backup og meta

Enalapril : इनालाप्रिल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

Enalapril : इनालाप्रिल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

उपयोग

इनालाप्रिल का इस्तेमाल किस लिए होता है?

इनालाप्रिल ACE इनहिबिटर्स ड्रग क्लास की दवा है। यह रक्त वाहिकाओं को शिथिल कर देते हैं, जिससे ब्लड फ्लो में आसानी हो। इनालाप्रिल का इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में होता है। यह हाई ब्लड प्रेशर को कम करके स्ट्रोक, हार्ट अटैक, और किडनी की समस्या से बचाती है। साथ ही, इसका इस्तेमाल हार्ट फेलियर और लोगों में दिल से जुड़ी हुई समस्याओं (left ventricular dysfunction) को रोकने में किया जाता है, जिससे हार्ट फेलियर की स्थिति पैदा होती है।

अन्य इस्तेमाल

इस सेक्शन में इनालाप्रिल के कुछ ऐसे इस्तेमाल के बारे में बताया गया है, जिनकी प्रोफेशनल लेबलिंग में मंजूरी नहीं दी गई है, लेकिन आपका डॉक्टर इसकी सलाह दे सकता है। यदि आपका डॉक्टर इस दवा का सेवन करने की सलाह देता है, तभी इसका इस्तेमाल सिर्फ इस सेक्शन में बताई गई चीजों के लिए ही करें। इनालाप्रिल का इस्तेमाल डायबिटीज में किडनी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।

और पढ़ें : Congestive heart failure : कंजेस्टिव हार्ट फेलियर क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय

मुझे इनालाप्रिल का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?

डॉक्टर की सलाह पर इनालाप्रिल को खाली पेट या खाने के बाद लिया जा सकता है। आमतौर पर इसे सीधे मुंह से दिन में एक या दो बार ले सकते हैं। यदि आप इस दवा  को लिक्विड फॉर्म में ले रहे हैं, तो हर डोज के पहले बोतल को अच्छे से हिला लें। इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके डोज को उचित तरीके से विशेष डिवाइस या चम्मच से इसका माप लें। डोज लेने के लिए घर की चम्मच का इस्तेमाल न करें। इससे आप इनालाप्रिल के सही डोज को मिस कर सकते हैं।

इनालाप्रिल का अधिकतम फायदा उठाने के लिए नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करें। डोज को याद रखने के लिए प्रतिदिन एक ही समय पर इसका सेवन करें। फायदा मिलने के बाद भी जरूरी है कि आप डॉक्टर की सुझाई गई टाइमिंग तक नियमित रूप से इसका डोज लें। हाई ब्लड प्रेशर वाले ज्यादातर लोगों को बीमार होने का अहसास नहीं होता है। हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में आपको पूरी तरह से फायदा मिलने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है। हार्ट फेलियर के इलाज के लिए इनालाप्रिल हफ्तों से लेकर महीनों तक का समय ले सकती है। इस अवधि के बाद ही आपको इनालाप्रिल का पूरी तरह से फायदा मिलेगा। यदि आपकी स्थिति बदतर हो जाती है, तो तुरंत इसकी सूचना अपने डॉक्टर को दें। उदाहरण के तौर पर ब्लड प्रेशर का बढ़ना।

और पढ़ें : हाई ब्लड प्रेशर से क्यों होता है हार्ट अटैक?

इनालाप्रिल को कैसे स्टोर करूं?

इनालाप्रिल को स्टोर करने का सबसे बेहतर तरीका है, इसे कमरे के तापमान पर रखना। इसे सूर्य की सीधी किरणों और नमी से दूर रखें। दवा को खराब होने से बचाने के लिए आपको इनालाप्रिल लिक्विड को फ्रिज में रखें। इसे फ्रीजर में जमने के लिए न रखें। 60 दिनों के भीतर इस्तेमाल न की गई किसी भी लिक्विड दवा को फेंक दें। इनालाप्रिल के अलग-अलग ब्रांड्स को अलग तरीकों से स्टोर किया जाता है। इसे रखने से पहले सबसे बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें। सुरक्षा की दृष्टि से सभी दवाइयों को अपने बच्चों और पेट्स से दूर रखें।

