के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
एनीमिया एक ऐसी स्थिति होती है जब लाल रक्त कोशिकाओं (Red red blood cells) की मात्रा कम होती है। पारनिसियस एनीमिया विटामिन बी -12 की कमी के कारण होने वाला एनीमिया में से एक है। यह आपके शरीर से विटामिन बी -12 (Vitamin B12) को शोषित करने में असमर्थता का कारण होता है, जो हेल्दी RBC बनाने के लिए आवश्यक है।
एनीमियाके इस प्रकार को ‘घातक’ कहा जाता है। इसका कारण यह है, कि पहले उपचार की कमी के कारण यह जानलेवा बीमारी में बदल जाता था। लेकिन आज इस बीमारी का इलाज बी -12 इंजेक्शन या उसके सप्प्लिमेंट्स से आसानी से हो सकता है। अगर इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो विटामिन बी -12 की कमी काफी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है।
पारनिसियस एनीमिया काफी दुर्लभ बीमारी है। जर्नल ऑफ ब्लड मेडिसिन के अनुसार, सामान्य बीमारी में 0.1% और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में 1.9% इतना इस बीमारी का प्रमाण पाया जाता है। अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से चर्चा करें।
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एनीमिया का विकास काफी धीमा होता है, इसलिए उसके लक्षण पहचानना मुश्किल होता है। आप लगातार असहज महसूस कर सकते हैं। आमतौर पर अनदेखी के लक्षणों में शामिल हैं:
इस बीमारी के कुछ दुर्लभ मामलों में, लोगों में न्यूरोलॉजिकल संकेत और लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इनमें शामिल हो सकते हैं:
बी -12 की कमी के अन्य संकेत और लक्षण, जो एनीमिया गंभीर बीमारी को ओवरलैप कर सकते हैं, में शामिल हैं:
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अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है। अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करे और कौन सा सुझाव और उपचार आपके लिए ठीक है यह तय करें।
कई डॉक्टर मानते हैं कि इस एनीमिया के तीन मुख्य कारण हैं
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जिन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है, उनमे शामिल हैं:
इस बीमारी का निदान कैसे करते हैं? (Diagnosis of Pernicious anemia)
यदि आपके डॉक्टर को संदेह है कि आपको इस बीमारी की परेशानी है, तो एक फिजिकल टेस्ट की जाएगी। टेस्ट के बाद, आपके डॉक्टर कुछ टेस्ट्स की सलाह देंगे, जिनमें शामिल हैं:
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इसके उपचार दो भागों में किया जाता है। डॉक्टर किसी भी मौजूदा विटामिन बी -12 की कमी का इलाज और आयरन (Iron) की कमी की जांच करते हैं।
विटामिन बी -12 इंजेक्शन को रोज या तो हर हफ्ते अनुसार दिया जा सकता है। यह तब तक होता हैं जब तक बी -12 का स्तर सामान्य (या सामान्य के करीब) नहीं हो जाता है। उपचार के पहले कुछ हफ्तों के दौरान, डॉक्टर फिजिकल एक्टिविटीज को कम करने की सलाह दे सकते हैं। आपके विटामिन बी -12 का स्तर सामान्य होने के बाद, आपको केवल हर महीने एक बार डोज लेना होगा। आप खुद से ही ये डोज ले सकते हैं या किसी और व्यक्ति से भी ले सकते हैं।
आपके बी -12 का स्तर सामान्य होने के बाद, डॉक्टर आपको इंजेक्शन के बजाय बी -12 की नियमित खुराक लेने की सलाह दे देंगे। ये गोलियों, नाक के जैल और स्प्रे के फॉर्म में आती हैं।
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नीचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इस बीमारी को ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
विटामिन B12 (Vitamin B12) की ज्यादा मात्रा वाले खाद्य पदार्थों को सेवन करें, जिससे शरीर की विटामिन B12 की कमी पूरी हो सके जैसे-
अगर आपको कोई भी सवाल या चिंता सता रही है तो सही सुझाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। हैलो हेल्थ ग्रुप कोई भी मेडिकल सलाह, निदान और उपचार प्रदान नहीं करता है।
शरीर को पोषक तत्वों कमी ना हो, इसलिए पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी होता है। नीचे दिए इस वीडियो लिंक को क्लिक कर जानें कब और क्या खाएं, जिससे स्वस्थ रहना होगा आसान।
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