परिचय
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (Urinary incontinence) क्या है?
किडनी का प्रमुख कार्य शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को छानकर बाहर निकालना होता है। किडनी अपशिष्टों को पानी के साथ मिलाकर ब्लैडर की तरफ भेजती है। ब्लैडर इसे यूरिन पास करने के समय तक रोककर रखता है। ब्लैडर की मांसपेशियों के सिकुड़ने पर स्पिनच्टर (sphincter) आराम करता है, जिससे यूरिन को पेनिस के जरिए शरीर से बाहर छोड़ा जा सके। ऐसे में शरीर पर किसी भी प्रकार के दबाव की वजह से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या हो जाती है। इसकी वजह से बिना इच्छा के यूरिन लीकेज होने लगता है। इस समस्या को पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस कहा जाता है। इसके अलावा, इस समस्या को मेल स्ट्रेस यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस भी कहा जाता है। अन्य शब्दों में पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या तब होती है जब हंसना, छींकना, खांसना, कुछ उठाना या पॉश्चर में बदलाव जैसे अनुचित समय में स्पिनच्टर ब्लैडर के आसपास होती है।
यूरिन पास करने का फंक्शन
किडनी यूरिन को बनाती हैं। इसे मांसपेशियों से बनाए गए एक सेक (Sac) में स्टोर किया जाता है। इसे यूरिनरी ब्लैडर कहा जाता है। यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) (urethra) नामक एक नलिका प्रोस्टेट और लिंग के माध्यम से यूरिन को ब्लैडर से बॉडी के बाहर तक जाती है।
ब्लैडर के यूरिन से भर जाने पर यह तंत्रिका संकेत देता है। स्पिनच्टर को यह सिकुड़े रहने का संकेत देता है, जब तक ब्लैडर आराम की अवस्था में रहता है। तंत्रिका और मांसपेशियों बॉडी से यूरिन के लीकेज होने को रोकने के लिए एक साथ मिलकर कार्य करती हैं। जब आप यूरिन पास करते हैं तब तंत्रिका संकेत मांसपेशियों की वॉल को ब्लैडर को सिकोड़ने के लिए कहते हैं।
इस दबाव की वजह से यूरिन ब्लैडर से बाहर निकलता है और मूत्रमार्ग में पहुंच जाता है। इसी वक्त ब्लैडर सिकुड़ता है और मूत्र नलिका आराम करती है। इससे यूरिन को यूरेथ्रा के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है।
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस की समस्या कितनी सामान्य है?
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम निदेशक और प्रमुख डॉ. राजीव यादव ने यूरोलॉजिक डिजीज के बारे में बताया कि पुरुषों और महिलाओं दोनों में यूरीनरी ट्रेक को प्रभावित करने वाली कुछ सामान्य बीमारियां जैसे कि यूरीनरी ट्रेक इन्फेक्शन (Urinary tract infections), किडनी स्टोन आदि की समस्या हो सकती है। यह एक सामान्य समस्या है। इसके पीछे अनेकों कारण होते हैं। यदि आपको भी यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का एहसास होता है तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
लक्षण
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस (Urinary Incontinence) के क्या लक्षण हैं?
स्ट्रेस यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट या पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं:
- छींकने, खांसने, हसने, कुछ उठाने, पॉश्चर में बदलाव या अन्य किसी कार्य को करने पर ब्लैडर पर दबाव पड़ने पर यूरिन लीक होता है। नुकसान की तीव्रता के आधार पर यह समस्या हल्की या धीरे-धीरे यूरिन लीक हो सकता है
- ब्लैडर के गलत समय पर सिकड़ने पर भी यह समस्या पैदा होती है।
- यहां तक कि ब्लैडर में कम मात्रा में यूरिन के होने पर भी यह अहसास हो सकता है। ओवरएक्टिव ब्लैडर से यूरिन पास करने का एक मजबूत दबाव बनता है, लेकिन ओवरएक्टिव ब्लैडर वाले हर व्यक्ति का यूरिन लीकेज नहीं होता है।
- ओवरफ्लो इनकॉन्टिनेंट का मतलब होता है कि आपके ऊपर यूरिन पास करने का दबाव बनता है, लेकिन आप सिर्फ थोड़ी मात्रा में यूरिन पास कर पाते हैं। चूंकि, आपका ब्लैडर खाली नहीं रहता है जैसा कि इसे होना चाहिए, तो यह बाद में यूरिन लीक करता है।
- ओवरफ्लो इनकॉन्टिनेंट की वजह से मूत्र नलिका (यूरेथ्रा) में कुछ जाम हो जाता है, जिससे ब्लैडर में यूरिन इक्कट्ठा हो जाता है। इससे प्रोस्टेट ग्लैंड बड़ी हो जाती है या यूरेथ्रा छोटा हो जाता है। इससे ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। यूरिन का एक प्रवाह जो शुरू होता है और जब आप यूरिन पास करते हैं तो रुक जाता है।
- हल्की मात्रा में यूरिन का लीक होना।
- यूरिन का कमजोर प्रवाह।
- यूरिन पास करते वक्त तनाव होना और ब्लैडर के खाली न होने का एक अहसास होना।
- रात में तुरंत यूरिन पास करने का अहसास होना।
- रात में सोते वक्त यूरिन लीकेज होना।
उपरोक्त लक्षणों के अलावा भी कुछ लक्षण हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीब्ध नहीं किया गया है। यदि आप पुरुषों में यूरिन इनकॉन्टिनेंस को लेकर चिंतित हैं तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आपको उपरोक्त लक्षणों या संकेतों का अनुभव होता है तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें। हालांकि, पुरुषों में यूरिन इनकॉन्टिनेंस में हर व्यक्ति की बॉडी अलग ढंग से प्रतिक्रिया देती है। स्थिति को बेहतर तरीके से समझने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
कारण
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का क्या कारण है?
