कोरोना वायरस से बचाव के लिए फार्मेसी : फार्मासिस्टों का लोगों के लिए सुझाव
कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में फ्रंट लाइन वारियर्स हर दिन अपनी जान हथेली पर रख इसको हराने में जुटे हैं। कई योद्धा तो इस दौरान अपनी जान तक गवां बैठे हैं। कोरोना वायरस के चलते फार्मासिस्टों को क्या क्या बदलाव देखने को मिले इसके बारे में राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कार्यात फार्मासिस्ट मनोज कुमार ने बताया- जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कोविड-19 की फिलहाल कोई वैक्सीन तैयार नहीं की गई है। ऐसे में पूरी दुनिया के लिए इस परिस्थिति का सामना करना मुश्किल हो रखा है। जिन कोविड-19 पेशेंट्स में हल्के लक्षण हैं, उन्हें हम घर पर अकेले रहने की सलाह दे रहे हैं। जिससे इसको आगे फैलने से रोका जा सके।
अस्पताल में उन्हीं लोगों को भर्ती किया जा रहा है, जिनकी हालत गंभीर है। देश में जिस रफ्तार से यह वायर फैल रहा है अस्पतालों में सबको भर्ती करना मुनासिब नहीं है। पेशेंट की हालत और
मेडिकल कंडिशन के अनुसार उनका इलाज किया जा रहा है। शुरुआत दौर में इसकी रिपोर्ट के लिए 24 घंटे का इंतजार करना होता है। अभी जैसा कि रैपिड टेस्ट हो रहे हैं तो इससे कोरोना वायरस संक्रमित का पता लगाने में आसानी हो गई है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हेल्थ वॉरियर्स अपनी जिंदगी खतरे में डालकर कोरोना वायरस से इस जंग को पूरी तरह समर्पित होकर लड़ रहे हैं। दिन-ब-दिन कोरोना संक्रमित लोगों का रिकवरी रेट बेहतर हो रहा है। हमे उम्मीद है आने वाले समय में यह स्थिति ओर बेहतर होगी।
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