जल्द शुरुआत करें (Start soon)
जब डॉक्टर आपको यह गोलियां दें, उसी दिन से आप इसकी शुरुआत कर सकते हैं। एक गोली उसी दिन ले लें। दूसरी गोली आप अगले दिन लेंगी। सात दिन इन गोलियों को लेने के दौरान आप किसी अन्य गर्भनिरोधक विकल्प को चुनें, जैसे कंडोम।
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रविवार से करें शुरुआत (Starts from Sunday)
किसी भी रविवार को चुनें, ताकि इस दिन आप अपनी पहली गोली लें। आने वाले सातों दिनों में गर्भनिरोधक गोलियां (Birth control pills) लें और गर्भनिरोधक विकल्प तैयार रखें।
पीरियड्स के पांचवें दिन (Fifth day of period)
पीरियड्स के पांचवें दिन से भी आप अपनी गर्भनिरोधक गोलियों को लेना शुरू कर सकती हैं।
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इस बात का रखें ध्यान (Take care of these things)
- गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल रोजाना बिना भूले लेना आवश्यक है। रोजाना गोली लेने का समय निर्धारित कर लें जैसे आप ब्रश करने, खाना खाने और सोने का करते हैं।
- जैसे ही आप गर्भनिरोधक गोलियों के पैक को खोलें, आप कैलेंडर पर निशान लगा लें और मार्क करते रहें, ताकि बिना भूले आप इनका सेवन सही से करें।
- हर सुबह अपने पैक को चेक करते रहें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कल आपने गोली ली थी या नहीं।
- अगर आप पिछले दिन गोली लेना भूल गए हों, तो आज दो गोलियां एक साथ लें।
कार्डियों वेस्कुलर प्रॉब्लम (Cardiovascular problem)
बर्थ कंट्रोल पिल्स के लगातार सेवन से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड क्लॉट जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो जानलेवा भी हो सकती हैं। जिन महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो या ब्लड क्लॉट, हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या हो तो ऐसी स्थिति में बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन न करें।
कैंसर का खतरा (Cancer risk)
गर्भनिरोधक गोलियां (Birth control pills) सिंथेटिक होने के कारण भविष्य में कैंसर के खतरे को बढ़वा दे सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, ये दवाएं ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, लिवर कैंसर और गर्भाशय के कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं।
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गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से एक नहीं बल्कि कई शारीरिक परेशानी मां और शिशु को हो सकती है, लेकिन अगर आप गर्भनिरोधक दवा से जुड़ी किसी प्रकार की जानकारी चाहती हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन की अभी क्या है स्थिति?
हाल ही में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन का क्लिनिकल परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। अब इसे मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलते ही इसे बाजार में उतार दिया जाएगा। ICMR के सीनियर साइंटिस्ट आर.एस शर्मा के अनुसार, फेज-3 के क्लिनिकल ट्रायल के साथ ही इंजेक्शन के सभी परीक्षण पूरे हो चुके हैं। परीक्षण 303 लोगों पर किया गया और बिना किसी दुष्प्रभाव के इसकी सफलता दर 97.3 प्रतिशत रही। आपको बता दें कि अभी पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक का एकमात्र विकल्प सर्जिकल नसबंदी ही है। वहीं ICMR की ओर से विकसित किए गए पुरुष गर्भनिरोधक इंजेक्शन के 13 साल तक गर्भनिरोधक के रूप में काम करने का दावा किया गया है।
भले ही बदलते वक्त के साथ लोगों के जीने के तौर- तरीकों में बदलाव आया हो लेकिन, अभी भी महिला और पुरुष डॉक्टर के सामने खुलकर बात करने से हिचकिचाते हैं। हर व्यक्ति अलग होता है और सभी की अपनी कुछ ना कुछ मजबूरी होती है। अब वो चाहे फाइनेंशियल हो या पारिवारिक। ऐसे में प्रेग्नेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक दवाइयों को सेवन आपको गर्भधारण से तो बचा सकता है लेकिन, अन्य बीमारियों या परेशानियों में डाल सकता है। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा। अपने हिसाब से इन दवाइयों का सेवन किसी अनजान बीमारी को न्योता देना जैसा है। आप गर्भनिरोधक गोलियां या बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth control pills) के बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।