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नकली लेबर पेन और असली लेबर पेन, जानें दोनों में क्या है अंतर?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Kanchan Singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/10/2020

    नकली लेबर पेन और असली लेबर पेन, जानें दोनों में क्या है अंतर?

    लेबर पेन को लेकर अक्सर महिलाओं के मन में कई सवाल रहते हैं, खासतौर पर पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के मन इसे लेकर डर और संशय रहता हैं। खासकर तब जब नकली लेबर पेन भी औरतो को महसूस होता है। उनके मन में सवाल रहता है कि आखिर कैसे पता चलेगा कि लेबर पेन शुरू हो गया है? दरअसल, उनका ये सवाल जायज भी है। लेबर पेन शुरू होने पर आपको कई शारीरिक बदलाव नजर आते हैं, लेकिन कई बार डिलिवरी से कई हफ्ते पहले भी थोड़ा दर्द शुरू हो जाता है, मगर यह लेबर पेन नहीं, बल्कि नकली लेबर पेन होता है। सही समय पर डॉक्टर की मदद पाने के लिए नकली लेबर पेन और असली लेबर पेन में अंतर को समझना जरूरी है। जहां लेबर पेन की बात आती है महिलाओं के दिमाग में अस्पताल और डॉक्टर की याद आती है लेकिन उससे पहले नकली लेबर पेन भी महिलाओम को परेशान करता है।

    क्या होता है नकली लेबर पेन?

    नकली लेबर (ब्रेक्सटन हिक्स) में कैसा संकुचन महसूस होता है?

    कई महिलाएं प्रेग्नेंसी की आखिरी तिमाही में गर्भाशय में कसाव या उसके सख्त होने पर तुरंत हॉस्पिटल पहुंच जाती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि लेबर पेन शुरू हो गया है, लेकिन डॉक्टर से मिलने पर उन्हें पता चलता है कि यह असली नहीं, बल्कि नकली लेबर पेन था। आपके साथ ऐसा न हो इसलिए असली और नकली लेबर पेन के अंतर को समझना जरूरी है। नकल लेबर पेन यू तो लेबर पेन जैसा ही होता है लेकिन यह डिलिवरी का संकेत नहीं होता है।

    नकली लेबर पेन के लक्षणः

  • संकुचन में ज्यादा दर्द नहीं होता, लेकिन असहज महसूस होता है।
  • संकुचन लगातार नहीं होता और ना ही समय के साथ इसकी गंभीरता या फ्रीक्वेंसी बढ़ती है।
  • यदि आप अपनी पुजिशन बदलते हैं जैसे बैठी हैं तो चलने लगती हैं, लेटी हैं तो उठकर बैठ जाती हैं और इससे दर्द कम हो जाता है।
  • दर्द पेट के निचले हिस्से में होता है पीठ के निचले हिस्से में नहीं।
  • संकुचन होते ही भ्रूण की गति (मूमेंट) बढ़ जाती है।
  • और पढ़ेंः नॉर्मल डिलिवरी में मदद कर सकती हैं ये एक्सरसाइज, जानें करने का तरीका

    असली लेबर पेन में कैसा संकुचन महसूस होता है?

    असली लेबर पेन डिलिवरी से पहले शुरू होता है, लेकिन इसके लक्षण करीब पूरे महीने होने वाले शारीरिक बदलाव के रूप में दिखने लगते हैं। असली लेबर पेन के दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं जैसे- गर्भाशय का मुंह खुलना, बच्चे का नीचे पेल्विक में खिसकना आदि। जबकि नकली लेबर पेन में इसके मुकाबले परेशानी कम होती है।

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    असली लेबर पेन के लक्षणः

    • संकुचन अधिक दर्दनाक, गंभीर और लगातार होता है।
    • लेबर पेन बहुत गंभीर और तेज हो जाता है और पुजिशन बदलने पर भी कम नहीं होता।
    • लेबर पेन पीठ के निचले हिस्से से शुरू होकर पेट के निचले हिस्से और कभी-कभी पैरों तक फैल जाता है।
    • दर्द के साथ ही कभी-कभी पेट खराब हो जाता है और दस्त शुरू हो जाते हैं।
    • लेबर पेन का कोई निश्चित नियम या पैटर्न नहीं है। यह हर महिला में अलग-अलग हो सकता है, लेकिन आमतौर पर संकुचन ज्यादा तेजी से होने लगता है और हर संकुचन पहले से अधिक दर्दनाक होता है और दर्द में लगातार वृद्धि होती है।
    • वॉटर ब्रेक हो जाता है यानी पानी की थैली फट जाती है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

    असली और नकली लेबर पेन में अंतर कैसे करें?

