1 टेनिस बॉल सेब या ऑरेंज 1 कप जामुन 1 कप तरबूज के क्यूब्स हाफ साइज बनाना किशमिश के 2 बड़े चम्मच 8 औंस मिल्क 6 औंस प्लेन योगर्ट ½ कप कॉर्न आधा कप मटर आधा कप बीन्स या फलियां 1 छोटा पका हुआ आलू 1 रोटी का टुकड़ा 1/3 कप पके हुए चावल यह भी पढ़ें: Vitamin B12: विटामिन बी-12 क्या है?
लो कार्बोहाइड्रेट लें रहे हैं तो रखें ध्यान

आपको बताते चले कि वेट कम करने के लिए लो कार्ब डायट के साथ ही एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी होती है। सीडीसी के अनुसार ‘ वयस्कों को अपनी हेल्थ मेंटेन रखने के लिए 10 मिनट से लेकर सप्ताह में 150 मिनट के लिए एक्सरसाइज करना चाहिए। अगर आपको बेहतर हेल्थ चाहिए तो कम से कम हफ्ते में 300 मिनट के एक्सरसाइज करनी चाहिए। सीडीसी यह भी सुझाव देता है कि बेहतर हेल्थ के लिए वजन उठाने के साथ ही अन्य शक्ति प्रशिक्षण अभ्यास भी करना चाहिए।
अगर आपने हाल ही में लो कार्ब डायट लेना शुरू किया है तो आपको कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं। जैसे पेट में ऐंठन, कब्ज, हाई कोलेस्ट्रॉल, सिर दर्द, ताकत में कमी महसूस होना, जी मिचलाना, सांसों में बदबू महसूस होना आदि। अगर आप कार्ब डायट बिना किसी सलाह से ले रहे हैं तो शरीर में न्यूट्रीशनल वैल्यू में कमी, बोन डेंसिटी में कमी, गेस्ट्रो इंटे्स्टाइनल संबंधी समस्याएं, दिन में कई बार भूख लगने की समस्या आदि उत्पन्न हो सकती है। बेहतर होगा कि पहले इस बारे में एक बार डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह कर लें। फिर अपनी डायट में परिवर्तन करें।
कार्ब इनटेक
कार्ब इनटेक यानी लो कार्ब डायट में कितना कार्बेहाइड्रेट लिया जाना चाहिए। ये बात डिपेंड करती है कि आप किस तरह की लो कार्ब डायट अपना रहे हैं।
100-150 ग्राम
100-150 ग्राम रेंज वजन के कम करने के लिए अपनाया जा सकता है। इस रेंज में कार्बोहाइड्रेट लेने के साथ ही एक्सरसाइज पर भी पूरा ध्यान देना पड़ता है। ऐसा करने के लिए आपको खाने में कुछ स्टार्च वाले फूड और फलों को जगह देनी होगी।
50-100 ग्राम
जब स्लो वेट लॉस करना होता है तो 50-100 ग्राम कार्ब को खाने में शामिल किया जा सकता है। आप वेजीटेबल्स और फ्रूट्स को खाने में शामिल कर सकते हैं।
50 ग्राम से कम
50 ग्राम से कम कार्ब को खाने में शामिल करने का मतलब है वजन तेजी से कम होगा। ऐसे में आपको सब्जियां अधिक मात्रा में खानी चाहिए और फलों का भी सेवन करें।
लो कार्ब डायट लेने से न केवल वजन कम होता है बल्कि सीरियस हेल्थ कंडीशन जैसे कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कार्डियोवस्कुलर डिसीज आदि में भी राहत मिलती है। लो काब्रोहाइड्रेट लेने से हाई डेंसिटी लीपोप्रोटीन (HDL) भी इंप्रूव होती है। अगर आप भी इस बारे में सोच रहे हैं जो पहले डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें फिर अपनी डायट में परिवर्तन करें। कई बार लो कार्ब डायट लेने से शरीर को कुछ समस्याएं भी हो सकती है। बेहतर फूड का चयन आपके शरीर को हेल्दी रखेगा।
हमें उम्मीद है कि लो कार्ब डायट पर आधारित यह लेख आपको पसंद आया होगा। किसी प्रकार की डायट को शुरू करने से पहले उसके फायदे नुकसान पर विचार जरूर करें और किसी डायटीशियन से संपर्क करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।