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जेस्टेशनल डायबिटीज निदान (Diagnosis of Gestational diabetes)
जेस्टेशनल डायबिटीज आमतौर पर गर्भावस्था का आधा वक्त गुजरने के बाद होती है। डॉक्टर 24 से 28 वें हफ्ते के बीच आप को डायबिटीज टेस्ट (Diabetes Test) की सलाह देगा लेकिन अगर आप के शरीर में इस बीमारी के खतरे ज्यादा हैं तो उससे पहले भी डॉक्टर आप से जांच के लिए कह सकता है
डायबिटीज के टेस्ट से पहले आप से कोई मीठी चीज पीने को कही जाएगी। यह आपके खून में शुगर लेवल बढ़ाएगा। एक घंटे बाद, टेस्ट के जरिए देखा जाएगा कि आप के शरीर ने उस शुगर पर क्या रिएक्शन किया है यदि रिजल्ट यह बताते हैं कि आप का ब्लड शुगर एक निश्चित कटऑफ (130 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर [मिलीग्राम / डीएल] या उच्चतर) से जरा भी अधिक है, तो आपको और टेस्ट की आवश्यकता होगी। 3 घंटे के दौरान पहले खली पेट और बाद में खाने के बाद कि फिर शुगर लेवल जांचा जाएगा
यदि आपके टेस्ट रिजल्ट नॉर्मल हैं, लेकिन आपको गर्भावधि डायबिटीज होने का खतरा अधिक है, तो डॉक्टर आप को आगे चल कर और भी टेस्ट करवाने के लिए कहेगा
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गर्भावस्था में मधुमेह का प्रबंधन
यदि प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी दिनचर्या में थोड़ी-सी सावधानी बरतें, तो डायबिटीज को आसानी से नियंत्रित कर सकती हैं। इसके लिए नीचे बताए गए ये कुछ टिप्स फॉलो करें-
- गर्भावधि मधुमेह से ग्रस्त महिला को दिन में तीन से चार बार अपना ब्लड शुगर लेवल की जांच करनी चाहिए।
- जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) से पीड़ित गर्भवती महिला को शिशु के जन्म के बाद उसकी रक्त शर्करा (blood sugar) पर नजर बनाएं रखना चाहिए ताकि उसे यह बीमारी भविष्य में परेशान न करे।
- वैसे तो जेस्टेशनल डायबिटीज में दवाई लेने की जरुरत नहीं पड़ती है लेकिन, अगर आपको परेशानी ज्यादा हो रही है तो डॉक्टर से सलाह लें।
- जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी पीरियड के दौरान डायबिटीज होता है, उनके शिशु में टाइप-2 मधुमेह (Type 2 Diabetes) होने का खतरा रहता है। इसलिए, डॉक्टर इंसुलिन के इंजेक्शन लेने की सलाह दे सकते हैं।
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जेस्टेशनल डायबिटीज का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment of Gestational diabetes)
यदि आपको जेस्टेशनल डायबिटीज का पता चला है, तो आप को पूरे दिन अपने शुगर लेवल कंट्रोल (Sugar level) में रखने का ध्यान रखना होगा मुमकिन है कि आपका डॉक्टर आप से खाने से पहले और बाद में शुगर कि जांच करने को कहे इसके अलावा आप को स्वस्थ खाने और नियमित व्यायाम करके अपनी स्थिति को बेहतर बनाना होगा
कुछ मामलों में, यदि जरुरत हो तो वे इंसुलिन इंजेक्शन (Insulin injection) भी लेने पड़ सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जेस्टेशनल डायबिटीज (Gestational diabetes) वाली केवल 10 से 20 प्रतिशत महिलाओं को अपने ब्लड शुगर (Blood sugar) को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता पड़ती है। गर्भवस्था में ब्लड शुगर (Blood sugar) बहुत कम या बहुत ज्यादा होने पर क्या करना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर से पूरी जानकारी प्राप्त करें
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