    अधिकांश महिलाओं के लिए असली और नकली लेबर पेन में अंतर करना मुश्किल हो जाता है जिसके वजह से उन्हें बेकार ही बार-बार अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

    नकली लेबर पेन के दौरान आपका शरीर लेबर की प्रैक्टिस करता है। यह 20वें सप्ताह के बाद से नियमित अंतराल पर महसूस किया जा सकता है। इस दौरान गर्भाशय की मांसपेशियां लचीली बनती हैं और डिलिवरी के लिए तैयार होती हैं। संकुचन 30 सेकंड से 2 मिनट तक का हो सकता है, जैसे-जैसे डिलिवरी का समय निकट आता है संकुचन तीव्र हो जाता है। प्री लेबर के दौरान भी यह अधिक तीव्र गति से होता है। अपने संकुचन पर ध्यान रखकर आप पता लगा सकते हैं कि यह नकली लेबर पेन हैं जैसे- संकुचन लगातार नहीं होता, तीव्र नहीं होता, समय के साथ बढ़ता नहीं है। साथ ही थोड़ी शारीरिक गतिविधि जैसे चलने आदि पर दर्द कम हो जाता है। इसलिए अगर आपको पहले से पता होता है कि नकली लेबर पेन क्या है या इसका दर्द कैसा होता है तो आपके प्रेग्नेंसी में कम परेशानी होती है।

    जबकि असली लेबर पेन डिलिवरी से कुछ घंटे पहले शुरू होता है और संकुचन धीमी गति से शुरू होकर तेज हो जाता है और लगातार बढ़ता रहता है जब तक कि बच्चे का जन्म नहीं हो जाता है। इसमें शारीरिक गतिविधि करने पर भी दर्द कम नहीं होता और यह लगातार बढ़ता रहता है। जबकि नकली लेबर पेन कई बार डॉक्टर के पास गए बिना भी ठीक हो जाता है।

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    प्रसव (लेबर) के तीन चरण होते हैं

    असली लेबर पेन शुरू हो जाने के बाद बच्चे के जन्म और प्लेसेंटा बाहर आने तक लेबर के तीन चरण होते हैं।

    प्रसव पीड़ा का  पहला चरण

    पहले चरण में हर संकुचन के साथ बच्चा नीचे खिसकता है। गर्भाशय बच्चे को नीचे की और धक्का देता है। सर्विक्स का मुंह खुल जाता है और पतला हो जाता है। पहले चरण के खत्म होने तक सर्विक्स पूरी तरह खुल जाता है और यह इतना बड़ा हो जाता है कि बच्चा उससे आसानी से बाहर आ सकता है। यह करीब 10 सेंटीमीटर तक बड़ा हो जाता है।

    प्रसव पीड़ा का दूसरा चरण

    दूसरा चरण सर्विक्स के पूरी तरह खुल जाने के बाद शुरू होता है। यह कुछ मिनट से लेकर कई घंटों तक का हो सकता है। इस दौरान डॉक्टर या नर्स आपको लगातार पुश करने के लिए कहते रहेंगे और यह चरण बच्चे के जन्म के साथ ही पूरा होता है। पहले शिशु का सिर बाहर आता है और फिर धीरे-धीरे पूरा शरीर।

    तीसरा चरण

    यह बच्चे के जन्म के बाद प्लेसेंटा के बाहर आने पर पूरा होता है। वैसे इस दौरान आपको कुछ महसूस नहीं होता है। यह प्रक्रिया 10 से 30 मिनट के बीच पूरी होती है। ऐसे में नकली लेबर होने पर प्रेग्नेंट महिलाओं को परेशान नहीं होना चाहिए बल्कि अपने डॉक्टर से इसके बारे में बात करनी चाहिए। कई बार नकली लेबर पेन के लिए डॉक्टर पेन कीलर या इंजेक्शन देते हैं जिससे महिलाओं को आराम हो जाता है।

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    लेबर पेन या प्रसव पीड़ा असली है या फिर नकली, ये जानकारी आपको खबर के माध्यम से मिल गई होगी। एक बात का हमेशा ख्याल रखें कि प्रेग्नेंसी के आखिरी महिनों के दिनों में हमेशा कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। आपको बच्चे के मूवमेंट को फील करना चाहिए और ध्यान देना चाहिए कि कहीं बच्चे का मूवमेंट बंद तो नहीं हो गया है। अगर ऐसा कुछ भी होता है तो डॉक्टर को इस बारे में जानकारी जरूर दें। आप डॉक्टर से जांच के दौरान बच्चे की हार्ट रेट को भी चेक करा सकते हैं। डॉप्लर अल्ट्रासाउंड डिवाइस की हेल्प से डॉक्टर बच्चे की धड़कन चेक करता है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी प्रकार का कॉम्प्लीकेशन है तो बच्चे की धड़कन की जांच कराना ज्यादा जरूरी हो जाता है। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाई जाए तो नॉर्मल डिलिवरी के चांसेज बढ़ जाते हैं। डॉक्टर नॉर्मल डिलिवरी के दौरान पेरेनियम में छोटा सा कट लगा सकते हैं। इस प्रोसेस को एपिसिओटॉमी कहते हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।

    उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। असली लेबर पेन या नकली लेबर पेन से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब जानने के लिए एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या महसूस होती है तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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