बेबी ग्रोथ स्पर्ट्स (Baby Growth Spurts) की कंडिशन में आप क्या कर सकते हैं?
शिशु के व्यवहार में बदलाव आपके लिए भी चिंता का विषय हो सकता है। लेकिन, ध्यान रखें कि यह एक नेचुरल और जरूरी प्रोसेस है। इस दौरान शिशु को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
शिशु को पर्याप्त मात्रा में फीड कराएं
इस दौरान शिशु को जब भी भूख लगे, उसे फीड करें। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो फीड के बीच में तीन घंटों का अंतर रखें। लेकिन, अगर आपको लगता है कि इस दौरान शिशु भूखा है तो उसे तुरंत दूध पिलाएं। बेबी ग्रोथ सपर्ट्स केवल कुछ ही दिनों तक रहता है और एक्स्ट्रा फीड्स से शिशु की जरूरतें पूरी हो सकती है। अगर आप अपने शिशु को फॉर्मूला मिल्क दे रही हैं, तो उसे भी देने के समय में सही बदलाव करें, ताकि शिशु भूखा न रहे।
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बेबी ग्रोथ स्पर्ट्स (Baby Growth Spurts): शिशु की सोने में मदद करें
अगर शिशु को अतिरिक्त रेस्ट की जरूरत है तो उसे रेस्ट करने दें। अगर शिशु सही से नहीं सोएगा, तोरात को बार-बार उठेगा। इससे आपको भी परेशानी होगी। इसके साथ ही रोजाना उसका बेडटाइम रूटीन और शेड्यूल एक जैसा रखें। इससे आपको और आपके शिशु को बेबी ग्रोथ सपर्ट्स या इसके बाद परेशानी नहीं होगी।
सब्र रखें
इस समय को शिशु के लिए आवश्यक मानें और इस दौरान सब्र रखें। इसके साथ ही शिशु को भरपूर प्यार दें और उसका पूरा ख्याल रखें। अधिक प्यार और दुलार से आपका शिशु अपनी हर परेशानी भूल जाएगा। जब भी वो चिड़चिड़ा हो उसे बिजी रखने या उसका ध्यान भटकाने की कोशिश करें जैसे उसके लिए गाना गाएं, रीड करें, उसे वॉक कराने ले जाए आदि। यानी, वो हर चीज करें जो शिशु को पसंद हो।