लेबर पेन के संकेत में सर्विक्स में बदलाव आना भी एक सामान्य लक्षण है। डिलिवरी का समय नजदीक आने पर गर्भवती महिला के शरीर मे कई बदलाव आते हैं, ग्रीवा के आकार में बदलाव आना भी उन्हीं मे से एक है। ग्रीवा का पतला होना तथा फैल जाना इस बात का संकेत होता है कि गर्भवती महिला के गर्भाशय का निचला भाग प्रसव के लिए तैयार हो चुका है। डिलिवरी के दौरान गर्भवती महिला की ग्रीवा लगभग चार से दस सेंटीमीटर तक खुल जाती है।
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बहुत नींद या थकान महसूस होना
कई बार डिलिवरी से पहले गर्भवती को बहुत नींद या थकान महसूस होती है जो लेबर पेन के संकेत में से एक है। प्रसव का समय नजदीक आने पर महिलाओं को बहुत ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस हो सकती है। इस दौरान महिलाएं बार-बार सोने की कोशिश करती हैं लेकिन, बेचैनी की वजह से उन्हें सोने में भी तकलीफ होती है। यह लेबर पेन शुरू होने का लक्षण हो सकता है।
वजन का घटना या बढ़ना
गर्भावस्था के आखिरी समय में वजन का बढ़ना अक्सर बंद हो जाता है लेकिन, कई बार देखा गया है कि प्रसव का समय पास आने पर कुछ महिलाओं का वजन अचानक बढ़ या घट सकता है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जो कि शिशु के जन्म के वजन को प्रभावित नहीं करती है। जब लेबर पेन के लक्षण (Labor pain signal) दिखाई देने लगें, तो सतर्क हो जाना चाहिए।
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लेबर पेन के लक्षण (Labor pain signal) : म्यूकस के साथ खून का आना
भूरे या लाल रंग का म्यूकस निकलना लेबर पेन के लक्षण (Labor pain signal) का पहला संकेत हो सकता है। यदि यूट्रस पर लगा कॉर्क बाहर निकल आता है, तो हो सकता है प्रसव बहुत करीब हो। लेबर पेन के संकेत में प्रसव से पहले के दिनों में बढ़ा हुआ या गाढ़े, गुलाबी रंग के वजायनल डिस्चार्ज को एक लेबर पेन शुरू होने का संकेत माना जा सकता है।
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क्या इसके अलावा भी कुछ और लेबर पेन के संकेत हैं?
इन मुख्य लक्षणों के अलावा कुछ और भी लक्षण हैं जो बताते हैं कि लेबर पेन शुरू होने वाला है :