प्रेगनेंसी फर्स्ट ट्राइमेस्टर के व्यायाम में आप कीनल एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। 10-20 मिनट कीगल्स (Kegels) एक्सरसाइज करने को प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलिवरी के बाद भी हेल्थ के लिए बेहतर माना जाता है। कीगल्स एक्सरसाइज करने से गर्भावस्था में होने वाली कई यूरिन और पेल्विक संबंधी समस्या दूर होती है। कीगल्स एक्सरसाइज मैट पर आसानी से लेट कर की जा सकती है। इस एक्सरसाइज से पेल्विक फ्लोर मसल्स स्ट्रांग होते हैं और डिलिवरी के दौरान परेशानी कम होती है।
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4. स्क्वॉट्स (squats) एक्सरसाइज
स्क्वॉट्स एक्सरसाइज शरीर की ज्यादातर मसल्स पर असर करती है। इस वर्कआउट से कंधों, कमर और पैर की सभी मसल्स मजबूत होती हैं। स्क्वॉट्स लोअर बैक पेन और पेल्विक पेन को कम करने में मदद करता है। गर्भावस्था की पहली तिमाही के व्यायाम में आप स्क्वाट्स कर सकते हैं यह सुरक्षित होने के साथ-साथ महिलाओं के लोउर पार्ट को मजबूत बनाता है।

5. स्टेपिंग लंजस (Stepping lunges)
प्रेग्नेंसी में किये जाने वाले एक्सरसाइज में स्टेपिंग लंजस महत्वपूर्ण माना जाता है। यह शरीर के निचले हिस्से को मजबूत करने में मदद करता है, जो पेट के बढ़ते वजन के साथ ही अतिरिक्त वजन को संभालने में मदद करता है। प्रेगनेंसी फर्स्ट ट्राइमेस्टर के व्यायाम में आप स्टेपिंग लंजस भी कर सकते हैं। यह शरीर के बढ़े हुए वजन को संभालने में मदद करता है।
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6. साइड प्लैंक (Side plank)
साइड प्लैंक मैट पर लेट कर की जाने वाली एक्सरसाइज है। शरीर लचीला होने के साथ-साथ पीठ दर्द, तनाव और गर्भावस्था में होने वाले डिप्रेशन से भी राहत दिलाने वाला एक्सरसाइज माना जाता है। साइड प्लैंक से कोर मसल्स मजबूत होती है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या का भी खतरा कम होता है।
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प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में एक्सरसाइज कर रहीं हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें –
- डॉक्टर से सलाह लेकर ही एक्सरसाइज करें।
- एक्सरसाइज या योग करते वक्त फिटनेस एक्सपर्ट की सलाह लें या उनकी मौजूदगी में ही एक्सरसाइज करें।
- ऐसी एक्सरसाइज जिनसे यूटरस और फीटस पर जोर पड़ता है उन्हें न करें।
- जरूरत से ज्यादा एक्ससरसाइज न करें।
- एक्सरसाइज के दौरान अत्यधिक गर्मी महसूस होती है, तो एक्सरसाइज न करें।
- डीहाइड्रेशन महसूस होने पर एक्सरसाइज नहीं करें।
- कमजोरी, चक्कर या उल्टी आने पर एक्सरसाइज नहीं करें।
- एक्सरसाइज करने के दौरन सिरदर्द होने पर भी वर्कआउट न करें।
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही के व्यायाम का विशेष महत्व है। इससे मसल्स मजबूत होती हैं जो आगे की प्रेग्नेंसी में मदद करती हैं लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने के पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें कि आपको एक्सरसाइज करना चाहिए या नहीं? इसाके साथ ही इस समय अपने आहार का पूरा-पूरा ध्यान रखें। गर्भावस्था में पौष्टिक आहार का सेवन दोनों के लिए जरूरी है। इस दौरान अगर कोई समस्या आती है, तो डॉक्टर से बिना देर किए संपर्क करें।