आदिकाल से यह मान्यता चली आ रही है कि नारी तब तक पूरी नहीं होती जब तक वह माँ नहीं बन जाती। लेकिन यह परिपूर्णता का पथ उतना सरल नहीं हैं काँटों से भरा हुआ है। हर नारी के लिए माँ बनने का एहसास इन काँटों को फूल जैसा महसूस कराता है। लेकिन माँ के दिल की ख्वाइश यही होती है कि भले ही उसे कितना भी कष्ट हो बच्चा ताउम्र स्वस्थ रहे। इसीलिये डॉक्टर बच्चे के सेहत को ध्यान में रखकर ही तरह-तरह के परीक्षण करते हैं उनमें से एक है अल्फा फिटोप्रोटीन टेस्ट। इस परीक्षण को अल्फा फिटोप्रोटीन टेस्ट (AFP) या मेटरनल सीरम अल्फा फिटोप्रोटीन ( Maternal serum alpha fetoprotein) भी कहते हैं।