के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
डुओलिन दो दवाओं का समायोजन है। यह लेवोसालबूटामॉल+ इप्राट्रोपियम के समायोजन से तैयार किया जाता है। डुओलिन का उपयोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसऑर्डर के उपचार के लिए किया जाता है। जो फेफड़ों के रोगों का एक समूह है, जो एयरफ्लो को रोकते हैं और सांस लेने में मुश्किल पैदा करते हैं। इस बीमारी के कारण होने वाली सांस की तकलीफ, सीने में जकड़न, सांस लेने में कठिनाई, खांसी आदि जैसे लक्षणों से राहत के लिए भी इस दवा का उपयोग किया जाता है। यह वायु मार्ग की मांसपेशियों को आराम देने और सांस लेने की क्रिया को आसान बनाती है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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इसकी खुराक आपको कितनी और कब तक लेना है? यह डॉक्टर आपकी स्थिति और उम्र के आधार पर निर्धारित करता है। यह दवा 12 वर्ष से कम उम्र के रोगियों में उपयोग करने के लिए मना है।
यदि आप खुराक लेना भूल गए हैं तो याद आते ही उसे तुरंत लें। यदि आपको इतनी देर से याद आया है, कि अब आपको दूसरी खुराक लेनी है तो अपनी छूटी हुई खुराक को न लें। दूसरी खुराक उसके सही समय पर लें। ध्यान रखें खुराक मिस होने पर कभी भी दवा का डोज न बढ़ाएं अर्थात दो खुराक एक साथ न लें। यह आपकी स्थिति को बिगाड़ सकता है।
ओवरडोज की स्थिति में बिना देरी किए आपातकालीन चिकित्सा उपचार लें या चिकित्सक से संपर्क करें।
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दुष्प्रभाव लगभग सभी दवाओं के हो सकते हैं। कई मामलों में ये साधारण होते हैं। कई मामलों में ये अधिकांश गंभीर रूप ले लेते हैं। कई बार दुष्प्रभाव के लक्षण अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। यदि आपके कुछ लक्षण स्वंय ही ठीक नहीं हो रहे हैं तो इस विषय पर आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं। कुछ स्थिति में डुओलिन के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। जो कई प्रकार के हो सकते हैं। अगर आपको नीचे दिए हुए लक्षणों में से कोई भी आपके अंदर दिखाई देता है तो यह दवा लेना बंद करें साथ ही अपने डॉक्टर को तुरंत बताएं:
सिर चकराना
गले में घरघराहट
कब्ज
कंपकंपी
मूत्राशय में दर्द
कम रक्त दबाव
खांसी
सिर दर्द होना
मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन
सांस लेने में कठिनाई
विषाणु संक्रमण
मुंह में सूखापन
गले में खराश या आवाज बैठना
अवरुद्ध या बहती नाक
हाथ और पैर का कांपना
दिल की धड़कन बढ़ जाना
कम भूख लगना
घबराहट होना
असामान्य थकान और कमजोरी
पलकों, चेहरे, होंठ, जीभ की सूजन होना
जी मिचलाना
त्वचा पर दाने और धब्बे पड़ना
सीने में दर्द और तकलीफ
निगलने में कठिनाई होना
नोट: यह जरूरी नहीं कि सभी व्यक्तियों पर इसके समान साइड इफेक्ट हो प्रत्येक व्यक्ति पर इसके प्रभाव अलग-अलग हो सकते हैं। इनमें से कई लक्षण बहुत दुर्लभ ही आपको देखने को मिल सकते हैं।
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आप चाहे कोई भी दवा ले रहे हो, प्रत्येक दवा का उपयोग करते समय आपको कई प्रकार की सावधानी रखने की आवश्यकता होती है। दवाओं के पीछे भी कुछ चेतावनी लिखी होती है। जिसका सभी को पालन करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में डुओलिन लेना कितना सुरक्षित है, इस संबंध में अभी तक पर्याप्त अध्ययन नहीं किए गए हैं। गर्भावस्था में दवाओं के उपयोग के बारे में कई तरह की सावधानियां रखने की आवश्यकता है। विशेष रूप से पहली तिमाही के दौरान अधिक ध्यान रखना चाहिए। यह दवा गर्भवती महिलाओं में उपयोग के लिए अनुशंसित नहीं है। जब तक कि आवश्यक न हो। इस दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर के साथ सभी जोखिमों और लाभों पर चर्चा की जानी चाहिए। यदि आपको किसी प्रकार के साइड इफेक्ट्स के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इसको लेना बंद कर दें साथ ही इस बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
डुओलिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं में उपयोग करने के लिए अनुशंसित नहीं है। जब तक कि आवश्यक न हो। इस दवा का उपयोग करने से पहले डॉक्टर के साथ सभी जोखिमों और लाभों पर चर्चा की जानी चाहिए। स्तनपान के दौरान दवाओं का प्रयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। स्तनपान में दवा का उपयोग करते समय खुराक लेने के कुछ घंटे तक अपने शिशु को स्तनपान न कराएं।
इस दवा का उपयोग ग्लूकोमा से पीड़ित रोगियों में सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। ताकि रोगी की स्थिति बिगड़ने का खतरा न बढ़ जाए। इसमें नैदानिक स्थिति के आधार पर उपयुक्त खुराक समायोजन या एक उपयुक्त विकल्प के साथ प्रतिस्थापन की आवश्यकता हो सकती है।
इस दवा के उपयोग से कुछ रोगियों में धुंधली दृष्टि, चक्कर आना, उनींदापन, भ्रम आदि लक्षण हो सकते हैं। यह सलाह दी जाती है कि यदि आप इस दवा के साथ उपचार के दौरान इन लक्षणों में से किसी का भी अनुभव करते हैं तो आपको वाहन चलाने जैसी कोई भी गतिविधि नहीं करनी चाहिए।
डॉक्टर कभी भी एल्कोहॉल के साथ दवा लेने की सलाह नहीं देते हैं। शराब के साथ यह दवा उपयोग करने से आपको कभी भी चक्कर या झपकी आ सकती है। अवसाद के जोखिम के कारण इस दवा को लेने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे हालत में आप किसी गंभीर कार्य को करने की स्थिति खो बैठते हैं।
इससे यूरिनरी रिटेंशन के जोखिम बढ़ सकते हैं। इस कारण से प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया से पीड़ित रोगियों में सावधानी के साथ इस दवा का उपयोग किया जाना चाहिए। क्लिनिकल स्थिति के आधार पर किडनी फंक्शन टेस्ट, उचित खुराक समायोजन के साथ प्रतिस्थापन की आवश्यकता हो सकती है।
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सभी दवाएं प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थितियों के साथ अलग तरह से इंटरैक्ट करती हैं। किसी भी दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर के साथ सभी संभावित इंटरैक्शन की जांच करनी चाहिए।
जायलोमेटाजोलिन (Xylometazoline)
एटेनोलोल (Atenolol)
फोर्मोटेरोल (Formoterol)
केटोकोनाज़ोल (ketoconazole)
प्रोप्रानोलोल (Propranolol)
फ्यूरोसमाइड (furosemide)
ऐमिट्रिप्टिलाइन (Amitriptyline)
हाइड्रोक्लोरोथियाजिड (Hydrochlorothiazide)
एट्रोपिन (atropine)
क्लोरफेनिरामिन (chlorpheniramine)
सूडोफेड्रीन (pseudoephedrine)
अर्पिजोल (aripiprazole)
क्लोजापीन (clozapine)
टीयोट्रोपियम (Tiotropium)
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इनहेलर को स्टोर करने के लिए इसे कमरे के तापमान पर स्टोर करें। कमरे का तापमान 25 ° C (77 ° F) होना चाहिए। इसे सूर्य की तेज किरणों और नमी से दूर रखें। खराब होने से बचाने के लिए इसे बाथरूम नहीं रखना है। इनहेलर को स्टोर करने से पहले बेहतर होगा कि आप दवा के पैकेज पर छपे निर्देशों को पढ़ लें या फार्मासिस्ट से पूछें। सुरक्षा की दृष्टि से दवाइयों को बच्चों से दूर रखें।
अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता।
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