कुछ स्टडीज के दौरान ये बात सामने आई है कि च्यूइंग गम स्टमक की अम्लता यानी एसिडिटी को कम करने का काम करता है। च्यूइंग गम में बाइकार्बोनेट होता है जो कि पेट के लिए प्रभावी होता है। च्यूइंग गम चबाने से लार का प्रोडक्शन बढ़ता है और साथ ही ये अधिक एसिड को कंट्रोल करने का भी काम करता है।
गुड़ का उपयोग
गुड़ का उपयोग पेट में जलन की समस्या को दूर करने के लिए किया जा सकता है। हाजमे के लिए भी गुड़ काफी लाभदायक होता है। खाने के बाद गुड़ का छोटा टुकड़ा खाना अच्छा माना जाता है। गुड़ शरीर में जाकर एसिड की मात्रा को कम करता है। जिससे एसिडिटी में राहत मिल सकती है। एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए दिन या रात में गुड़ खाने की आदत डाल लें। ये उपाय भले ही बहुत पुराना है, लेकिन पेट के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। गुड़ खाने से डायजेस्टिव सिस्टम ज्यादा एल्केलाइन हो जाता है और पेट की अम्लीयता कम होने लगती है। गुड़ बॉडी टेम्परेचर को मेंटेन करने का भी काम करता है। गर्मियों में गुड़ को ठंडे पानी में मिलाकर भी पिया जा सकता है। ऐसा करने से पेट को राहत पहुंचती है।
पेट में जलन दूर करने के उपाय : न करें कार्बोनेटेड वाटर (Carbonated water) का यूज

पेट में जलन दूर करने के उपाय के रूप में लोग अक्सर कार्बोनेटेड वॉटर का यूज करते हैं, जोकि गलत है। कार्बोनेटेड वॉटर या फिर कोला पीने से स्टमक में एसिड रिफ्लेक्स की समस्या बढ़ जाती है। हो सकता है कि आपको पेट में अधिक जलन महसूस होने लगे। बेहतर होगा कि आप प्लेन पानी पिएं। कार्बोनेटेड वॉटर में कार्बन डाइ ऑक्साइड गैस होती है जो पेट की जलन की समस्या को बढ़ा सकती है। ये बेल्चिंग को बढ़ाने का काम करता है जो कि एसिड रिफ्लेक्स की समस्या बढ़ा सकता है।
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पेट में जलन दूर करने के उपाय : पुदीना का उपयोग (Peppermint use)
पुदीना अक्सर गर्मियों में प्रयोग किया जाता है। पुदीना पेट की गर्मी को शांत करने का काम करता है। पुदीना खाने से एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है। पेट में जलन की समस्या या एसिडिटी होने पर पुदीने की कुछ पत्तियों को पानी में डालकर उबाल लें और दिनभर में थोड़ा- थोड़ा कर के इस पानी का इस्तेमाल करें। आप चाहे तो पुदीना का प्रयोग खाने के साथ भी कर सकते हैं।
बटरमिल्क (Buttermilk) पिएं
क्या आपको पता है कि बटरमिल्क को आयुर्वेद में सात्विक फूड माना गया है। अब जब भी आपको एसिडिटी या फिर पेट में जलन की समस्या महसूस हो, तुरंत बटरमिल्क को खाने में शामिल करना शुरू कर दें। बटरमिल्क में लैक्टिक एसिड होता है जो कि एसिडिटी की समस्या को कम करने का काम करता है। छाछ या बटरमिल्क को पीने से पहले उसमे ठोड़ा सा ब्लैक पेपर और हरी धनिया डालना न भूलें।
पेट में जलन दूर करने के उपाय : लौंग का उपयोग (Use of cloves)
लौंग का उपयोग वर्षों से पेट की जलन की समस्या को दूर करने के लिए किया जा रहा है। इसे आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। लौंग को कार्मिनेटिव ( carminative) माना गया है। लौंग गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रेक्ट में गैस के फॉर्मेशन को रोकने का काम करती है। अगर आपको पेट में जलन की समस्या रहती है तो लौंग को इलायची के साथ समान मात्रा में मिलाएं और उन्हें पीस लें। अब इस पाउडर को थोड़ी मात्रा में खाएं। आप चाहे तो लौंग का यूज खाने में भी कर सकते हैं। लौंग का यूज करने से सांस की बदबू की समस्या से भी राहत मिलेगी।
पेट में जलन दूर करने के उपाय : जिंजर (Ginger) का उपयोग
पेट में जलन दूर करने के उपाय के रूप में जिंजर को खाने में शामिल करें। अदरक में भी औषधीय गुण होते हैं। अदरक में एंटीइंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो कि पेट में एसिड लेवल को कम करने का काम करता है। अगर आप अदरक का स्लाइस मुंह में डाल सकते हैं तो ये भी बहुत अच्छी बात है। एक चम्मच जिंजर जूस को दिन में दो से तीन बार लें। अगर आप अदरक को सूखा नहीं खाना चाहते हैं तो इसे पानी में उबालने के पिया जा सकता है। खाने के दौरान भी जिंगर के टुकड़े को थोड़ा सा नमक लगाकर खाया जा सकता है।
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पेट में जलन दूर करने के उपाय (Home remedies for Acidity) : दूध का यूज
पेट में जलन दूर करने के उपाय के रूप में ठंडे दूध का इस्तेमाल करें। जो लोग लैक्टोज इनटोलेरेंट नहीं है, वो पेट में एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाना के लिए ठंडे दूध का यूज कर सकते हैं। दूध में कैल्शियम पाया जाता है और ये पेट में एसिडिटी को बनने से रोकता है। अगर आपको कुछ समय से पेट में जलन की समस्या है तो बस एक ग्लास रोजाना ठंडा दूध लें। आपको कुछ ही दिनों में असर समझ आने लगेगा।
पेट में जलन दूर करने के उपाय : एप्पल साइडर विनेगर
स्टमक एसिड की वजह से पेट में जलन की समस्या होती है। ऐसे में एप्पल साइडर विनेगर का यूज किया जा सकता है। एक कप पानी लें, उसमें दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालें। अब इसे पी लें। ऐसा करने से पेट में जलन की समस्या खत्म हो जाती है। एक दिन में दो बार इसे लें। आप चाहें तो एक चम्मच विनेगर लेने के बाद पानी भी पी सकते हैं।
पेट में जलन दूर करने के उपाय : कोकोनट वॉटर (Coconut Water)
जब कोकोनट वॉटर शरीर में जाता है तो शरीर की एसिडिटी कम हो जाती है। साथ ही बॉडी का पीएच लेवल एल्केलाइन हो जाता है। कोकोनट वॉटर पेट में म्युकस प्रोड्यूस करता है जो कि स्टमक को हार्मफुल एसिड प्रोडक्शन से बचाने का काम करता है। कोकोनट वॉटर फाइबर रिच होता है जो डायजेशन को भी सही रखने का काम करता है। कच्चा नारियल खाने से पेट अच्छी तरह साफ होता है।औषधीय गुणों से भरपूर नारियल पानी के साथ ही नारियल तेल कई बीमारियों के इलाज में कारगार है। इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता, जिस वजह से इसे मोटापे से निजात पाने वालों के लिए वरदान समान माना जाता है। अगर आपको पेट में जलन की समस्या हो रही है तो तुरंत कोकोनट वॉटर लें।
अगर आपको भी खाने के बाद या कभी भी पेट में जलन की समस्या उत्पन्न हो जाती है तो बेहतर होगा कि एक बार घरेलू उपाय अपनाकर देखें। अगर समस्या ज्यादा महसूस हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।