
परिचय
घुटनों में सूजन क्या है?
घुटने हमारे शरीर का काफी महत्वपूर्ण अंग है। यह हमारे चलने-फिरने से लेकर उठने-बैठने और शरीर का पूरा भार उठाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन, उम्र, चोट, शारीरिक समस्याएं आदि के कारण घुटनों की कार्यक्षमता कम होती जाती है और इससे संबंधित कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। इन्हीं घुटनों की समस्याओं में से एक है घुटनों में सूजन आ जाना। आइए जानते हैं कि, घुटनों में सूजन क्यों आती है और इसका उपचार क्या है?
जब आपके घुटनों के अंदर या आसपास अतिरिक्त फ्लूइड इकट्ठा होने लगता है, तो घुटने सूजने लगते हैं। मेडिकल भाषा में इसे घुटनों में इफ्यूजन (Effusion) कहा जाता है और कुछ जगह ही ‘घुटनों में पानी’ की स्थिति से इंगित किया जाता है। जो कि किसी ट्रॉमा, अधिक इस्तेमाल करने से आने वाली चोट, किसी छुपी हुई बीमारी के कारण हो सकता है। इससे राहत पाने के लिए अतिरिक्त फ्लूड को हटाने की जरूरत होती है, जिससे सूजन के साथ-साथ दर्द व अकड़न को कम करने में मदद मिलती है।
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लक्षण
घुटनों में सूजन आने पर कौन-से लक्षण दिखते हैं?
सूजन आने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं। जैसे-
- गंभीर दर्द होना
- छूने पर गर्माहट का एहसास
- अकड़न
- सामान्य गतिविधि करने में समस्या
- चलने-फिरने या उठने-बैठने में दर्द
- खड़े होने में दर्द
- घुटनों में नील पड़ना
- रैशेज
- पस भरना या डिस्चार्ज
- घुटनों की त्वचा का लाल हो जाना, आदि
ध्यान रखें कि, यह जरूरी नहीं है कि हर किसी को ऊपर बताए गए सभी लक्षणों का सामना करना पड़े। जहां किसी मरीज को एक या दो लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं दूसरे मरीज को अन्य लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, घुटनों में सूजन होने पर इन से अलग लक्षणों का सामना भी करना पड़ सकता है। घुटनों में सूजन की वजह से दिखने वाले सभी लक्षणों के बारे में पूरी और सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।
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कारण
घुटनों में सूजन के कारण क्या होते हैं?
चोट की वजह से आपके घुटनों के अंदर लिगामेंट, कार्टिलेज, हड्डी के क्षतिग्रस्त होने पर आपके घुटने में फ्लूड इकट्ठा हो सकता है, जिससे घुटनों में सूजन आ सकती है। इसके अलावा घुटनों में सूजन होने के पीछे निम्नलिखित हेल्थ कंडीशन हो सकती हैं। जैसे-
- ऑस्टियोअर्थराइटिस एक हेल्थ कंडीशन है, जो कि उम्र बढ़ने या चोट की वजह से हो सकती है। यह आपके जोड़ों की हड्डी के दोनों छोर को सपोर्ट देने वाली कार्टिलेज के क्षतिग्रस्त होने से होती है।
- रूमेटाइड अर्थराइटिस एक इंफ्लेमेटरी अर्थराइटिस है, जो कि किसी भी उम्र में हो सकती है। इससे जोड़ों में अकड़न, दर्द और सूजन आ जाती है।
- गठिया जिसे गाउट अर्थराइटिस भी कहा जाता है। इसमें गंभीर जोड़ों का दर्द, सूजन, जोड़ों में गर्माहट का एहसास, घुटनों की त्वचा पर लालपन हो सकता है, यह काफी गंभीर समस्या हो सकती है।
- सोरायटिक अर्थराइटिस में भी इंफ्लेमेटरी जॉइंट डिजीज है, जो कि सोरायसिस नामक स्किन कंडीशन से ग्रसित मरीजों में होती है।
- इंफेक्शियस या सेप्टिक अर्थराइटिस जोड़ों के टिश्यू या फ्लूड में किसी बैक्टीरियल, वायरल और फंगल इंफेक्शन होने के कारण होती है।
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निदान
घुटनों में सूजन का कैसे पता लगाते हैं?
