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ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए की जाती है कौन सी सर्जरी?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/02/2022

    ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए की जाती है कौन सी सर्जरी?

    ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) की समस्या थोड़ी सी लापरवाही की वजह से बढ़ती है। अगर महिलाएं इस ओर ध्यान देंगी, तो इस गंभीर बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है। आज इस आर्टिकल में ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी (Breast Cancer and Surgery) से जुड़ी पूरी जानकारी आपसे शेयर करेंगे, जिससे इस बीमारी से डर कर नहीं हौसला रखकर जीता जा सकता है।

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी: पहले जानिए ब्रेस्ट कैंसर क्या है? (What is Breast Cancer?)

    ब्रेस्ट के टिशू में होने वाले असामान्य बदलाव को ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं। ब्रेस्ट (स्तन) में गांठ, स्किन में बदलाव, निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन का सख्त होना, स्तन के आस-पास (अंडर आर्म्स) गांठ होना, निप्पल से रक्त या तरल पदार्थ का आना या स्तन में दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर को दर्शाता है। प्रायः लोगों को ऐसा लगता है कि स्तन में गांठ है, तो यह कैंसर ही है। ऐसी सोच गलत है, ब्रैस्ट कैंसर से जुड़े एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्तन में गांठ होने का मतलब हमेशा कैंसर ही नहीं होता है। जांच के बाद ही  सही जानकारी मिल पाती है। इसलिए स्तन में होने वाले बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी:  ब्रेस्ट कैंसर का कारण क्या है? (Cause of Breast Cancer)

    स्तन कैंसर तब होता है, जब स्तन की कुछ कोशिकाएं आसामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में अधिक तेजी से विभाजित होती है और एक गांठ या मास का निर्माण करती है। कोशिकाएं स्तन के माध्यम से आपके लिम्फ नोड्स या आपके शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकती हैं। स्तन कैंसर (Breast Cancer) ज्यादातर दूध बनाने वाली नलिकाओं (मिल्क प्रोड्यूसिंग डक्ट) से शुरु होता है। इसके अलावा यह ग्लांडयुलर टिशूज, जिन्हें लोब्यूल्स (Lobules) कहा जाता है, वहां से भी शुरू हो सकती हैं।

    शोधकर्ताओं ने हॉर्मोनल, जीवनशैली और पर्यावरणीय कारकों की पहचान की है, जो आपके स्तन कैंसर (Breast Cancer) के खतरे को बढ़ा सकते हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कुछ लोग जिनके पास कोई जोखिम कारक नहीं है उनको कैंसर होता है और वहीं जिनके पास जोखिम कारक होते हैं, उनको नहीं। यह संभावना है कि स्तन कैंसर आनुवंशिक कारकों और आपके वातावरण के कारण होता है।

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी: ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Breast Cancer)

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। सर्जरी (ऑपरेशन) की मदद से कैंसर सेल्स को पूरी तरह से हटा दिया जाता है। ब्रेस्ट कैंसर का इलाज सर्जरी के साथ-साथ कीमोथेरिपी (Chemotherapy), हॉर्मोन थेरिपी (Hormone Therapy), टार्गेटेड थेरिपी (Target Therapy) और रेडिएशन थेरिपी (Radiation Therapy) की मदद से किया जाता है।

    और पढ़ें : ब्रेस्ट कैंसर से डरें नहीं, आसानी से इससे बचा जा सकता है

    ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी में विभिन्न प्रक्रियाएं शामिल हैं, जैसे: 

    • मास्टेकटॉमी- जितनी जगह कैंसर से प्रभावित होती है, उसे हटाया जाता है।
    • सर्जरी से ब्रेस्ट टिशू जो कैंसर से प्रभावित हैं, उसे हटा दिया जाता है (लम्पेक्टॉमी) ।
    • लिम्फ नोड में फैले हुए कैंसर को बायोप्सी या एक्सिलरी लिम्फ नोड डिसेक्शन प्रक्रिया से निकाला जाता है।
    • मास्टेकटॉमी के बाद स्तन को फिर से ठीक करने के लिए ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की जाती है।

    और पढ़ें : 5 Steps: ब्रेस्ट कैंसर की जांच ऐसे करें

    ब्रेस्ट कैंसर के लिए मुख्यतः 2 तरह से सर्जरी की जाती है।

    1. लम्पेक्टॉमी (Lumpectomy)

    2. मस्टेक्टॉमी (Mastectomy)

    1. लम्पेक्टॉमी (Lumpectomy)-

    लम्पेक्टॉमी सर्जरी जिसे ब्रेस्ट कन्सर्विंग सर्जरी, पार्शियल या सेग्मेंटल मस्टेक्टॉमी (partial or segmental mastectomy) कहते हैं। इस सर्जरी की मदद से ट्यूमर सेल्स के साथ-साथ उसके आसपास के भी सेल्स को हटा दिया जाता है। जिससे कैंसर फैलने का खतरा नहीं रहे। ब्रेस्ट का कितना पार्ट हटाया जाये यह ट्यूमर के आकार और स्थान पर निर्भर करता है।

    और पढ़ें : कैंसर के बाद कैसे रहें स्वस्थ्य ?

