy)
कब्ज की समस्या भी पीएमएस और प्रेग्नेंसी दोनों में होती है। हार्मोन में बदलाव के कारण भी कब्ज हो सकता है। हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव आने से बाॅवेल मूवमेंट धीमा हो जाता है।
PMS: पीएमएस में बॉवेल से संबंधित दिक्कतें पीरियड शुरू होने के बाद खत्म हो जाती है।
प्रेग्नेंसी: वहीं अध्ययनों में पाया गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान 38 प्रतिशत महिलाओं को कब्ज हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को शुरुआती दो ट्राइमेस्टर में कब्ज की दिक्कत हो सकती है। कब्ज की समस्या में स्टूल पास करने में समस्या होती है। कब्ज की समस्या स्टूल टाइट हो जाता है और प्रेशर भी अधिक लगाना पड़ता है। यदि कब्ज की समस्या के दौरान फाइबर युक्त भोजन किया जाए तो समस्या से राहत मिल सकती है। फाइबर युक्त फूड में फलों के साथ ही सब्जियों का सेवन करना चाहिए। कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए लाइफस्टाइल में सुधार सकारात्मक परिणाम दिखाई पड़ते हैं।
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पीएमएस और प्रेग्नेंसी में थकान (Fatigue During Pregnancy)
पीएमएस और प्रेग्नेंसी दोनों में थकान महसूस होती है, लेकिन दोनों में अंतर भी होता है। आइए जानते हैं इसको।
PMS: पीरियड्स से पहले प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ने से थकावट बढ़ जाती है। यह थकावट पीरियड के शुरू होने से खत्म हो जाती है। कुछ महिलाओं थकान पीरियड के अंत तक भी रह सकती है। इसके अतिरिक्त यह बॉडी में आयरन की कमी के चलते एनीमिया का संकेत हो सकता है।
प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में थकावट एक सामान्य लक्षण है। अक्सर यह पहले ट्राइमेस्टर तक लगातार बनी रह सकती है। यहां तक कि कुछ महिलाओं को नौ महीने तक भी थकान रह सकती है।
प्रेग्नेंसी और पीएमएस के लक्षणों में कंफ्यूज होने के साथ ही कई बार महिलाएं नकली और असली लेबर में कंफ्यूज हो जाती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
पीएमएस और प्रेग्नेंसी में फूड क्रैविंग का एहसास (Food Craving)
PMS: जिन महिलाओं को पीएमएस की समस्या होती है उनकी ईटिंग हैबित बदल जाती है। ऐसे में चॉकलेट, कार्बोहाइड्रेड, शुगर, स्वीट्स या फिर सॉल्टी फूड के लिए क्रैविंग हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान इस तरह की क्रैविंग हो, ऐसा जरूरी नहीं है।
प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी के दौरान किसी खास फूड के लिए हाई क्रैविंग हो सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ फूड को खाने का बिल्कुल भी मन नहीं करता है। वहीं कुछ स्मैल से या फिर टेस्ट से दिक्कत भी होती है। ऐसा पूरी प्रेग्नेंसी के दौरान एहसास हो सकता है। अगर महिलाओं को नॉनफूड आइटम्स के प्रति क्रैविंक का एहसास हो रहा हो तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
पीएमएस और प्रेग्नेंसी (PMS & Pregnancy) में जी मिचलाने का एहसास
PMS: पीएमएस की समस्या के दौरान जी मिचलाने का एहसास हो सकता है। जी मिचलाने का एहसास अक्सर डायजेशन के खराब होने के कारण होता है। पीएमएस के लक्षण के तौर पर जी मिचलाने का एहसास हो सकता है।
प्रेग्नेंसी : प्रेग्नेंसी के दौरान जी मिचलाने का एहसास हो सकता है। मॉर्निंग सिकनेस की समस्या गर्भावस्था के दौरान आम समस्या के रूप में दिखाई पड़ती है। प्रेग्नेंसी के दौरान जी मिचलाने के साथ ही वॉमिटिंग भी होती है। प्रेग्नेंट महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या कभी भी हो सकती है। ये जरूरी नहीं है कि मॉर्निंग सिकनेस की समस्या सभी प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं होती है।