आप दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान भी ब्रेस्टफीडिंग करना जारी रख सकती है, लेकिन आप यह भी जान लें कि ऐसा करने से आपको निप्पल्स में ज्यादा उत्तेजना महसूस हो सकती है और साथ ही आपको ऐसे में ब्रेस्टफीडिंग कराते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप अपने पहले बेबी को ब्रेस्टमिल्क के अलावा दूसरे फूड आयटम्स से परिचय कराएं। अंत में, आपका बच्चा आपके लिए निर्णय ले सकता है।
आपके दूध की आपूर्ति कम हो जाती है और गर्भावस्था के दौरान स्वाद बदल जाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि स्तनपान कराने वाले बच्चों में से एक चौथाई बच्चों को ब्रेस्टमिल्क के अलावा अन्य फूड्स में दिलचस्पी तब हुई, जब उनकी मां दूसरी प्रेग्नेंसी से गुजर रही थीं।
दूसरी बार प्रेग्नेंसी प्लानिंग (Second pregnancy planning) से पहले अपनी सेहत का ख्याल रखें, लेकिन अगर आप दूसरी बार प्रेग्नेंसी (Second pregnancy planning) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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18 महीने से कम समय में फिर से मां बनने के नुकसान
आपके शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाएगा। एक साथ एक साल में 2 बच्चे होने से न तो आपके शरीर को अंदर से आराम मिल पाता है और न ही बाहर से। इतने कम समय में बच्चा पैदा करने से जिम्मेदारियां दोगुनी हो जाती हैं।
दिन रात बच्चों के डायपर बदलना, खाना खिलाना और उन्हें नहलाना। यह सभी आपके रोजाना के टास्क बन के रह जाएंगे। जिसके कारण न तो आप खुद को समय दे पाएंगी और न ही शरीर को आराम मिलेगा।
दोनों बच्चों में 1 साल से कम का गैप होने पर बड़े बच्चे को छोटे शिशु के आने का अधिक एहसास नहीं हो पाता है और न ही वह इस बदलाव को पूरी तरह से समझ पाता है। जिसके कारण बड़े बच्चे को छोटे बच्चे को अपनाने में मुश्किल आ सकती है।
इसके साथ ही जब बड़े बच्चे के साथ माता-पिता हर समय नहीं रहते हैं या उनका ध्यान पूरी तरह से उस पर नहीं होता है तो वह पेरेंट्स का आकर्षण खींचने के लिए अलग-अलग प्रकार की चीजें करने लगता है। जैसे कि रोना, शैतानी करना या चुप रहना।
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