    2. मस्टेक्टॉमी (Mastectomy)-

    मास्टेकटॉमी सर्जरी को डबल मास्टेकटॉमी (double mastectomy) भी कहते हैं। जब ब्रेस्ट का ज्यादातर हिस्सा या पूरे ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स हो जाते हैं तब मास्टेकटॉमी सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिला के स्तन को हटा दिया जाता है। सर्जरी के माध्यम से पूरे ब्रेस्ट के साथ-साथ ब्रेस्ट टिशू और उसके आसपास के टिशू को भी हटा दिया जाता है। मास्टेकटॉमी के कई प्रकार होते हैं ।

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी: मस्टेक्टॉमी के बारे में जान लें ये बातें:

    • अगर ट्यूमर पांच सेंटीमटर से बड़ा हो तो मास्टेकटॉमी के बारे में डॉक्टर सजेस्ट करते हैं। कभी-कभी कैंसर की स्टेज के हिसाब से भी मस्टेक्टॉमी की जा सकती है।
    • अगर ब्रेस्ट का आकार बड़ा है तो डॉक्टर मास्टेकटॉमी की सलाह दे सकते हैं।
    • छोटे ट्यूमर के लिए लुम्पेक्टॉमी की सलाह दी जाती है, लेकिन इसको करवाने के बाद भी कैंसर को हटाने में सफलता नहीं मिलती है तो मास्टेकटॉमी की सलाह दी जाती है।
    • अगर कोई हेल्थ कंडिशन हो जैसे कि प्रेग्नेंसी, ल्यूपस, रयूमेटाइड अर्थराइटिस या मरीज डेली रेडिशन ट्रीटमेंट न कराना चाहे तब भी मास्टेकटॉमी की सलाह दी जाती है।

    ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिला को या उनके पति या किसी करीबी को सर्जरी से पहले डॉक्टर से कुछ सवाल जरूर पूछने चाहिए।

    उन सवालों में शामिल है:

    • कौन सी सर्जरी की जाएगी ?
    • क्या ब्रेस्ट को हटा दिया जाएगा ?
    • कितने ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है ?
    • सर्जरी के बाद ब्रेस्ट का आकार बदल सकता है ?
    • सर्जरी के बाद ठीक होने में कितना वक्त लग सकता है ?

    इन सवालों के साथ-साथ अगर आपके मन में कोई और सवाल हों तो सर्जन से जरूर पूछें और समझें।

    और पढ़ें : लोब्यूलर ब्रेस्ट कैंसर (Lobular breast cancer) क्या है?

    सर्जरी के बाद किस तरह की परेशानी हो सकती है ?

    • ब्लीडिंग
    • इंफेक्शन
    • दर्द
    • सर्जरी के मार्क स्थाई हो जाते हैं
    • सर्जरी के बाद घाव सूखने में वक्त लगता है
    • हाथों में सूजन आना
    • सर्जरी के दौरान दिए गए एनेस्थीसिया की वजह से मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना जैसी परेशानी महसूस हो सकती है।

    हालांकि ब्रेस्ट में अगर कैंसर के सेल्स ज्यादा फैल चुके हैं तो इसका एकमात्र इलाज सर्जरी ही है।

    ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी:  ब्रेस्ट कैंसर है या आप ठीक हो चुकीं हैं फिर भी निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:

    1. सर्जरी के बाद हमेशा बैठे या लेटे नहीं रहें। वॉक करें और लोगों से बातचीत करें।

    2. सर्जरी के बाद दर्द होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए दर्द से डरें नहीं लेकिन, दर्द ज्यादा होने पर डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।

    3 सर्जरी वाले एरिया पर ध्यान रखें की आपको बेंडेज कब-कब बदलने की जरूरत पड़ती है।

    4.पेशेंट को किस तरह के आहार की जरूरत है इसकी जानकारी डॉक्टर से जरूर लें।

    5. अपने डॉक्टर से सलाह लेकर अपने हाथों की एक्सरसाइज करें। क्योंकि एक्सरसाइज नहीं करने पर परेशानी हो सकती है।

    ब्रेस्ट कैंसर होने पर पीड़ित की महिला के पति और उनके आस-पास रहने वाले लोगों को उन्हें सपोर्ट करना चाहिए। बीमारी से डराना नहीं चाहिए। महिलाओं को भी स्तन में होने वाली छोटी से छोटी परेशानी को छिपाना नहीं चाहिए। स्तन में होने वाले बदलाव की जानकारी महिला अपने पति, मां, बहन या करीबी दोस्त को बता सकती है। सबसे बेहतर तरीका है की सीधे डॉक्टर से संपर्क करें। खुद डॉक्टर न बनें क्योंकि ब्रेस्ट कैंसर का इलाज शुरुआती स्टेज में करने से ब्रेस्ट (स्तन) हटाने की जरूरत भी नहीं पड़ सकती है। इसलिए इससे बचे नहीं इसका सामना करें।

    हमें उम्मीद है कि ब्रेस्ट कैंसर की जानकारी पर आधारित यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। ब्रेस्ट कैंसर और सर्जरी के बारे में लोगों में जागरूकता होना बहुत जरूरी है। आप भी इसमें मदद करें और अपने करीबियों को ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरुक करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

    डिस्क्लेमर

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