हिरन के दूध में लेक्टॉस नहीं होता है लेकिन, इसमें फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है।
भेड़ का दूध (Sheep milk)
भेड़ के दूध में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इससे ज्यादातर चीज और योगर्ट ही बनाया जाता है। माना जाता है कि गाय के दूध में मौजूद फैट की मात्रा की तुलना में भेड़ के दूध में फैट की मात्रा दोगुनी होती है।
गधे का दूध (Donkey milk)
गधे के दूध में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए जिन्हें गाय का दूध डायजेस्ट नहीं होता है, वो गधे के दूध का सेवन कर सकते हैं। यही नहीं प्राचीन मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा ने अपनी सुंदरता और यौवन को बनाए रखने के लिए गधे के दूध में स्नान किया करती थीं। इस दौर में भी गधे के दूध से बने कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। ऐसे में एनिमल मिल्क की बात हो, तो गधे के दूध को हमेशा ब्यूटी प्रोडकट्स से जोड़कर देखा जाता है।
घोड़े का दूध (Horse milk)
घोड़े के दूध को एनिमिल मिल्क न मानकार ह्यूमन मिल्क के समान माना जाता है। यही नहीं घोड़े के दूध में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए जिन्हें गाय का दूध डायजेस्ट नहीं होता है वे घोड़े के दूध का सेवन कर सकते हैं।
याक का दूध (Yak milk)
याक के दूध की खुशबू मीठी होती है और इसमें फैट और प्रोटीन अन्य दूध के मुकाबले ज्यादा होता है। भारत के पहाड़ी राज्यों में एनिमल मिल्क के रूप में सदियों से याक के दूध का सेवन किया जा रहा है। यहीं नहीं बौद्ध धर्म के अनुयायी, जो कि भारत में ऊचाईयों वाले इलाके में रहते हैं वे इससे कई तरह के डेयरी प्रोडक्ट्स भी तैयार करते हैं।
जिराफ का दूध (Giraffe milk)
जिराफ के दूध में विटामिन-ए, विटामिन-बी 12 की मात्रा ज्यादा होती है। इससे डायबिटीज, असंतुलित कॉलेस्ट्रॉल और इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का इलाज किया जाता है। एनिमिल मिल्क के तौर पर मेडिसिनल प्रॉपटीज को देखते हुए जिराफ का दूध काफी मशहूर है।
हाथी (Elephant milk)
हथिनी के दूध में न्यूट्रिशन की मात्रा अत्यधिक होती है। इसलिए इसका सेवन नहीं किया जा सकता है।