जब तक कहा न जाए तब तक सुरक्षा की दृष्टि से आपको इनालाप्रिल को टॉयलेट या नाली में नहीं बहाना चाहिए। आवश्यकता न रहने या एक्सपायरी की स्थिति में दवा का समुचित तरीके से निस्तारण जरूरी है। सुरक्षित तरीके से इसका निस्तारण करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से सलाह लें।

सावधानियां और चेतावनी

इनालाप्रिल का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

  • यदि आपको इनालाप्रिल (enalapril), बेनाजेप्रिल (benazepril), केप्टोप्रिल (captopril), फोसिनोप्रिल (fosinopril), लिसिनोप्रिल (lisinopril), मोएक्सिप्रिल (moexipril), परनडोप्रिल (perindopril), क्वाइनाप्रिल (quinapril), रेमिप्रिल (ramipril), ट्रानाडोलप्रिल (trandolapril) या अन्य दवाइयों से एलर्जी है, तो अपने डॉक्टर को बताएं।
  • यदि आप डॉक्टर की सुझाई और बिना लिखी हुई दवाइयां जैसे विटामिंस, न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट्स और हर्बल प्रोडक्ट्स का सेवन कर रहे हैं, तो उनकी सूचना अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को दें। यदि आप निम्नलिखित दवाइयों में से किसी का सेवन कर रहे हैं, तो विशेष रूप से इसकी सूचना अपने डॉक्टर को दें।
  • एस्पिरिन और नॉनस्टेरॉयड एंटी इनफ्लमेटरी दवा (एनसिड्स), ड्यूरेटिक्स  (Diuretics); लीथियम और अन्य पोटैशियम सप्लिमेंट्स। इस स्थिति में आपका डॉक्टर आपकी दवाइयों के डोज में बदलाव कर सकता है या वह साइड इफेक्ट्स पर बारीक निगाह बनाए रख सकता है।
  • यदि आपको मौजूदा समय या विगत समय में किडनी की बीमारी; लुपुस (lupus); स्केलरोडर्मा (scleroderma); डायबिटीज; या एंजिओडेमा (angioedema), जो एक ऐसी स्थिति में सूजन या सांस लेने और चेहरे पर सूजन आ जाती है, जिसमें दर्द होता है। इसके अलावा, गले, होंठों, हाथ, पंजो, टखनों या निचले पैरों में सूजन और दर्द रहा हो।
  • यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं या ब्रेस्ट फीडिंग पर हैं, तो डॉक्टर को इसकी सूचना दें।
  • यदि आपकी दांतों को मिलाकर किसी भी प्रकार की सर्जरी हुई हो, तो इसकी सूचना डेंटिस्ट या अपने डॉक्टर को दें कि आप इनालाप्रिल का सेवन कर रही हैं।
  • आपको डायरिया, उल्टी, पर्याप्त पानी न पीना और अत्यधिक पसीना आने से ब्लड प्रेशर गिरने के बारे में पता होना चाहिए, जिससे आपका सिर हल्का हो सकता है और बेहोशी आ सकती है।
  • इनालाप्रिल का सेवन करने 36 घंटे पहले या बाद में सेक्युबेट्रिल (जैसे इनट्रेस्टो) वाली दवाइयों का सेवन न करें।
  • इनालाप्रिल के सेवन से 36 घंटा पहले या बाद में ऐसी कोई भी दवा न लें, जिसमें सेकुबाट्रिल (एनट्रेस्टो) हो।

और पढ़ें : डॉक्सिनेट क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

[mc4wp_form id=’183492″]

क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इनालाप्रिल का सेवन सुरक्षित है?

इनालाप्रिल का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा इसके फायदे संभावित फायदे और नुकसान के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें। प्रेग्नेंसी के दौरान अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इसे प्रेग्नेंसी रिस्क की कैटेगरी D में रखा है।

एफडीएक की प्रेग्नेंसी रिस्क कैटेगरी निम्नलिखित है:

  • A=No risk (कोई खतरा नहीं)
  • B=No risk in some studies (कुछ शोध में खतरा पाया गया)
  • C=There may be some risk (इसके कुछ खतरे हो सकते हैं)
  • D=Positive evidence of risk (खतरे के सकारात्मक सुबूत)
  • X=Contraindicated (कॉन्ट्रेंडिकेटेड)
  • N=Unknown (कोई पता नहीं)

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान:

कुछ अध्ययनों में सलाह दी गई है कि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शिशु को इसका न्यूनतम खतरा हो सकता है।

साइड इफेक्ट्स

इनालाप्रिल के क्या साइड इफेक्ट्स हैं?

