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अपने 22 सप्ताह के शिशु की देखभाल के लिए आपको किन जानकारियों की आवश्यकता है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj


Aamir Khan द्वारा लिखित · अपडेटेड 02/09/2020

अपने 22 सप्ताह के शिशु की देखभाल के लिए आपको किन जानकारियों की आवश्यकता है?

विकास और व्यवहार

मेरे 22 सप्ताह के शिशु का विकास कैसा होना चाहिए?

इस उम्र तक आपका शिशु छोटी छोटी वस्तुओं को ट्रैक करने लगता है। वह वस्तु के किसी भाग को देखकर वस्तु को पहचान सकता है।

22 सप्ताह के शिशु की देखभाल करते हुए आप अपने शिशु के अंदर यह बदलाव नोटिस कर सकती हैं।

  • वह बिना किसी सहायता के बैठ सकता है
  • छोटी वस्तुओं को ट्रैक कर सकता है।
  • किसी भी वस्तु का कुछ हिस्सा देख उस वस्तु को पहचान सकता है
  • मैं अपने बच्चे को कैसे सहारा दे सकती हूं?

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मुझे 22 सप्ताह के शिशु की देखभाल के लिए क्या करना चाहिए?

22 सप्ताह के शिशु की देखभाल में आपका शिशु रंगों को पहचानने लगता है। उसके सामने रंग-बिरंगी तस्वीरों वाली किताब पढ़ें। आपका शिशु उसे देखकर छूकर उसे समझने की कोशिश करता है। आप उसे भिन्न रंगों के बारे में जानकारी भी दे सकती हैं। यह खेलने के काम तो आते ही हैं, इसके अलावा इससे शिशु को रंग का ज्ञान भी होता है।

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स्वास्थ्य और सुरक्षा

22 सप्ताह के शिशु की देखभाल के लिए मुझे डॉक्टर से क्या बात करनी चाहिए?

इस सप्ताह आपके डॉक्टर आपको अस्पताल नहीं बुलाते हैं। अगर आपके कोई सवाल हो तो अगली मुलाकात पर वह आप अपने डॉक्टर से पूछ सकती हैं।

मुझे किन बातों की जानकारी होनी चाहिए?

यहां कुछ चीजें हैं जिनकी जानकारी आपको होनी चाहिए।

कब्ज:

आपका शिशु कितनी करेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका शिशु किस समय क्या खाता है,और उसे पचने में कितना समय लगता है। कब्ज की समस्या तब होता है ज्यादा समय तक शौच नहीं करता है। अगर इनमें से कोई लक्षण आपके शिशु में नजर आते हैं तो उसे कब्ज हो सकता है।

  • दो या तीन दिन तक शौच न होना
  • शिशु को सख्त शौच होना
  • शौच में खून आना
  • यदि शिशु सिर्फ स्तनपान करता है  तो कब्ज की संभावना लगभग न के बराबर है। फिर भी अगर आपके शिशु को सख्त शौच होती है या शौच करने में दर्द होता है तो अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

    यदि वे केवल पाउडर दूध पीते हैं, तो कब्ज हो सकता है क्योंकि दूध के कुछ ब्रांड आपके बच्चे के एटोपिक के साथ अनुपयुक्त हैं। बच्चे के लिए अन्य दूध ब्रांडों का उपयोग करने के लिए स्विच करने के बारे में अपने डॉक्टर से पूछें।

    यदि आपका शिशु पाउडर मिल्क पीते हैं, तो कब्ज होने की संभावना हो सकती है। क्योंकि कुछ ब्रांड कई ऐसे पदार्थ इस्तेमाल करते हैं जो शिशु में कब्ज का कारण बन सकते हैं।

    कब्ज का एक कारण निर्जलीकरण भी होता है। इसलिए अपने शिशु को ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाएं । आप उन्हें फलों का जूस भी पिला सकती हैं।

    आप राहत के लिए इनमें से कुछ तरीके भी अपने सकते हैं।

    • शिशु के पैरों की मालिश करें 
    • बच्चे के पेट की हलके हाथों से मालिश करें। खासकर की पेट के नीचे के हिस्से मालिश करें।
    • अगर शौच के दौरान शिशु रोता है तो उसे पानी पिलाएं

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    शिशु का खांसने का नाटक करना:

    कई बार जब शिशु को यह पता चल जाता है कि आप उसके खांसने की वजह से उसकी और आकर्षित हो रही हैं तो वह कई बार खांसने का नाटक करता है। अगर खांसी की समस्या के सिवा उसे और कोई दिक्कत नहीं है तो आप चिंता न करें। कुछ समय के बाद वह खुद ही यह हरकत बंद कर देगा।

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    महत्वपूर्ण बातें

    22 सप्ताह के शिशु की देखभाल के लिए मुझे किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?

