जान लें ये भी
बच्चे जन्म के बाद, नर्स या दाई फंडल मसाज करती हैं। फंडल मसाज (Fundal massage) एक यूटेराइन मसाज टेक्निक है जिसका उपयोग चिकित्सा पेशेवरों द्वारा गर्भाशय को उसके सामान्य आकार में वापस लाने में मदद करने के लिए किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि जन्म के 2 या 3 सप्ताह बाद तक पेट की हल्की मालिश फायदेमंद हो सकती है। लेकिन सावधानी से आगे बढ़ें: यदि बहुत अधिक दबाव डाला जाए तो गर्भाशय की मालिश हानिकारक हो सकती है। घर पर या मालिश चिकित्सक के साथ पेट की मालिश करने का प्रयास करने से पहले अपने चिकित्सक से बात करना सुनिश्चित करें। सिजेरियन डिलीवरी के बाद 6 सप्ताह तक पेट की मालिश करने की सलाह नहीं दी जाती है।
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पोस्टपार्टम मसाज के लिए तैयारी कैसे करें? (How to prepare for postpartum massage)

पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage) को एंजॉय करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि एनवायरमेंट रिलैक्सिंग हो। अगर घर में मसाज करवा रही हैं तो भी इसे पूरी तरह एंजॉय करने के लिए कैंडल्स, खुशबुदार सेंट और डिम लाइट का इंतजाम करें।
मसाज करवाने से पहले बेबी की देखभाल करने के लिए व्यक्ति की मदद लें। यह फैमिली मेंबर या दोस्त कोई भी हो सकता है। ताकि मसाज के दौरान ये चिंता न रहे कि बेबी जाग तो नहीं गया या उसे भूख तो नहीं लगी है। पोस्टपार्टम मॉम के लिए कई अलग-अलग मालिश उपयुक्त हैं। पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage) में एक्यूप्रेशर और फुट रिफ्लेक्सोलॉजी शामिल हो सकते हैं। इसमें स्वीडिश मालिश भी शामिल हो सकती है। इन दिनों कई ऑप्शन उपलब्ध हैं। अपनी पसंद से मसाज का चुनाव किया जा सकता है।
डॉक्टर की सलाह लेना ना भूलें
कुछ महिलाएं पोस्टपार्टम पीरियड के दौरान लाइट प्रेशर वाली मसाज पसंद करती हैं जबकि कुछ डीप टेक्निक होती हैं। जब जिस भी मसाज को चुनें इस बात का ध्यान रखें कि इसके पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वे मसाज करानी चाहिए या नहीं इसके साथ ही सही पॉजिशन या बॉडी के किस हिस्से पर मसाज ना करवाएं जैसी जानकारी भी दे सकते हैं। कई लोगों को मसाज करने के लिए मनाही भी डॉक्टर कर सकते हैं।
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पोस्टपार्टम मसाज टाइमिंग (Postpartum massage timing)
पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage) कब कराना सही होगा इसके बारे में डॉक्टर ही सही सलाह दे सकते हैं। कई डॉक्टर्स डिलिवरी के कुछ बाद बैक मसाज रिकमंड करते हैं तो कुछ इंतजार करने की सलाह देते हैं। महिला की ओवरऑल हेल्थ और डिलिवरी के टाइप पर भी मसाज की टाइमिंग निर्भर करती है। अगर सी सेक्शन या कॉम्प्लिकेटेड डिलिवरी हुई है तो डॉक्टर की सलाह के बिना किसी प्रकार की कोई मसाज नहीं करानी चाहिए।
आपको प्रसवोत्तर मालिश कितनी बार करानी चाहिए, इसकी कोई सटीक समय-सीमा नहीं है। कई नई मांए जन्म देने के बाद पहले कुछ महीनों के दौरान हर हफ्ते या दो हफ्तों में मसाज लेती है तो, कुछ केवल एक या दो बार ही मसाज कराती हैं। समय, व्यक्तिगत फाइनेंसेस, और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर ही पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage) कराना सही होगा।
उम्मीद करते हैं कि आपको पोस्टपार्टम मसाज (Postpartum Massage) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।