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Palumboism : पालुम्बोइज्म के कारण किस समस्या का करना पड़ता है सामना, जानिए यहां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 17/02/2022

    Palumboism : पालुम्बोइज्म के कारण किस समस्या का करना पड़ता है सामना, जानिए यहां

    पालुम्बोइज्म (Palumboism) की समस्या तब होती है, जब एब्डॉमन की साइड मसल्स, जिन्हें ऑब्लिक मसल्स (oblique muscles) के नाम से भी जाना जाता है, वो मोटी हो जाती है।इस कारण से बॉडी बिल्डर के लिए अपने पेट या रेक्टस एब्डोमिनिस मसल्स को पकड़ना मुश्किल हो जाता है। पालुम्बोइज्म एक कंडीशन है, जो बॉडी बिल्डिंग करने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि पालुम्बोइज्म (Palumboism) की समस्या का क्या कारण है और कैसे इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।

    पालुम्बोइज्म (Palumboism) को स्टेरॉइड या रॉइड गट के रूप में, ह्युमन ग्रोथ हॉर्मोन के रूप में, एचजीएच ब्लोट (HGH bloat), बुलबुला आंत (bubble gut), इंसुलिन गट (insulin gut), मसल गट, बॉडी बिल्डर बेली आदि से भी रिफर किया जा सकता है। इस कंडीशन को डेव पालुम्बो के नाम पर रखा गया है क्योंकि ऐसे पहले बॉडी बिल्डर थे जिन्होंने पेट को अपनी छाती के अनुपात में अननैचुरली फुला हुआ दिखाया था। आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों होता है और कैसे इसकी रोकथाम की जाती है।

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    बॉडी बिल्डर्स को रॉइड गट की क्यों होती है समस्या?

    पालुम्बोइज्म (Palumboism) को एक रेयर कंडीशन माना जाता है, जो कि केवल बॉडीबिल्डर्स को ही प्रभावित करती है। 1990 से 2000 के दशक में बड़े पैमाने पर मसल्स के लिए बॉडी कंपटीशन के दौरान यह स्थिति पैदा हुई। इसका मुख्य कारण प्रशिक्षण के साथ ही हाय कैलोरी, हाय कार्ब डायट, ह्यूमन ग्रोथ हॉर्मोन (human growth hormone) का इस्तेमाल करना आदि कारण से जुड़े हुए पाए गए थे। इस संबंध में अभी तक कोई भी मेडिकल स्टडी नहीं पाई गई है, इसलिए इससे संबंधित डाटा भी उपलब्ध नहीं है।

    पालुम्बोइज्म (Palumboism) का इलाज कैसे किया जाता है?

    आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन इस कंडीशन का अभी तक कोई भी रिकमेंडर ट्रीटमेंट उपलब्ध नहीं है। ऐसा क्लीनिकल स्टडीज की कमी के कारण है। लॉजिक्स बताते हैं कि जब शरीर बहुत ज्यादा परिश्रम करता है और उसके बाद आराम करता है, तो उस पर एचजीएच और इंसुलिन हॉर्मोन का असर गलत रुप से पड़ता है। अगर इस प्रकार की समस्या किसी भी एथलीट को हो जाती है, तो ऐसे में डॉक्टर से परामर्श करना एकमात्र उपाय होता है। यदि आप एक बॉडीबिल्डर हैं या बॉडीबिल्डिंग के लिए प्रशिक्षण लेने की योजना बना रहे हैं, तो आपको स्टेरॉयड और HGH (human growth hormone), नॉन मेडिकल इंसुलिन शॉट्स, जरूरत से ज्यादा परिश्रम करना आदि से दूरी बना लेनी चाहिए। ऐसा करने से आप पालुम्बोइज्म (Palumboism) की समस्या से बच सकते हैं।

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    स्टेरॉयड के गलत इस्तेमाल से क्या होता है नुकसान?

