के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
टांगों में दर्द एक आम समस्या है। टांगों में ऐंठन, चोट या किसी भी अन्य कारण से हो सकता है। टांगों में होने वाला यह दर्द निरंतर भी हो सकता है। यह कभी अचानक से हो सकता है और कभी धीरे धीरे भी विकसित हो सकता है। किसी के टांग के एक हिस्से में होता है तो किसी की पूरी टांग में दर्द हो सकता है।
हो सकता है दर्द पूरी टांग में हो या सिर्फ पिंडली या घुटने में हो। कुछ लोगों के लिए यह दर्द सहनीय हो सकते हैं। इससे आपकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित नहीं होती है। लेकिन अधिक गंभीर दर्द चलने की क्षमता या पैर पर वजन सहन करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
खेलकूद के दौरान लगने वाली चोट एक्यूट और ट्रॉमेटिक होती है। इसके दर्द की पहचान आसानी से की जा सकती है। पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज (Peripheral Vascular Disease) के कारण होने वाला दर्द समय के साथ पैदा होता है। हालांकि इस दर्द की शुरुआत में इसे आराम से पहचाना जा सकता है। ट्रॉमेटिक इंजरी लंबे समय के लिए होती हैं। इससे राहत पाने के लिए डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है। कुछ टांगों के दर्द का इलाज घर पर ही किया जा सकता है।
और पढ़ें: Gallbladder Stones: पित्ताशय की पथरी क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
पैरों और टांगों की हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों, रक्त वाहिकाओं, नसों और त्वचा को प्रभावित करने वाली स्थितियों के कारण टांगों में दर्द की शिकायत होती है। टांगों के किसी भी हिस्से जैसे पैर, टखने, घुटने आदि में दर्द हो सकता है। यह रात के समय सोते वक्त भी हो सकता है। दौड़ या एक्सरसाइज के वक्त भी हो सकता है। टांगों के दर्द के कारण पर यह निर्भर करता है। आमतौर पर, यह दर्द किसी चोट या बीमारी के चलते टिशू में सूजन के कारण होता है। किसी भी चोट या पूरानी बीमारी के कारण ऊतक में सूजन हो जाती है जो आगे चलकर पैरों में दर्द का कारण बनता है। टांगों में कई अलग-अलग तरह के ऊतक और संरचनाएं होती हैं। इसलिए कई तरह की चोट और परेशानियां टांगों के दर्द की समस्या उत्पन्न कर सकती हैं। टांग में दर्द के शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
किसी चोट के कारण टांग में दर्द होने के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
संक्रमण या सूजन के कारण पैर में दर्द के लक्षण नीचे बताए गए हैं:
पैर या टांगों में अचानक सुई सी चुभन महसूस होना न्यूरोलॉजिकल समस्या का संकेत हो सकता है। इसका मतलब यह हो सकता है कि, ठीक से ब्लड सर्कुलेशन न होने के परिणामस्वरूप आपके पैर सो गए हैं।
टांगों का दर्द गंभीर अंतर्निहित स्थितियों से जुड़ा हो सकता है। इसके लिए प्रभावित पैर के कार्य को संरक्षित करने के लिए तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। नीचे बताए लक्षण होने पर जल्दी से जल्दी डॉक्टर से कंसल्ट करने की आवश्यकता हो सकती है:
और पढ़ें: Broken (fractured) upper back vertebra- रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर क्या है?
