हाई फाइबर फूड से कम होता है कैंसर का खतरा
कुछ शोध बताते हैं कि हाई फाइबर डायट को लेने से कोलोरेक्टल कैंसर से बचा जा सकता है। इसके साथ ही हाई फाइबर फूड को लेने से डायजेस्टिव सिस्टम के कैंसर होने का खतरा भी कम होता है। कैंसर का खतरा अच्छी लाइफस्टाइल अपनाने से कम होता है। अच्छी लाइफस्टाइल से मतलब हेल्दी डायट, एक्सरसाइज, पर्याप्त मात्रा में नींद और स्ट्रेस फ्री रहना है।
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स्किन के लिए फायदेमंद (Good for skin)
जब यीस्ट और फंगस त्वचा के माध्यम से उत्सर्जित होते हैं, तो इससे मुंहासे हो सकते हैं। हाई फाइबर फूड को डायट में शामिल करने से आपके शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे आपकी त्वचा में सुधार होता है।
वेट कंट्रोल के लिए हाई फाइबर फूड
अगर किसी व्यक्ति का वेट तेजी से बढ़ रहा है तो उसे अपने खाने में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए। फाइबर युक्त भोजन में लोअर एनर्जी डेंसिटी होती है। यानी फाइबर युक्त भोजन करने से कम कैलोरी मिलती है। फाइबर युक्त फूड खाने से पेट भर जाने का एहसास जल्दी होता है, जिसके कारण व्यक्ति को बहुत ज्यादा खाने की जरूरत नहीं पड़ती है। फाइबर युक्त भोजन (सॉल्युबल फाइबर) एक जेल का निर्माण करता है, जो पेट को देर से खाली करता है और भोजन को देर से पाचन के लिए भेजता है। यानी इस क्रिया के माध्यम से व्यक्ति को जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है। ये लोअर ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने का काम करता है और साथ ही रक्त इंसुलिन के स्तर में तेजी से वृद्धि को रोकने में मदद करता है। इस क्रिया के कारण ही मोटापा नियंत्रण में रहता है। जो लोग दिन में बहुत ज्यादा भूख का एहसास करते हैं उन्हें अपनी डायट में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करना चाहिए। कुछ ही समय बाद उन्हें फर्क महसूस होने लगेगा।
दिल को रखें स्वस्थ
फाइबर खासतौर पर सोल्यूबल फाइबर दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेहद उपयोगी है। डायट में हाई फाइबर फूड लेने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार होता है। इसके साथ ही दिल संबंधित परेशानियों के होने का खतरा भी बहुत कम होता है। फाइबर ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ, सूजन को दूर करने में भी मदद करता है।सॉल्युबल फाइबर ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करती है। अगर ब्लड कोलेस्ट्रॉल हाई होता है तो धमनियों की दीवारों में फैटी स्ट्रीक्स बन जाती हैं। इस कारण से कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा अधिक बढ़ जाता है। सॉल्युबल फाइबर लेने से कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का स्तर कम हो जाता है और ये हार्ट डिजीज के खतरे को भी कम कर देता है।
फाइबर फूड के साथ ही पानी को भी करें शामिल
अगर आपको लग रहा है कि केवल फाइबर युक्त आहार लेने से ही आपको कई समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा तो ये सही नहीं है। आपको फाइबर युक्त भोजन करने के साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी भी पीना चाहिए। अगर आप पानी कम मात्रा में पीते हैं, तो आपको कब्ज की समस्या भी हो सकती है। जी हां! हाई फाइबर फूड (High Fiber Food) पर सर्व में 10 ग्राम फाइबर होता है। अगर पर्याप्त मात्रा में कोई व्यक्ति पानी नहीं पीता है। लेकिन फाइबर युक्त भोजन करता है, तो उसे एब्डॉमिनल डिस्कम्फर्ट भी हो सकता है। आपको दिन में आठ से दस ग्लास पानी जरूर पीना चाहिए। आप पानी के साथ ही फलों का जूस या फिर सब्जियों का सूप भी ले सकते हैं।
इन टिप्स के साथ फाइबर को डायट में करें शामिल
फाइबर को किस मात्रा में लेना चाहिए ये आपकी उम्र और जेंडर पर निर्भर करता है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स की मानें तो हर किसी को कम से कम 21 से 38 ग्राम फाइबर दिनभर में जरूर लेना चाहिए। रिसर्च के अनुसार ज्यादातर लोग इसकी आधी मात्रा में भी डायट में फाइबर नहीं लेते हैं। निम्नलिखित टिप्स के साथ फाइबर को डायट में करें शामिल…
हाई फाइबर फूड – साबुत अनाज को करें डायट में शामिल
रिफाइंड और प्रोसेस्ड फूड में फाइबर की मात्रा कम होती है। इसलिए जितना हो सके अपनी डायट में साबुत अनाज को शामिल करें। इसके लिए आप दिन की शुरुआत कॉर्न फ्लैक्स से कर सकते हैं। अपनी डायट से चावल, ब्रेड और पास्ता को निकालकर ब्राउन राइस और साबुत अनाज को शामिल करें। आप जौ और होल व्हीट पास्ता का सेवन कर सकते हैं। फ्लैक्स सीड का सेवन करें। ये फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त होते हैं जो ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हैं।