रेसिंग हार्ट को डायग्नोज करने के लिए डॉक्टर फिजिकल एग्जामिनेशन कर सकते हैं और साथ ही डॉक्टर आपसे उन लक्षणों के बारे में भी पूछेंगे, जो आपने कुछ ही दिनों में महसूस किए हैं। डॉक्टर कुछ टेस्ट जैसे की चेस्ट एक्स-रे, इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम, इकोकार्डियोग्राम, एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट, कोरोनरी एंजियोग्राफी (coronary angiography) आदि करा सकते हैं। ऐसा करने से रेसिंग हार्ट के सही कारणों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। डॉक्टर आपको उचित उपायों के बारे में भी जानकारी देंगे।
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लंबे समय तक नींद न आए तो हो जाएं सावधान
रेसिंग हार्ट के साथ जागना आम तौर पर गंभीर नहीं माना जाता है और ट्रीटमेंट की आवश्यकता नहीं होती है। यदि यह कभी-कभी होता है या केवल कुछ सेकंड तक रहता है, तो बिल्कुल भी परेशान न हो। लेकिन अगर आप को इस समस्या का सामना लंबे समय से करना पड़ रहा है और इस कारण से कई दिक्कतें भी हो रही हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर को बताना चाहिए। हार्ट संबंधी बीमारियों के बारे में जानकारी जांच के बाद ही मिलती है। आपको डॉक्टर से बिना देरी किए मिलना चाहिए और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताना चाहिए।
इस आर्टिकल में हमने आपको रेसिंग हार्ट (Racing Heart) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।