किसको हो सकती है लीन डायबिटीज?
विशेषज्ञ मानते हैं कि इसके लिए आपके जीन और लाइफस्टाइल जिम्मेदार हैं। अगर आपके पेरेंट्स को डायबिटीज है, तो आपको यह बीमारी होने की आशंका 40 फीसदी बढ़ जाती है। इसके अलावा लीन डायबिटीज का एक कारण आपके पैदा होने से पहले या बचपन में जरूरी पोषक तत्वों की कमी का होना भी हो सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य कारण हो सकते हैं जैसे:
फैमिली हिस्ट्री के कारण होने वाले जेनेटिक रिस्क के अलावा बताए गए कारण भी लीन डायबिटीज के कारण बन सकते हैं।
लीन डायबिटीज में शुगर कंट्रोल
अगर आपका वजन बढ़ा हुआ है और आपको टाइप 2 डायबिटीज है, तो मेटफोर्मिन (Metformin) नाम की दवा आपकी मदद कर सकती है। इसको लेने पर आपकी पैंक्रियाज अधिक इंसुलिन बनाती है। लेकिन, अगर आपको लीन डायबिटीज है, तो संभव है कि यह आपके लिए इतनी कारगर साबित न हो। वहीं लीन डायबिटीज से ग्रसित लोगों को छोटी उम्र में ही इंसुलिन शॉट लेने की जरूरत पड़ सकती है। इस अवस्था में पैंक्रियाज में पाए जाने वाले बीटा सेल्स जल्दी काम करना बंद कर देते हैं। इसका एक कारण आपके जीन भी हो सकते हैं। इसके अलावा स्मोकिंग और ड्रिंकिंग की आदत इस स्थिति और खराब कर सकती है।
और पढ़ें: डायबिटीज की दवा कर सकती है स्मोकिंग छोड़ने में मदद
क्या एक्सरसाइज से मिलेगी मदद?
हो सकता है कि आपके डॉक्टर आपको वजन कम करने की सलाह न दें। क्योंकि ऐसा करने के लिए आपके पास जरूरी मसल मास न हो। इसके अलावा अगर आप एरोबिक्स करें तो आपका वजन ज्यादा तेजी से कम होगा। यह आपके ब्लड शुगर और हड्डियों के लिए और खराब होगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि कार्डियो की जगह स्ट्रेंथ ट्रेनिंग लीन डायबिटीज के मामले में आपके लिए ज्यादा लाभकारी साबित होगी।
लीन डायबिटीज के लक्षण (Symptoms of Lean Diabetes)
एक्सपर्ट्स का मानना है कि लीन डायबिटीज के लक्षणों को शरूआत में पता लगाना बड़ा मुश्किल है और कई बार लोगों को लंबे समय तक यह पता ही नहीं होता कि वह इस समस्या से ग्रसित हैं। इसका सही समय पर पता लगाने के लिए कई शोध भी किए जा रहे हैं। वहीं, इसका एक लक्षण बार-बार पेशाब आना या प्यास लगना भी हो सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि साल में एक बार ब्लड शुगर लेवल चेक करवा लेना चाहिए।