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस के कारण निम्नलिखित हैं:
कैंसर वाली प्रोस्टेट ग्लैंड को निकालना, जिसकी वजह से यूरिन पास करने में परेशानी आना। यूरिनरी स्पिनच्टर का क्षतिग्रस्त होना, जिससे पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट की समस्या पैदा होती है।
इसके अतिरिक्त, प्रोस्टेट ग्लैंड को निकालने से फिजिकल सपोर्ट हटने से स्पिनच्टर को कार्य करने में समस्याएं पैदा होती हैं। इससे पुरुषों में यूरिन इनकॉन्टिनेंस की समस्या उत्पन्न होती है। इसे पोस्ट-प्रोस्टेटक्टमी इनकॉन्टिनेंस (post-prostatectomy incontinence) के नाम से जाना जाता है। स्पिनच्टर की ताकत में कमी करने से यूरिन मूत्र नलिका (यूरेथ्रा) से लीक होने लगता है।
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जोखिम
किन कारकों से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का खतरा रहता है?
निम्नलिखित वजहों से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंट का खतरा रहता है:
- अधिक उम्र
- शारीरिक गतिविधियों या एक्सरसाइज की कमी
- मोटापा
- प्रोस्टेट कैंसर या इनलार्ज प्रोस्टेट जैसी समस्याएं
- न्यूरोलॉजिकल समस्या जैसे पार्किंसंस रोग, अल्जाइमर रोग, मल्टीपल स्क्लेरोसिस
- जन्मदोष
उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का निदान कैसे किया जाता है?
निम्नलिखित तरीकों से पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का निदान किया जाता है:
- इस बीमारी का पता लगाने के लिए आपका डॉक्टर कई प्रकार की जांच कर सकता है ताकि इसके असल कारण का पता चल सके।
- फिजिकल जांच के साथ मेडिकल हिस्ट्री या अन्य प्रकार के टूल्स जैसे फ्लो टेस्ट, ब्लड टेस्ट, साइटोस्कोपी (Cytoscopy) और यूरोडायनेमिक टेस्टिंग से इसका पता चल सकता है।
- एक डायरी में नोटिंग की मदद से आपकी यूरिनरी आदतों को एकत्र करने में मदद मिल सकती है। एक बार पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का पता चलने पर इसके इलाज के कई विकल्प हैं।
पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का इलाज कैसे किया जाता है?
नॉन-इनवेसिव ट्रीटमेंट (Non-invasive treatment)
- पेल्विक फ्लोर मसल एक्सरसाइज
- बायोफीडबैक
- इंजेक्शन थेरेपी
सर्जिकल इलाज
- मेल स्लिंग: इसमें एक मेश को लगाया जाता है, जो यूरेथ्रा को कंप्रेस करता है। इससे यह बेहतर तरीके से कार्य कर पाता है।
- आर्टिफिशियल यूरिनरी स्पिनच्टर: यह एक इनफ्लेबल कफ है, पुरुषों को यूरिन के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
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फार्मास्युटिकल ट्रीटमेंट
- टोफ्रानिल (इमिप्रामाइन) Tofranil® (imipramine)
- सुडाफेड (सेउडाफेड्राइन) Sudafed® (pseudophedrine)
घरेलू उपाय
जीवनशैली में होने वाले बदलाव क्या हैं, जो पुरुषों में यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
निम्नलिखित उपायों से आप यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस से लड़ सकते हैं:
- व्यवहार में परिवर्तन
- खानपान में बदलाव
- फ्लूड मैनेजमेंट, कॉफी, कोला आदि जैसे जलन पैदा करने वाले डायटरी पदार्थों को कम करने के साथ-साथ फ्लूड को सीमित करना।
- ब्लैडर की पुनः ट्रेनिंग
यूरोलॉजिकल हेल्थ की देखभाल के लिए सावधानी रखें। अगर आपको मूत्र संबंधी किसी भी तरह की समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं और ट्रीटमेंट कराएं। समय पर बीमारी का इलाज न कराने से शरीर के दूसरे अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।