घुटनों में सूजन की समस्या का पता लगाने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट की मदद ले सकता है। जैसे-
- एक्सरे जांच की मदद से हड्डियों के स्थानांतरण या फ्रैक्चर की आशंका को खत्म करके अर्थराइटिस का निदान किया जा सकता है।
- टेंडन्स या लिगामेंट्स को प्रभावित करने वाली अर्थराइटिस या डिसऑर्डर का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड की मदद ली जा सकती है।
- एमआरआई टेस्ट की मदद से टेंडन्स, लिगामेंट्स या सॉफ्ट टिश्यू की उन इंजुरी के बारे में पता लगाया जाता है, जो कि एक्सरे में नहीं दिखाई दे पाती।
- अर्थ्रोसेंटेसिस टेस्ट की मदद से डॉक्टर आपके घुटनों में मौजूद फ्लूड का सैंपल लेकर उसमें मौजूद खून, बैक्टीरिया या क्रिस्टल की जांच कर सकता है।
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रोकथाम और नियंत्रण
घुटनों में सूजन को नियंत्रित कैसे करें?
- घुटनों में सूजन की समस्या से बचाव व इसको नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग किया जा सकता है। जैसे-
- अगर आपके घुटनों में सूजन आ गई है, तो इसे नियंत्रित करने का सबसे पहला तरीका है आराम। करीब 24 घंटे तक घुटनों को पूरी तरह आराम दें और किसी भी तरह का भारी सामान न उठाएं या कसरत न करें।
- किसी भी चोट के बाद 2 से 3 दिन के लिए हर दो से चार घंटे के अंतराल पर 15 से 20 मिनट बर्फ को कपड़े में लपेटकर सिकाई करें। इससे दर्द और सूजन को कम करने में आराम मिलेगा।
- घुटनों में फ्लूइड इकट्ठा होने से रोकने के लिए इलास्टिक बैंडेज आदि की सहायता से कंप्रेस करें।
- अगर, आपको चोट लगी है या दर्द हो रहा है या फिर घुटनों में सूजन लग रही है, तो बर्फ से सिकाई करते हुए पैर को थोड़ा ऊपर की तरफ उठाकर रखें। इससे सूजन में आराम मिलेगा।
- अगर बर्फ की सिकाई से आराम नहीं मिल रहा है, तो गर्म पानी या हीटिंग पैड से 15 से 20 मिनट तक सिकाई करें।
- घुटनों पर हल्के हाथ से मसाज करने पर फ्लूड को इकट्ठा होने से रोका जा सकता है। इसके लिए आप फिजियोथेरेपिस्ट जैसे किसी प्रोफेशनल की मदद भी ले सकते हैं।
किसी भी घरेलू उपाय के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की मदद लेना न भूलें। क्योंकि, कुछ मामलों में इनका उपयोग करने या इलाज में देरी मिलने से स्थिति बिगड़ सकती है।
उपचार
घुटनों में सूजन की समस्या का उपचार कैसे होता है?
- घुटनों में सूजन आने पर फिजियोथेरिपी की मदद भी ली जा सकती है, जिसमें मसाज से लेकर कुछ आसान और प्रभावशाली एक्सरसाइज की मदद से फ्लूड को इकट्ठा होने से रोका जाता है और सूजन व दर्द से राहत दिलाई जाती है। इसके अलावा, निम्नलिखित तरीकों को भी डॉक्टर अपना सकता है। जैसे-
- आइबूप्रोफेन ड्रग, एस्पिरिन दवा जैसी एंटी-इंफ्लेमेटरी मेडिसिन का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है। जिससे दर्द सहने की क्षमता में बढ़ोतरी हो सके और आराम मिल सके। लेकिन, किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जानकारी जरूर प्राप्त करें।
- अर्थ्रोस्कॉपी की मदद से एक छोटी-सी सर्जरी में आपके घुटनों में मौजूद क्षतिग्रस्त टिश्यू को रिपेयर किया जाता है।
- अगर आपके घुटने बिल्कुल कार्य नहीं कर पा रहे हैं या डैमेज होने की वजह से शरीर का भार नहीं संभाल पा रहे हैं, तो जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी भी की जा सकती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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