यदि आपको निम्नलिखित एलर्जिक रिएक्शन होते हैं, तो तुरंत आपातकालीन चिकित्सा सेवा या अपने डॉक्टर से संपर्क करें:

  • हाइव्स, गंभीर पेट दर्द, सांस लेने में दिक्कत, चेहरे, होंठ, जीभ या गले में सूजन आना।
  • मृत्यु जैसा अहसास होना।
  • सामान्य से कम या ज्यादा यूरिन पास करना या बिलकुल भी ना करना।
  • सूजन, तेजी से वजन बढ़ना। कमजोरी, कनफ्यूजन, प्यास बढ़ना, भूख का कम होना, उल्टी, दिल की धड़कन में उतार-चढ़ाव, छाती में फड़फड़ाहट का होना।
  • बुखार, ठंडी लगना, शरीर में दर्द, फ्लू के लक्षण
  • त्वचा का पीला पड़ना, ब्लीडिंग या चोटिल होना
  • दिल की धड़कन तेज या अनियमितlता आना
  • पोटैशियम लेवल ज्यादा होना (हार्ट रेट का धीमा होना, पल्स कमजरो होना, मांसपेशियों में कमजोरी का अहसास होना।)
  • सीने में दर्द
  • पीलिया (आंख या त्वचा का पीला पड़ना।)

इनालाप्रिल के कम गंभीर साइड इफेक्ट्स में खांसी, स्वाद की संवेदनशीलता खोना, चक्कर आना, सिर दर्द, अनिद्रा, मुंह सूखना, उबकाई आना, उल्टी, डायरिया, त्वचा पर हल्की खुजली या रैश पड़ना। हालांकि, ऊपर बताए गए साइड इफेक्ट्स का अहसास हर व्यक्ति को नहीं होता है।

उपरोक्त साइड इफेक्ट्स के अलावा भी इनालाप्रिल के कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसके बारे में अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।

और पढ़ें : Normaxin : नोर्मेक्सिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स, खुराक और सावधानियां

रिएक्शन

इनालाप्रिल के साथ कौन-सी दवाइयां रिएक्शन कर सकती हैं?

इनालाप्रिल आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकती है, जिन्हें आप ले रहे हैं। यह इनके कार्य करने के तरीके को बदल सकती है या गंभीर दुष्परिणाम की संभावना बढ़ा सकती है। इनालाप्रिल के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए आपको उन सभी दवाइयों की लिस्ट बनानी हैं, जिनका सेवन आप कर रहे हैं। इनमें डॉक्टर की लिखी हुई, गैर लिखी हुई और मार्केट में खरीद के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के उपलब्ध हर्बल प्रोडक्ट को भी शामिल करिए। इस लिस्ट को अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट के साथ साझा कीजिए। अपनी सुरक्षा के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा को शुरू, बंद और डोज में परिवर्तन न करें जब तक कि डॉक्टर इसकी सलाह न दे।

उन सभी दवाइयों की सूचना डॉक्टर को दें, जिनका इस्तेमाल आपने इनालाप्रिल के साथ किया है या बंद कर दिया है। विशेषकर लीथियम; एक ड्यूरेटिक (Diuretic) या ‘वॉटर पिल’ है। गठिया बाय के इलाज में पोटैशियम सप्लिमेंट्स जैसे सायट्रा (Cytra), इपिक्लोर (Epiklor), के-लाइट (K-Lyte) , के-फोस (K-Phos), काओन (Kaon), क्लोर-कोन (Klor-Con) या पॉलिसाइट्रा (Polycitra) या एस्पिरिन(Polycitra) या NSAIDS (नॉन-स्टेरॉयडल एंटी इनफ्लेमेटरी ड्रग्स) गोल्ड इंजेक्शन का इस्तेमाल, ब्रूफेन (ibuprofen) (एडविल (Advil) मोटरिन (Motrin) ), नेप्रोक्सेन (एलेव) (naproxen) (Aleve), सेलेबोकिस्ब (celecoxib), डाइक्लोफेन (diclofenac), इंडोमेथेसिएन (indomethacin), मेलोकिस्न (meloxicam) और अन्य दवाइयां का सेवन किया हो।

