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कीगल एक्सरसाइज (Kegel Exercise) के प्रकार?
कीगल एक्सरसाइज 11 अलग-अलग तरह के होता है।
1. द पेल्विक टिल्ट- इस एक्सरसाइज की मदद से पेल्विक पार्ट्स की मांसपेशियों को स्ट्रॉन्ग एवं एक्टिव बनाया जा सकता है।
2. क्लासिक कीगल- पेट के निचले हिस्से एवं थाइ पर क्लासिक कीगल का जोर नहीं पड़ता है। इससे पेल्विक मांसपेशियों में कॉन्ट्रेक्शन होता है, जिससे आराम भी मिलता है। गर्भवती महिलाएं भी क्लासिक कीगल वर्कआउट कर सकती है।
3. पेल्विक पुश अप्स- पेल्विक पुश अप्स सामान्य पुश अप्स से अलग होता है। इस वर्कआउट को करने के दौरान पेल्विक मसल्स के साथ-साथ शोल्डर, एब्स और आर्म्स पर ज्यादा बल लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार पेल्विक पुश अप्स प्रेग्नेंट लेडी को नहीं करना चाहिए।
4. शोल्डर ब्रिज- शोल्डर ब्रिज एक्सरसाइज की मदद से बॉडी के लोवर पार्ट के मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद मिलती है।
5. साइड लेग लिंग लिफ्ट- इस वर्कआउट से पेल्विक मसल्स और थाइज को मजबूत बनाया जा सकता है।
6. बटरफ्लाई- बटरफ्लाई एक्सरसाइज के साथ-साथ इसी पुजिशन में योग भी किया जाता है। आसानी से कर लेने वाले बटरफ्लाई एक्सरसाइज से थाइ की मसल्स मजबूत होती है।
7. स्पाइनल ट्विस्ट- पेल्विक मसल्स और पेट के मसल्स को हेल्दी रखने के लिए स्पाइनल ट्विस्ट एक्सरसाइज किया जाता है।
8. लेग-पेल्विक स्ट्रेच- इस वर्कआउट से पेल्विक मसल्स के साथ-साथ पैरों के लिए बेस्ट एक्सरसाइज माना गया है। लेग-पेल्विक स्ट्रेच करने से आप रिलैक्स फील कर सकते हैं और टेंशन फ्री भी महसूस कर सकते हैं।
9. रेलिंग नीज- इस वर्कआउट से पेल्विक मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होती है।
10. क्लैम्स- पेल्विक मसल्स, घुटनों को मजबूत बनता है और आपको तनाव से दूर रखता है।
कीगल एक्सरसाइज (Kegel Exercise) कैसे करें?
कीगल एक्सरसाइज करने के लिए आपको सबसे पहले इसे करने का सही तरीका पता होना चाहिए। इस एक्सरसाइज को आप घर के किसी भी कोने में कुर्सी या बेड पर बैठकर, लेटकर या खड़े होकर भी कर सकते हैं। कीगल एक्सरसाइज में जिन मांसपेशियों को सिकोड़ा जाता है, उनका प्रयोग हम यूरिन करते समय करते हैं।