    यहां कई चीजें हैं जिनका ख्याल आपको रखना चाहिए।

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    शिशु का आहार:

    आपके शिशु के आहार में यह कुछ चीजों का होना जरूरी है।

    • हरी पत्तेदार सब्जियां और फल
    • ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें विटामिन सी होता है
    • सब्जियां और अन्य प्रकार के फल
    • खाद्य पदार्थ जिनमें ज्यादा फैट की मात्रा है
    • लोहे युक्त खाद्य पदार्थ
    • नमक युक्त खाद्य पदार्थ
    • पानी
    • विटामिन की खुराक।

    शिशु की नींद

    22 सप्ताह के शिशु की देखभाल में इस बात को समझें कि आपका शिशु पांच महीने का हो चुका है। आमतौर पर इस आयु में शिशु लगातार तीन से चार घंटे तक सोते हैं और रोजाना 14 घंटो की नींद लेते हैं। आपका शिशु कितनी देर तक सोता है यह इतना महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन 24 घंटो में उसे पूरी नींद लेनी चाहिए। शिशु की नींद की बेहतर गुणवत्ता के लिए आप यह कुछ उपाय कर सकते हैं।

  • 22 सप्ताह के शिशु की देखभाल में शिशु के सोने के लिए एक बेहतर जगह का चयन करें।
  • कमरे का वातावरण माध्यम रखें। वह न ही ज्यादा गर्म हो न ही ठंडा
  • शिशु को कभी भी सोने को न डालें। जैसे कि, खाने से पहले, डायपर बदलने से पहले इत्यादि
  • वैसे कई शिशु नींद को अपनी जरुरत के हिसाब से एडजस्ट कर लेते हैं। पूरी नींद शिशु के विकास के लिए बेहद जरुरी है। वहीं शिशु का कम सोना कई विकारों को निमंत्रण देता है। इसलिए अगर आपका शिशु सोता नहीं है या कम सोता है तो अपने डॉक्टर से एक बार संपर्क जरूर करें।

    22 सप्ताह के शिशु की देखभाल: पॉजिटिव पेरेंटिंग टिप्स

    • चार से पांच महीने के बच्चे पीठ से पलटकर छाती के बल लेटने लगते हैं, ऐसे में बच्चों पर हर वक्त नजर रखना बहुत जरूरी है।
    • आप बच्चे से कुछ बात कर सकते हैं, क्योंकि बच्चे इस उम्र में आवाज निकालने की कोशिश करते हैं।
    • इस उम्र में बच्चे जब भी आवाज निकालने की कोशिश करें तो उनको रिप्लाई जरूर करें।
    • जब बच्चा खेले या आवाज निकाले तो आप कोई सॉफ्ट म्युजिक प्ले कर सकते हैं। ऐसा करने से बच्चा म्यूजिक पसंद करने लगेगा और साथ ही ब्रेन डेवलपमेंट भी होगा।
    • पांच माह की उम्र तक बच्चे खुद से खेलने की कोशिश करते हैं। अगर उनके पास कोई वस्तु हो तो वो उसे पकड़ने की कोशशि करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्हें आपकी गोद की जरूरत नहीं है। बच्चे को सुरक्षित महसूस कराने के लिए आप उसे एक निश्चित समय के बाद गोद में लें और उसके साथ खेलें।
    • बच्चे को खिलाते समय उसे तेजी से हिलाएं नहीं। अक्सर लोग बच्चे को गोद में खिलाते समय उसे उछालते हैं या फिर बॉडी को शेक करते हैं। ऐसा करने से हेड या मसल्स में समस्या हो सकती है।
    • बच्चे के पास लिक्विड या गरम पेय पदार्थ गलती से भी न रखें, क्योंकि वो हाथ लगाकर उसे गिरा सकता है और खुद को हार्म भी पहुंचा सकता है।
    • पांच माह का शिशु कॉन्सोनेंट और वॉवेल को बोलने की कोशिश करता है। बच्चा अक्सर बा बा, दा दा , मा मा आदि बोलने की कोशिश करता है। बच्चा इन सभी शब्दों को मिक्स करके भी बोल सकता है। अगर आपको लग रहा है कि बच्चा जल्द ही बोलने लगेगा, तो ऐसा नहीं है। पांच माह की उम्र से बच्चे केवल कुछ शब्द ही बोल पाते हैं। उनकी बोली का कोई मतलब नहीं होता है। आपको कुछ महीने और इंतजार करना होगा, जब वो आपको मम्मा कहेगा।
    • बच्चे इस उम्र में आवाज को पहचानने लगते हैं और किसी जानवर की आवाज को रोजाना सुनने पर उस पर रिएक्ट भी कर सकते हैं। आपको ध्यान रखना होगा कि किसी आवाज से बच्चा डर तो नहीं रहा है। अगर आपका बच्चा किसी आवाज से परेशान है या बार-बार रो रहा है तो आप इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी ले सकते हैं।

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    अगर आपको किसी भी तरह की समस्या बच्चे में नजर आती है तो लापवाही न करें।  22 सप्ताह के शिशु की देखभाल करने के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आप डॉक्टर से जानकारी ले सकती  हैं कि आपको कब विजिट के लिए आना है और कब बच्चे का वैक्सिनेशन कराना है।

    उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आई होगी और आपको 22 सप्ताह के शिशु की देखभाल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। स्वास्थ संबंधि अधिक जानकारी के लिए आप हैलो स्वास्थ्य का फेसबुक पेज लाइक करें।

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