हालांकि, यह लिस्ट पूरी नहीं है। इसके अलावा भी कुछ ऐसी दवाइयां हो सकती हैं, जो इनालाप्रिल के साथ रिएक्शन कर सकत हैं। इसमें प्रिस्क्रिप्शन, ओवर-द-काउंटर, विटामिन्स और हर्बल प्रोडक्ट्स शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सभी रिएक्शन को ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है।

क्या इनालाप्रिल फूड या अल्कोहोल के साथ रिएक्शन कर सकती है?

इनालाप्रिल फूड या एल्कोहॉल के साथ रिएक्शन कर सकती है। इससे दवा के कार्य करने के तरीके में बदलाव या गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। एल्कोहॉल का सेवन करने से आपका ब्लड प्रेशर और कम हो जाएगा, जिससे इनालाप्रिल के कुछ साइड इफेक्ट्स होने की संभावना बढ़ेगी। जब तक डॉक्टर सलाह न दे, तब तक नमक या पोटैशियम वाले सप्लिमेंट्स का सेवन न करें।

और पढ़ें : डेक्सट्रोमेथोर्फेन क्या है? जानिए इसका उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

इनालाप्रिल से हेल्थ पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?

इनालाप्रिल आपकी हेल्थ को प्रभावित कर सकती है। बॉडी में इसके गंभीर रिएक्शन हो सकते हैं या दवा के कार्य करने के तरीके में बदलाव आ सकता है। इस स्थिति में यह बेहद ही जरूरी है कि आप अपनी मौजूदा मेडिकल कंडिशन की जानकारी डॉक्टर को दें। विशेषकर निम्नलिखित परिस्थितियों में यह और भी जरूरी हो जाता है:

  • एंजिओडेमा (चेहरे, होठ, जुबान, गले, बाजुओं या पैरों की सूजन), विगत समय में इसका रहने से दोबारा होनी की संभावना बढ़ जाती है।
  • कॉलेजेन वस्क्युलर डीजेज (एक ऑटोइम्यून (Autoimmune) की बीमारी) किडनी के साथ होने से ब्लड से जुड़ी समस्या पैदा हो सकती हैं
  • डायबिटीज के मरीज जो aliskiren (Tekturna®) का सेवन भी कर रहे हों।
  • किडनी की समस्या- बॉडी में पोटैशियम का स्तर अधिक बढ़ने का खतरा
  • हेरेडिटेरी या आइडिओपैथिक एंजिओडेमा वाले मरीजों में इसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
  • इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन (ब्लड में सोडियम लो रहना)
  • फ्लूड का असंतुलन (डीहाइड्रेशन, उल्टी या डायरिया के कारण)
  • हार्ट या ब्लड वैसेल्स की दिक्कत (aortic stenosis, hypertrophic cardiomyopathy)

लिवर की बीमारी वाले मरीजों में एहतियात के तौर पर इसका इस्तेमाल। इनालाप्रिल का इस्तेमाल करने से इन मरीजों की स्थिति बदतर हो सकती है।

डोसेज

ऊपर बताई गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।

और पढ़ें : ड्रोटावेराइन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

अडल्ट्स के लिए इनालाप्रिल की क्या डोज है?