टांगों में दर्द के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
मसल्स में ऐंठन (Muscle Cramps): मसल्स में ऐंठन के कारण भी यह दर्द हो सकता है। यह ऐंठन आमतौर पर टांगों की मांसपेशियों में अचानक तेज दर्द को ट्रिगर कर सकती हैं। टाइट मसल्स अक्सर त्वचा के नीचे एक कठोर गांठ बना लेती हैं। इसके आसपास के क्षेत्र में कुछ लालिमा और सूजन हो सकती है। मसल्स फटिग और डिहाइड्रेशन से भी टांगों में ऐंठन हो सकती है। कई दवाएं जैसे डाइयूरेटिक्स और स्टेटिन्स के कारण कुछ लोगों के टांगों मे ऐंठन हो सकती है।
[mc4wp_form id=”183492″]
इंजरी (Injury): टांगों में दर्द का कारण कई इंजरी भी हो सकती हैं, जैसे:
और पढ़ें: बैक पेन (Back Pain) यानी पीठ दर्द होने पर अपनाएं ये प्रभावी घरेलू नुस्खे
मेडिकल कंडिशन (Medical conditions): कई मेडिकल कंडिशन के कारण भी आपको इस दर्द की समस्या हो सकती है, जैसे:
टांगों में होने वाले दर्द के अन्य कारण
और पढ़ें: Facial fracture: चेहरे की हड्डी का फ्रैक्चर क्या है? जानें इसके लक्षण व बचाव
टांग में दर्द का सही कारण पता लगाने के लिए डॉक्टर फिजिकल एग्जाम करेंगे। इसके बाद डॉक्टर मेडिकल इमेजिंग टेस्ट या डायग्नोस्टिक नर्व ब्लॉक इंजेक्शन भी दे सकते हैं।
फिजिकल एग्जाम के दौरान डॉक्टर टांगों और पैर के दर्द के पैटर्न को समझने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही पूरानी बीमारियों से जुड़ी जानकारी लेंगे। फिजिकल एग्जाम के दौरान डॉक्टर पीठ के निचले हिस्से, जांघ, पैर या टांग में सूजन और त्वचा में आए परिवर्तन को देखेंगे। पैर और टांगों की उंगलियों व अन्य जगहों को दबाकर आपकी प्रतिक्रिया देख सकते हैं। जॉइंट रिफ्लेक्सिस की जांच के लिए डॉक्टर घुटने या टखने में कुछ क्षेत्रों को टैप कर सकते हैं। इससे मांसपेशियों की जाँच करने में मदद मिलेगी।
और पढ़ें: Alzheimer : अल्जाइमर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
मेडिकल हिस्ट्री में डॉक्टर नीचे बताई गई बातों से जुड़ी जानकारी लेंगे
इसके बाद डॉक्टर मेडिकल इमेजिंग या डायग्नोस्टिक नर्व ब्लॉक इंजेक्शन टेस्ट के लिए कह सकते हैं। इस दर्द का पता लगाने के लिए किए जाने वाले मेडिकल इमेजिंग टेस्ट में एमआरआई टेस्ट, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे शामिल हैं। वहीं, पेन रिसेप्टर ब्लॉक इंजेक्शन एक छोटा-सा इनवेसिव प्रोसीजर है, जो कि अस्थाई रूप से घुटनों या नसों के दर्द में आराम देता है। यह प्रोसीजर यह जानने के लिए किया जाता है कि, दर्द नसों के कारण हो रहा है या जोड़ों के कारण। अगर, यह ब्लॉक सफल रहता है, तो रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन की सलाह दी जा सकती है।
और पढ़ें: Piles : बवासीर (Hemorrhoids) क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
टांगों में दर्द का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है। इसके उपचार में आराम करना, कोल्ड कंप्रेस, इलास्टिक रैप (elastic wrap), स्प्लिंट या कास्ट (splint or cast), दर्द के लिए नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स ( (Non-Steroidal Anti-Inflammatory Drugs; NSAIDs) जैसे डाइक्लोफिनेक (Diclofenac) और सर्जरी शामिल हो सकते हैं।
टांगों में छोटी मोटी चोट और दर्द को घर पर ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जितना हो सके आराम करें। अपनी टांगों को लटकाकर न बैठें। टांगों को तकिए की मदद से बिस्तर पर रखें। ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवा ले सकते हैं। स्पोर्ट के लिए कंप्रेशन स्टॉकिन्स पहन सकते हैं।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।