परिचय
नारियल तेल (Coconut Oil) क्या है?
नारियल न केवल खाने के बल्कि लगाने के भी बहुत उपयोगी होता है। नारियल तेल (Coconut Oil) के तेल को गरी का तेल भी कहा जाता है। जो नारियल के पेड़ (कोकोस न्यूसीफेरा) के फलों से पाया जाता है। यह इसके पके हुए फल के गूदे या सार से निकाला जाता है। लोग इसका सेवन आहार के तौर पर भी करते हैं, साथ ही यह पानी का भी उच्च स्त्रोत होता है। इसका इस्तेमाल खाना पकाने और तलने के लिए किया जाता है।
कोकोनट का तेल बॉडी मॉस्चराइजर के लिए भी एक अच्छा विकल्प होता है। कोकोनट में 200 से 250 ML पानी होता है। इसके पानी में विटामिन्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम व फाइबर जैसे कई पोषक तत्व भी होते हैं। कोकोनट वॉटर को एंटीऑक्सीडेंट का प्रमुख स्रोत भी माना गया है। यही वजह है कि नारियल का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है।
सर्वे के अनुसारः
- 26 फीसदी यानी एक चौथाई से अधिक लोग अपने बालों की सुरक्षा और सेहत के लिए कोकोनट ऑयल का इस्तेमाल करते हैं। जबकि, 22 प्रतिशत से अधिक है जो इसका इस्तेमाल खाना पकाने के लिए करते हैं।
- 36 फीसदी यानी एक तिहाई से अधिक लोग नारियल का सेवन अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग रूपों और तरीकों में करते हैं।
- हालांकि, 11 फीसदी ऐसे भी लोग हैं जो नारियल पसंद नहीं करते हैं।
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उपयोग
नारियल का तेल किसलिए इस्तेमाल किया जाता है?
नारियल तेल फायदे एक नहीं बल्कि बहुत से हैं। नारियल तेल न केवल स्किन के लिए अच्छा होता है बल्कि नारियल तेल का इस्तेमाल करने से बहुत सी समस्याओं में छुटकारा मिलता है।
डायबिटीज के नियंत्रण के लिए
गरी के तेल खाने के फायदे में डायबिटीज (मधुमेह) के जोखिम को कम किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, इसके तेल के इस्तेमाल के फायदे टाइप -2 डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी देखे जाते हैं। नारियल तेल का इस्तेमाल (Coconut Oil) करने से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है और यह बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करता है।
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दिल की समस्याओं को कम करने के लिए
यह तेल हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसमें पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड की मात्रा होती है, जो हृदय रोगों के खतरे को कई गुना तक कम करने में मदद करते हैं।
नारियल के तेल का इस्तेमाल निम्नलिखित बीमारियों में किया जा सकता हैः
- क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम
- क्रोहन डिजीज
- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम
- एल्ज़ीमर्स डिजीज
- थॉयराइड की समस्या
इसके अलावा यह इम्युनिटी को बढ़ाने, वजन घटाने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी इस्तेमाल होता है।
निम्नलिखित समस्याओं में आप नारियल तेल (Coconut Oil) को त्वचा और बालों में लगाकर मॉइस्चराइजर की तरह कर सकते हैं,
इस तेल को और भी दूसरी तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप डॉक्टर या हर्बल विशेषज्ञ से संपर्क करें।
नारियल का तेल कैसे काम करता है?
नारियल तेल (Coconut Oil) शरीर मे कैसे काम करता है इसको लेकर अभी ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप डॉक्टर या हर्बल विशेषज्ञ से संपर्क करें। हालांकि कुछ शोध यह मानते हैं कि नारियल तेल (Coconut Oil) में मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं जो शरीर मे मौजूद सैचुरेटेड फैट (Saturated Fat) की तुलना में अलग तरीके से काम करते हैं।
सावधानियां और चेतावनी
नारियल तेल का इस्तेमाल (Coconut Oil) से पहले मुझे क्या जानकारी होनी चाहिए?
इस तेल का इस्तेमाल करने से पहले आपको डॉक्टर या फार्मासिस्ट या फिर हर्बल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए, यदि
- आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब आप बच्चे को फीडिंग कराती हैं तो अपने डॉक्टर के मुताबिक़ ही आपको दवाओं का सेवन करना चाहिए।
- अगर आप कोई स्वास्थ्य संबंधी दवाई का सेवन कर रहे हैं तो इसका सेवन करने से बचें।
- अगर आपको नारियल तेल (Coconut Oil) और उसके दूसरे पदार्थों से या फिर किसी और दूसरे हर्ब्स (HERBS) से एलर्जी हो।
- आप पहले से किसी तरह की बीमारी आदि से ग्रसित हैं।
- यदि आपको किसी तरह के खाने, जानवर या सामान से एलर्जी है तो गार्सिनिया का सेवन करने से बचना चाहिए।
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की ज़रुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना ज़रुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
कितना सुरक्षित है नारियल तेल (Coconut Oil) का उपयोग?
प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरानः प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान इस हर्बल सप्लीमेंट को लेकर ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। इसको इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
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नारियल तेल के साइड इफेक्ट्स
नारियल तेल का इस्तेमाल (Coconut Oil) करने से क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
नारियल तेल (Coconut Oil) के इस्तेमाल से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं,
- वजन बढ़ना
- कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना
हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हों ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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इंटरैक्शन
नारियल तेल (Coconut Oil) के इस्तेमाल से अन्य किन चीजों पर प्रभाव पड़ सकता है?
इस तेल के इस्तेमाल से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
खासतौर पर अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो उपयोग से पहले डॉक्टर की राय लें।
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नारियल तेल की खुराक
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
आमतौर पर कितनी मात्रा में नारियल तेल का इस्तेमाल न करना चाहिए?
रोजाना दिन में दो बार 10 मिली कोकोनट आयल को आठ हफ्तों तक प्रभावित जगह पर इस्तेमाल करना चाहिए।
इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
नारियल तेल (Coconut Oil) किन रूपों में उपलब्ध है?
नारियल तेल निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है
- सॉफ्टजेल
- लिक्विड
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