स्पोर्ट्स थेरेपिस्ट खिलाड़ियों को किसी उनके शरीर के किसी खास हिस्से की मसल्स मजबूत करके उसका इस्तेमाल करना सिखाता है जिससे उसकी परफॉर्मेंस में सुधार होता है।
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थेरिपी की तकनीक
फिजियोथेरेपी में किसी एक तरीके से इलाज नहीं किया जाता है, बल्कि इसमें कई तकनीक का इस्तेमाल होता है जिसमें शामिल हैः
जानकारी और सलाह
फिजियोथेरेपी में चोट के किसी कारण पर फोकस करने की बजाय ओवर ऑल बॉडी और हेल्थ पर ध्यान दिया जाता है। इसलिए मरीज को किसी खास बॉडी पार्ट को ठीक रखने की सलाह देने की बजाय फिजियोथेरेपिस्ट बेहतर लाइफस्टाइल (Healthy lifestyle) अपनाने की सलाह देते हैं जैसे रेगुलर एक्सराइज करना, वजन कम करना आदि। यह फिजियोथेरेपी की एक अहम हिस्सा है। फिजियोथेरेपी आपको किसी खास सलाह को किस तरह अमल में लाना है ताकि आपका चोट या दर्द कम हो जाए इस बारे में भी बताता है। जैसे आपको यदि पीठ दर्द (Back pain) की समस्या है तो वह आपको बैठने का सही पॉश्चर, सामान उठाने की सही तकनीक बताने के साथ ही यह भी बताता है कि कैसे आप मांसपेशियों में होने वाले अचानक खिंचाव से बच सकते हैं, साथ ही बहुत देर तक खड़े न रहने की सलाह देता है।
मूवमेंट और एक्सरसाइज
शरीर की गतिशीलता और कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट एक्सरसाइज और खास मूवमेंट की सलाह देते हैं।
- शरीर के किसी खास हिस्से को मजबूत बनाने और उसकी गतिशीलता के लिए एक्सरसाइज बताते है जिसे आपको कई बार दोहराना होता है।
- ऐसी एक्टिविटी की सलाह देते हैं जिसमें आपके पूरे शरीर का मूवमेंट हो जैसे वॉकिंग, स्विमिंग आदि। इससे ऑपरेशन या सर्जरी के बाद शरीर को गतिशील बनाने में मदद मिलती है।
- एक्टिव रहने के लिए किस तरह से आप सुरक्षित फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं, इस बारे में सलाह दी जाती है।
- यदि चलने में दिक्कत है तो आपको सहारे के लिए छड़ी या कोई अन्य चीज दी जाती है।
- दर्द कम करने के लिए भी फिजियोथेरेपिस्ट आपको कुछ एक्सरसाइज की सलाह देते हैं जिससे धीरे-धीरे दर्द कम हो जाता है और दोबारा चोट लगने की संभावना कम होती है।
मैनुअल थेरिपी (Manual therapy)
इस तकनीक में फिजियोथेरेपिस्ट खुद मसाज करके आपको राहत दिलाने की कोशिश करता है जिससे इन चीज़ों में राहत मिलती हैः
- अकड़न और दर्द से राहत
- ब्लड सर्कुलेशन (Blood circulation) ठीक होता है
- शरीर के कुछ हिस्सों से तरल पदार्थ को अधिक कुशलता से निकालने में मदद मिलती है
- शरीर के विभिन्न हिस्सों की गति में सुधार होता है
मैनुअल थेरेपी से पीठ दर्द, हड्डियों, जॉइंट्स और मांसपेशियों के दर्द (Muscles pain) से राहत दिलाता है। मसाज से जीवन की गुणवता में भी सुधार होता है और अच्छी नींद आती है।
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फिजियोथेरिपी (Physiotherapy) की सुविधा कहां मिलती है?
इन जगहों पर आपको फिजियोथेरेपी की सुविधा मिलती हैः
- अस्पताल
- ऑउटपेशेंट क्लिनिक
- स्पोर्ट्स मेडिसिन सेंटर
- प्राइवेट मेडिकल ऑफिस
- नर्सिंग होम
- असिस्टेट लिविंग होम्स
- रिहैब सेंटर्स
फिजियोथेरिपिस्ट (Physiotherapist) कराने से पहले जान लें कुछ बातें
- फिजियोथेरिपी के फायदे (Benefits of physiotherapy) तभी मिलता है जब उसका पूरा कोर्स पूरा किया जाए, एक निश्चित अवधि तक करने पर ही इसका फायदा मिलता।
- पेशेंट को अपनी पूरी मेडिकल हिस्ट्री फिजियोथेरेपिस्ट को बतानी चाहिए।
- फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह पर गंभीरता से अमल करें।
- जिस तरह से और जितनी बार एक्सरसाइज (Workout) के लिए बोला जाए उसे फॉलो करें।
फिजियोथेरिपी से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए या अगर आपके मन में फिजियोथेरिपी के फायदे (Benefits of physiotherapy) से रिलेटेड कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हालांकि अगर आपको किसी भी कारण से बॉडी में कहीं पेन है और डॉक्टर ने आपको फिजियोथेरिपी करवाने की सलाह दी है, तो जल्द से जल्द फिजियोथेरिपी एक्सपर्ट से मिलें।