हाइपरटेंशन में अडल्ट डोज के लिए डोज

  • शुरुआती डोज (ओरल या सॉल्युशन) 5mg दिन में एक बार।
  • मेंटेनेंस डोज (Maintenance dose): प्रतिदिन 10-40mg। आप इसे एक बार में ले सकते हैं या फिर दो डोज में बांट सकते हैं।
  • अधिकतम डोज: 40mg प्रतिदिन या दो डोज में बांटे।

ड्यूरेटिक्स दवाइयों के साथ डोज

  • शुरुआती डोज: 2.5mg दिन में एक बार।
  • यदि संभव हो तो ड्यूरेटिक दवा को इनालाप्रिल के शुरू करने से 2-3 दिन पहले इसे बंद कर दें। जरूरत पड़ने पर ड्यूरेटिक दवाइयों को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।

कोंजेस्टिव हार्ट फेलियर के लिए सामान्य डोज

  • शुरुआती डोज: 2.5mg मौखिक रूप से प्रतिदिन।
  • मेंटेनेंस डोज (Maintenance dose): 2.5-20mg प्रतिदिन। दिन में दो डोज में बांटे।
  • अधिकतम डोज: 40mg प्रतिदिन।
  • सॉल्युशन या लिक्विड फॉर्म: 1.25mg पांच मिनट के बाद हर छह घंटे पर

लेफ्ट वेंट्रिक्युलर डाइफ्यूजन में अडल्ट के लिए सामान्य डोज

  • शुरुआती डोज: 2.5 mg प्रतिदिन मौखक रूप से लें।
  • मेंटेनेंस डोज (Maintenance dose):20mg प्रतिदिन, दो खुराक में बांटे।

कोनजेस्टिव हार्ट फेलियर में अडल्ट्स के लिए सामान्य डोज:

शुरुआती डोज: 2.5mg प्रतिदिन मौखिक रूप से

मेंटेनेंस डोज (Maintenance dose): 2.5-20mg प्रति दिन दो खुराक में बांटे

अधिकतम डोज: 40mg प्रतिदिन मौखिक रूप से

और पढ़ें : O2 Tablet : ओ2 टैबलेट क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स, खुराक और सावधानियां

हाइपरटेंशन में बच्चों के लिए सामान्य डोज

गोलियां या सॉल्युशन: एक महीने से लेकर 17 साल के बच्चे

  • शुरुआती डोज: 0.08mg प्रति किलो वजन प्रति दिन के हिसाब से (5mg तक)। एक या दो खुराक में बांटे। मरीज की बॉडी की प्रतिक्रिया के हिसाब से डोज अडजस्ट करें।
  • अधिकतम डोज: 0.58mg प्रति किलो वजन के हिसाब से (40mg) तक। बच्चों में इसका आंकलन नहीं किया गया है।

अडल्ट्स के लिए इनालाप्रिल का डोज और स्ट्रेंथ:

इंजेक्शन में

  • 1.25mg/mL

टेबलेट में

  • 2.5mg
  • 5mg
  • 10mg
  • 20mg

ओरल सॉल्युशन (इपानेड) के लिए पाउडर इस्तेमाल किया जाता है: 150mg की बोतल (1mg/ml दोबारा इस्तेमाल पर)।

आपातस्थिति या ओवरडोज होने पर मुझे क्या करना चाहिए?

आपातस्थिति या ओवरडोज होने पर अपनी स्थानीय आपातकीलन सेवा या नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।

इनालाप्रिल का डोज मिस हो जाए तो क्या करूं?

इनालाप्रिल का डोज मिस हो जाता है तो जल्द से जल्द इसे लें। हालांकि, यदि आपका अगली खुराक का समय नजदीक आ गया है तो भूले हुए डोज को न खाएं। पहले से तय नियमित डोज को लें। एक बार में दो खुराक न खाएं।

[embed-health-tool-bmi]

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Enalapril. https://www.drugs.com/ingredient/enalapril.html. Accessed June 21,2016.

Enalapril (Oral Route). http://www.mayoclinic.org/drugs-supplements/enalapril-oral-route/description/drg-20069221. Accessed June 21,2016.

Enalapril. https://medlineplus.gov/druginfo/meds/a686022.html – Accessed Oct 2019

Enalapril. https://www.accessdata.fda.gov/drugsatfda_docs/label/2012/018998s076lbl.pdf. Accessed On 15 September, 2020.

Enalapril. https://pubchem.ncbi.nlm.nih.gov/compound/Enalapril. Accessed On 15 September, 2020.

Current Version

15/09/2020

Sunil Kumar द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Ankita mishra


संबंधित पोस्ट


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

फार्मेसी · Hello Swasthya


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 15/09/2020

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement