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ग्रीन कॉफी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या ग्रीन कॉफी बीन्स रोस्टेड कॉफी बीन्स से ज्यादा हेल्दी है?
ग्रीन कॉफी बीन्स कॉफिया अरेबिका (Coffea Arabica) फल के बीज हैं, जिन्हें सामान्य कॉफी बीन्स की तरह भुना नहीं जाता है। कॉफी बीन्स की रोस्टिंग प्रक्रिया के दौरान, बीन्स में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड नामक एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट कम हो जाता है। क्लोरोजेनिक एसिड कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अपच और यहां तक कि वजन कम करने में मददगार होता है। और ग्रीन कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड की मात्रा सामान्य कॉफी बीन्स की तुलना में अधिक होती है। इसलिए ग्रीन कॉफी बीन्स को ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है।
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ग्रीन कॉफी कितनी बार पीनी चाहिए?
ग्रीन कॉफी का इस्तेमाल आपको अपनी उम्र और शारीरिक स्थिति के अनुसार डॉक्टर या हर्बलिस्ट की सलाह से ही करना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो दिनभर में 2 से ज्यादा बार इसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए।
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ग्रीन कॉफी पीने का सबसे अच्छा समय क्या है?
मैक्रोबायोटिक न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पा अरोड़ा के अनुसार, “यदि आप वेट लॉस के लिए ग्रीन कॉफी का सेवन कर रहे हैं, तो इसे सुबह के समय लेना सबसे अच्छा रहता है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और दिन में अधिक फैट बर्न करने में आपकी मदद करती है। हमेशा इसे भोजन से कम से कम एक घंटे पहले या बाद में पीना चाहिए।”
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क्या ग्रीन कॉफी पीना सुरक्षित है?
एक्सपर्ट्स की माने तो एक उचित मात्रा में ग्रीन कॉफी का सेवन करना बिल्कुल सेफ है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना 12 हफ्तों तक 480 मिलीग्राम ग्रीन कॉफी एक्सट्रैक्ट लेना आपके लिए बिलकुल सुरक्षित है। लेकिन यदि आपको कोई मेडिकल समस्या है, तो इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।