के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
महिला नसबंदी को अंग्रेजी में फीमेल स्टरलाइडेशन (Female Sterilisation) कहा जाता है। मेडिकली तौर पर इसे लैप्रोस्कोपिक कहा जाता है। महिला नसबंदी महिलाओं के गर्भनिरोधक का एक स्थायी तरीका होता है। इस प्रक्रिया में महिलाओं के दोनों फैलोपियन ट्यूब को बंद कर दिया जाता है, जिससे वे फिर कभी प्रेग्नेंट नहीं पाएंगी।
आपको यह ऑपरेशन तब तक नहीं करानी चाहिए, जब तक आपको और आपके साथी को कोई बच्चा नहीं चाहिए होगा। क्योंकि, एक बार महिला नसबंदी कराने के बाद आप फिर कभी दोबारा मां नहीं बन सकती हैं। साथ ही, यह सिर्फ महिलाओं को गर्भ धारण करने से रोकता है, किसी भी तरह के सेक्सुअल समस्या को दूर नहीं करता है और न ही इसकी वजह से सेक्सुअल लाइफ में कोई परेशानी आती है।
हालांकि, महिला नसबंदी के विकल्प को आखिरी विकल्प के तौर पर चुनना चाहिए। इससे पहले आप गर्भनिरोधक के अन्य तरीकों पर विचार कर सकती हैं। महिला गर्भनिरोधक के गैर-स्थायी तरीके हैं जैसे हार्मोन प्रत्यारोपण और गर्भनिरोधक गोलियों (Contraceptive pills) का सेवन।
इसके अलावा पुरुष नसबंदी भी महिलाओं के गर्भनिरोधक का स्थायी विकल्प होता है। पुरुष नसबंदी के बाद बिना कंडोम के इंटरकोर्स कर सकते हैं और प्रेग्नेंसी का डर भी नहीं रहता है।
लगभग हर महिला की नसबंदी की जा सकती है। हालांकि, नसबंदी का विकल्प सिर्फ उन्हीं महिलाओं को चुनना चाहिए, जिन्हें भविष्य में बच्चे नहीं चाहिए हो।
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जैसा की हर प्रक्रिया के साथ कुछ जोखिम की संभावना बनी रहती है, इसी तरह महिला नसबंदी के भी कुछ जोखिम हो सकते हैं। जिसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
इसमें होने वाले जोखिमों में एनेस्थेटिक का रिएक्शन, अत्यधिक रक्तस्राव या खून के थक्के जमना शामिल हो सकता है।
निम्न जोखिम भी शामिल हो सकते हैंः
महिला नसबंदी (Female Sterilisation) कराने से पहले, इससे जुड़े लाभ, संभावित जोखिमों और साइड इफेक्ट्स को समझने के लिए जरूरी है कि अपने डॉक्टर या सर्जन से इस बारे में बात करें।
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फीमेल स्टरलाइजेशन (Female Sterilisation) करवाने से पहले आपका डॉक्टर निम्न जरूरी बातों के निर्देश दे सकते हैंः
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आपके पेट में एक या एक से अधिक छोटे चीरे लगाया जा सकते हैं। इन चीरों के जरिए आपके पेट के अंदर सर्जिकल डिवाइस डाले जाएंगे। आपका पेट कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरा हो सकता है। इससे आपके सर्जन को आपके पेट के अंदर देखने में आसानी होती है। महिला नसबंदी के कई प्रकार होते हैं। आपका ऑपरेशन किस विधि से किया जाएगा, यह आपकी स्वास्थ्य स्थिति और सर्जन के अनुभव पर निर्धारित कर सकती है।
सबसे पहले महिला को एनेस्थिसिया की खुराक दी जाती है। इसके बाद डॉक्टर महिला के पेट में गैस भरकर उसे फुलाते हैं और प्रजनन अंगों के बीच में लैप्रोस्कोप के जरिए एक चीरा (incision) लगाते हैं। जिसके बाद फेलोपियन ट्यूब को सील कर दिया जाता है। इसके अलावा ट्यूब को काटा या मोड़ा भी जा सकता है या ट्यूब के भाग को हटाया भी जा सकता है या बैंड और क्लिप लगाकर ट्यूब को ब्लॉक भी किया जा सकता है।
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इस ऑपरेशन में चीरा नहीं लगाया जाता है। इस प्रकार की नसबंदी में फैलोपियन ट्यूब ऑक्लुजन (fallopian tube occlusion) का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मेटल के दो पतले कॉयल (coils) लगे होते हैं। पहले कॉयल को योनि और सर्विक्स के जरिए फैलोपियन ट्यूब में डाला जाता है। कॉयल के चारों ओर स्कार टिश्यू (scar tissue) लगे होते हैं जो फैलोपियन ट्यूब को ब्लॉक करने में मददगार होते हैं। यह दूसरे प्रकार सर्जरी के मुकाबले जल्दी ठीक हो जाता है।
इस नसबंदी में बड़ी सर्जरी की जाती है। आमतौर पर यह प्रक्रिया बच्चे को जन्म देने के दो दिन बाद किया जा सकता है। ऑपरेशन से पहले मरीज को बेहोश किया जाता है। इसके बाद डॉक्टर महिला के पेट के ऊपर एक से तीन इंच लंबा चीरा (incision) लगा कर दोनों तरफ से फैलोपियन ट्यूब के सेक्शन को निकाल दिया जाता है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। फीमेल स्टरलाइजेशन (Female Sterilisation) कराने के पहले या बाद में अपने डॉक्टर/सर्जन के निर्देशों का ही पालन करें।
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