के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
शिन स्प्लिंट्स की समस्या आमतौर पर एथलीट्स को होती है, जिन्होंने हाल में अपने रनिंग रूटीन में बदलाव किया हो। दरअसल बहुत अधिक दौड़ने या पैरों पर प्रेशर देने वाली गतिविधि से निचले पैर के मसल्स और बोन टिशू में दर्द (Pain in Bone tissue) होता है।
पैरे के निचले हिस्से में दर्द को पिंडली का दर्द भी कहा जाता है। वैसे तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन यदि इसका इलाज न किया जाए को आगे परेशानी बढ़ सकती है। आपको खेलने, एक्सरसाइज करने में परेशानी के साथ ही रोजमर्रा के काम करने में भी मुश्किलें आएंगी।
इसके अधिकांश मामलों में आराम, बर्फ से सेंक और सेल्फ केयर से ही समस्या ठीक हो जाती है। सही फुटवेयर पहनने और अपने एक्सरसाइज रूटीन में बदलाव करके शिन स्प्लिंट्स को दोबारा होने से रोका जा सकता है। शिन स्प्लिंट्स तब होता है जब निचले पैर के अगले भाग में दर्द होता है। इसका दर्द मांसपेशियों और शिन एरिया के आसपास मौजूद बोन टिशू (Bone tissue) में सूजन के कारण होता है। इसकी समस्या रनर्स, जिमनास्ट, डांसर और मिल्ट्री रिक्रूटर्स में आम है।
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हालांकि यदि इसके होने पर आराम न किया जाए तो हड्डियों की छोटी सी दरार के कारण स्ट्रेस फ्रैक्चर हो सकता है।
इन लोगों को शिन स्प्लिंट्स होने का खतरा अधिक हैः
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शिन स्प्लिंट्स के लक्षणों में शामिल हैं-
यदि सामान्य देखभाल के बाद शिन स्प्लिंट्स से आराम नहीं मिलता है आपको निम्न में से कोई लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें—
आराम करने के दौरान भी दर्द महसूस होना।
शिन स्प्लिंट्स को दोबारा होने से रोकने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें-
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शिन स्प्लिंट्स का निदान आमतौर पर आपकी मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जाम के आधार पर किया जाता है। कुछ मामलों में एक्स-रे (X-Ray) और दूसरे इमेजिंग टेस्ट का भी इस्तेमाल किया जाता है जिससे दर्द (Pain) के संभावित कारणों जैसे स्ट्रेस फ्रैक्चर (Stress fracture) की पहचान की जा सके।
अधिकांश मामलों में घर पर ही थोड़ी देखभाल करके शिन स्प्लिंट्स को ठीक किया जा सकता हैः
आराम करें- ऐसी कोई भी गतिविधी न करें जिससे दर्द, सूजन या असहजता बढ़ती हो, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप कोई भी फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर सकते। दरअसल, इस दौरान आप लो इम्पैक्ट एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, बाइसाइकिल या वॉटर रनिंग कर सकते हैं।
आइस पैक- प्रभावित हिस्से पर 15-20 मिनट के लिए आइस पैक रखें। दिन में 4 से 8 बार ऐसा करने पर आराम मिलता है, लेकिन आइस को सीधे स्किन पर रखने की बजाय कपड़े में लपेटकर रखें।
मेडिकल से आइबूप्रोफेन, नैपरोक्सेन सोडियम या एसिटामिनोफेन जैसे पेनकिलर ले सकते हैं। पहले जैसी एक्सरसाइज या रनिंग करने से पहले आराम के बाद डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें।
सर्जरी- शिन स्प्लिंट्स के दुलर्भ मामलों में ही सर्जरी की जाती है। यदि आपकी पिंडली का दर्द गंभीर है और इसके लक्षण कई महीनों बाद तक बने रहते हैं तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकता है। इस सर्जरी को फेसिओटॉमी कहा जाता है। इस सर्जरी के बाद शिन स्प्लिंट्स के दर्द से राहत मिलती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर
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