    पालुम्बोइज्म (Palumboism) के बारे में आपको जानकारी जरूर मिल गई होगी। प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए बॉडी बिल्डर्स कुछ दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं। जैसे कि एनाबॉलिक स्टेरॉइड (anabolic steroids) नॉन स्टेरायडल एनाबॉलिक जैसे कि इंसुलिन, एचजीएच और इंसुलिन लाइक ग्रोथ हॉर्मोन (IGF) आदि हेल्थ के लिए ठीक नहीं होते हैं। इस दवाओं का इस्तेमाल करके रिजल्ट मनमुताबिक मिले, ये जरूरी नहीं है। इन दवाओं से होने वाले प्रभाव स्थायी नहीं होते हैं। अनाबोलिक स्टेरॉयड के दुरुपयोग के कारण निम्नलिखित परिणाम हो सकते हैं।

    कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम की समस्याएं, जैसे कि दिल का दौरा, हाय ब्लड प्रेशर, आर्टरी डैमेज, और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

    लिवर की समस्याएं, जैसे ट्यूमर और पेलियोसिस हेपेटिस (peliosis hepatis) आदि का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कुछ लोगों को त्वचा की समस्याएं, जैसे गंभीर मुँहासे, सिस्ट, और पीलिया आदि परेशानियां भी हो सकती है। पुरुषों में हॉर्मोनल सिस्टम की समस्याएं जैसे कि टेस्टिंकल का सिकुड़ना, शुक्राणु के प्रोडक्शन में कमी आना, गंजेपन की समस्या, स्तनों में उभार आना आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। महिलाओं में हॉर्मोनल सिस्टम की समस्याएं, जैसे स्तन का आकार कम होना, शरीर पर अत्यधिक बाल आना, खुरदरी त्वचा और मानसिक समस्याएं जैसे कि आक्रामकता आदि की समस्या भी हो सकती है।

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    पालुम्बोइज्म (Palumboism) की दुर्लभ कंडीशन डेव पालुम्बो के नाम के व्यक्ति में पाई गई थी। इस दुर्लभ स्थिति के कारण बॉडी बिल्डर का पेट एब्नॉर्मल तरीके से बढ़ जाता है। साक्ष्य के आधार पर ये बात सामने आई है कि पालुम्बोइज्म की समस्या अधिक बॉडीबिल्डिंग ट्रेनिंग के कारण, हाय कैलोरी या फिर हाय कार्ब डायट के कारण, ह्युमन ग्रोथ हॉर्मोन आदि कारणों से होती है। इसमें इंसुलिन का इस्तेमाल करना भी शामिल है।

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    बॉडीबिल्डिंग कर रहे हैं, तो न करें ये गलतियां

    अगर आप बॉडीबिल्डिंग करते हैं, तो आपको क्या फूड्स लेना है, डाइट में क्या लेना है, किस तरह के एक्सरसाइज करनेी हैं, एक्सरसाइज कितनी करनी है आदि के बारे में एक्सपर्ट से जानकारी लें। आप ऐसा कोई भी काम ना करें, जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचाए। बॉडी बिल्डिंग करते समय गलत तरीकों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचता है बल्कि आपके करियर को भी ब्रेक लग सकता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर आप बॉडीबिल्डिंग कर सकते हैं। मार्केट में ऐसे कई प्रोडक्ट आते हैं, जो बॉडीबिल्डिंग को लेकर दावे करते हैं लेकिन आपको बिना एक्सपर्ट से जानकारी लिए किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आप इस बारे में चाहे तो अधिक जानकारी एक्सपर्ट से भी ले सकते हैं।

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    अगर शरीर को नैचुरल तरीके बढ़ाया जाए, तो यकीनन मसल्स बहुत तेजी से ग्रोथ नहीं करेंगी लेकिन आपके शरीर के लिए आर्टिफिशियल तरीके से शरीर की ग्रोथ कराना खतरनाक साबित हो सकता है। शरीर में दुर्लभ बीमारियां कब हो जाएं, ये कहना मुश्किल होता है लेकिन इनसे शरीर को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

    इस आर्टिकल में हमने आपको पालुम्बोइज्म (Palumboism) लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

    डिस्क्लेमर

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