2.जंक फूड्स (Junk foods)
बहुत अधिक प्रोसेस्ड फूड्स रिफाइंड इंग्रीडिएंट्स के साथ एडिटिव्स के मिस्क होने से कहीं ज्यादा होते हैं। ये फूड्स सस्ते, लंबे समय तक खराब ना होने वाले होने के साथ ही स्वाद में बहुत बढ़िया होते हैं। निर्माता जितना हो सके इन फूड्स को उतना टेस्टी बनाने की कोशिश करते हैं ताकि बिक्री को बढ़ाया जा सके, लेकिन ये ओवरईटिंग को प्रमोट करते हैं। मोटापे के कारण (Causes of obesity) में ओवरईटिंग प्रमुख है।
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3.फूड एडिक्शन (Food addiction)
फूड एडिक्शन मोटापे के कारण (Causes of obesity) में से एक है। कई मीठे, हाय फैट वाले जंक फूड्स ब्रेन में रिवार्ड सेंटर्स reward centers को स्टिम्युलेट करते हैं। फूड एडिक्शन को कई बार ड्रग्स, एल्कोहॉल, निकोटीन और केनाबिस के एडिक्शन से कंपेयर किया जाता है। ऐसे लोग ईटिंग बिहेवियर पर रहने वाले कंट्रोल को खो देते हैं। ये उसी तरह होता है जैसे लोग एल्कोहॉल एडिक्शन को छोड़ने के लिए स्ट्रगल करते हैं और ड्रिंकिंग बिहेवियर पर कंट्रोल खो देते हैं।
एडिक्शन एक जटिल समस्या है जिसे दूर करना बहुत मुश्किल हो सकता है। जब आप किसी चीज के आदी हो जाते हैं, तो आप चुनने की स्वतंत्रता खो देते हैं।
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4.इंसुलिन (Insulin)
इंसुलिन एक बेहद महत्वपूर्ण हॉर्मोन है जो एनर्जी स्टोरेज को रेगुलेट करने मदद करता है। इसके एक कार्य में फैट कोशिकाओं को फैट को स्टोर करने के लिए प्रोत्साहित करना और वे जिस फैट को कैरी कर रही हैं उसे होल्ड पर रखना शामिल है। वेस्टर्न डायट ओवरवेट और ओबेसिटी का सामना कर रहे लोगों में इंसुलिन रेजिस्टेंस को प्रमोट करती है। जिससे पूरी बॉडी में इंसुलिन का लेवल बढ़ जाता है जिससे एनर्जी उपयोग के लिए उपलब्ध होने की जगह फैट कोशिकाओं में इकठ्ठा हो जाती है।