बेबी जेंडर प्रीडिक्शन (Baby gender prediction) के अपोजिट यह थे कुछ अन्धविश्वास। कुछ ऐसे तरीके या टेस्ट भी हैं, जो लिंग निर्धारित करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन पूरी तरह से निराधार हैं।
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बेबी जेंडर प्रीडिक्शन के कुछ टेस्ट
रिंग जेंडर प्रीडिक्शन टेस्ट (Ring gender prediction test): इसमें एक रिंग को धागे के साथ अटैच किया जाता है। अब गर्भवती महिला की बेली पर इस रिंग को हैंग किया जाता है। अगर यह रिंग सर्कुलर मोशन में स्विंग करती है तो आपको गर्ल होगी। लेकिन, अगर यह पेंडुलम की तरह घूमती है तो यह बॉय का संकेत है।
चायनीज बर्थ कैलेंडर (Chinese birth calendar): लोग एक चायजिन बर्थ कैलेंडर का इस्तेमाल कर के भी गर्भवती महिला की उम्र और कंसीवड मंथ के अनुसार लिंग को प्रीडिक्ट किया जा सकता है। जो पूरी तरह से सुपरस्टीशंस पर बेस्ड है।
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यह तो थी जानकारी बेबी जेंडर प्रीडिक्शन (Baby gender prediction) के बारे में। याद रखें कि शिशु के सेक्स की प्रीडिक्शन केवल पचास प्रतिशत ही सही निकलती है। इसके साथ ही इस बारे में किसी भी प्रिडिक्शन या अंधविश्वास पर भरोसा न करें। यही नहीं, हमारे देश में शिशु के जन्म से पहले ही अल्ट्रासाउंड के माध्यम से लिंग के बारे में जानना पूरी तरह से गैरकानूनी है। शिशु के जन्म को लेकर प्रिडिक्शन करने में कुछ गलत नहीं है। लेकिन, इन पर पूरी तरह से विश्वास न करें। क्योंकि, यह केवल एक अनुमान है। अगर इस बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से बात करना न भूलें।