और पढ़ें : थुलथुली बांहों को टोन करने के लिए करें ईजी आर्म्स एक्सरसाइज
[mc4wp_form id=”183492″]
मिथः बहुत कम कैलोरी वाली डायट और मील्स को स्किप करने से वेट लॉस होता है।
फैक्ट : वजन कम करने के लिए कैलोरी की बड़ी मात्रा को हटाना आपकी सेहत पर उल्टा ही असर डाल सकता है। आपका शरीर प्रतिबंधित कैलोरी का सेवन करने लगता है और समान काम करने के लिए कम कैलोरी का उपयोग करता है। डायट को स्किप करने के बजाय हेल्दी खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें। आहार में साबुत अनाज, बीन्स, हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें। साथ ही एक हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं।
और पढ़ें : जानें क्यों झुककर लगाना चाहिए झाड़ू, पोछा लगाने के फायदे भी हैं कई फायदे
मिथः दिन के दौरान छोटी मील्स लेने से आपके चयापचय में वृद्धि होती है।
फैक्ट : इस बात के बहुत कम वैज्ञानिक प्रमाण हैं कि छोटी-छोटी मील्स खाने से मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है। पूरे दिन खाने की छोटी-छोटी खुराक लेने से आपको बहुत अधिक खाने से बचा सकता है। एथलीट (Athlete) जब मील्स की थोड़ी-थोड़ी मात्रा दिनभर लेते हैं तो वे बेहतर प्रदर्शन करते हैं। यदि आप ऐसी कैटेगरी में आते हैं, जो एक बार खाना शुरू करने के बाद खुद को रोक नहीं पाते हैं, तो दिन में तीन मील्स लेना आपके लिए सही रहेगा। अपने दैनिक आहार का ध्यान रखें और हाई शुगर और फैट वाले स्नैक्स को खाने से बचें।
और पढ़ें : जानें दौड़ने से सेहत को होने वाले फायदे और इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
मिथः उम्र बढ़ने के साथ कम मेटाबॉलिज्म और वजन बढ़ने की समस्या बढ़ती है।
फैक्ट : यह सच है कि जब हम छोटे होते हैं, तो हमारा मेटाबॉलिज्म तेज होता है। मिड-लाइफ में हम कम सक्रिय होते हैं जिससे वेट गेन होता है। जॉब और फैमिली के चक्कर में एक्सरसाइज कम करने से मसल्स कम होती हैं और फैट ज्यादा होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, आपको उम्र के साथ अपने भोजन को विनियमित करने में भी परेशानी हो सकती है। इसके लिए एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन में शामिल करें। स्वस्थ खाद्य पदार्थों के छोटे-छोटे पोर्शन को खाने में शामिल करें।
जब बात वजन की आती है, तो मेटाबॉलिज्म एक महत्वपूर्ण जेनेटिक कम्पोनेंट साबित होता है। 40 से 50 वर्ष की उम्र के बाद मेटाबॉलिज्म रेट कम होने लगता है जिसके चलते वजन बढ़ सकता है। इससे व्यक्ति को मेटाबॉलिक रोगों के साथ-साथ मस्कुलोस्केलेटल संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।
मिथः एक्सरसाइज करना बंद करने के बाद चयापचय तेजी से बढ़ सकता है।
फैक्ट : यह सच है कि व्यायाम करते समय हमारे शरीर में सबसे तेजी से अधिक मात्रा में कैलोरी बर्न (Calorie Burn) होती है। यह प्रक्रिया खासकर तब भी हो सकती है, जब आप स्विंग करने या रनिंग (Running) करने जैसी गतिविधियों को करते हैं। इस दौरान दिल के धड़कने की दर भी तेज हो सकती है। ऐसी गतिविधियां शरीर को फोर्स करती हैं जिससे शरीर अधिक से अधिक एनर्जी का इस्तेमाल करता है। वहीं, जैसे ही आप इस तरह की गतिविधियां बंद करते हैं, तो दोबारा से आपका चयापचय आराम की दर पर वापस चला जाता है। हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि आपको एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए या एक बार एक्सरसाइज (Exercise) शुरू करने के बाद उसे बंद नहीं करना चाहिए।